नई दिल्ली(स्वाती गुप्ता)। दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के बाद आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर रुख अपनाया हुआ है। हाल ही में, उन्होंने बिजली कटौती के मसले पर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया था, और अब उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब उन वादों को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी की जा रही है।
महिलाओं को 2500 रूपये प्रति माह देने का वादा भाजपा ने चुनाव के दौरान श्मोदी की गारंटीश् के तहत किया था। प्रचार सभाओं में यह स्पष्ट किया गया था कि सरकार बनते ही यह योजना लागू होगी और 8 मार्च तक पहली किश्त महिलाओं के खातों में पहुंच जाएगी। लेकिन अब ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि भाजपा अपने इस वादे से पीछे हटने की योजना बना रही है। आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा के अंदर सत्ता संघर्ष चल रहा है, जिसमें यह तय किया जा रहा है कि कौन किस विभाग का मंत्री बनेगा और किसके पास ज्यादा अधिकार होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा अब अपने वादों को पूरा न करने का ठीकरा आम आदमी पार्टी पर फोड़ने की कोशिश कर रही है। संभवतः यह बहाना बनाया जाएगा कि दिल्ली सरकार के पास फंड की कमी है और आम आदमी पार्टी की नीतियों ने दिल्ली को आर्थिक संकट में डाल दिया है।
आतिशी ने भाजपा के इन संभावित दावों को गलत साबित करने के लिए आर्थिक आंकड़ों का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि जब 2015 में आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी, तब दिल्ली का वार्षिक बजट 31,000 रूपये करोड़ था, जबकि 2024-25 में यह बढ़कर 77,000 रूपये करोड़ हो गया है, जो कि ढाई गुना की वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, 2014 में दिल्ली का कर्ज जीडीपी का 6.6 प्रतिशत था, जिसे घटाकर 2024 में 3 प्रतिशत तक लाया गया है। आतिशी ने सीएजी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि दिल्ली देश का एकमात्र राज्य है जो लगातार रेवेन्यू सरप्लस में बना हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में भाजपा के लिए आर्थिक तंगी का बहाना बनाना मुश्किल होगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल को लेकर भी नया विवाद खड़ा हो गया है। इस सरकारी अकाउंट का नाम बदलकर श्अरविंद केजरीवाल /वर्कश् कर दिया गया है। यह आरोप लगाया जा रहा है कि इस सरकारी अकाउंट का निजी इस्तेमाल किया जा रहा था, और कुछ वीडियो भी डिलीट कर दिए गए हैं। इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए आतिशी ने कहा कि एक्स की पॉलिसी और लीगल गाइडलाइंस बहुत स्पष्ट हैं, और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस मुद्दे को भाजपा द्वारा जनता का ध्यान भटकाने की एक चाल करार दिया।
दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक को लेकर भी नए विवाद ने जन्म लिया है। खबरें हैं कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रस्ताव दिया है, जिसके तहत मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर श्आरोग्य मंदिरश् रखा जाएगा। इस पर तंज कसते हुए आतिशी ने कहा कि भाजपा नाम बदलने में ज्यादा रुचि रखती है, बजाय इसके कि वह असली मुद्दों पर ध्यान दे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जनता के हित में काम करने की बजाय सत्ता का लाभ उठाने और भ्रष्टाचार करने में व्यस्त है। उनके अनुसार, भाजपा अब अपनी नाकामी का दोष आम आदमी पार्टी पर मढ़ने की योजना बना रही है।
आतिशी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता जनता के हित में काम करने की नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को भाजपा के झूठे वादों से सावधान रहना चाहिए और यह समझना चाहिए कि असली विकास किसने किया है। उनके अनुसार, आम आदमी पार्टी ने पिछले दस वर्षों में दिल्ली को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के मामलों में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। भाजपा, इसके उलट, केवल राजनीति करने और सत्ता में बने रहने के लिए झूठे वादे करती रही है।
दिल्ली की राजनीति में यह घटनाक्रम लगातार गर्मी ला रहा है। भाजपा की नई सरकार को लेकर विपक्षी दलों के आरोप और तीखे होते जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी यह दावा कर रही है कि भाजपा ने सत्ता हथियाने के लिए जनता से झूठे वादे किए, और अब वे उन वादों से पीछे हटने के रास्ते तलाश रहे हैं। वहीं, भाजपा इन आरोपों पर फिलहाल चुप्पी साधे हुए है। इस पूरे घटनाक्रम के बीच दिल्ली की जनता यह जानने को उत्सुक है कि भाजपा अपने किए गए वादों को पूरा करती है या नहीं।