नई दिल्ली(स्वाती गुप्ता)। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की मध्यस्थता में हुई एक लंबी बातचीत के बाद, भारत और पाकिस्तान दोनों देश एक पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने इस महत्वपूर्ण फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि दोनों देशों ने एक-दूसरे से टकराव को रोकने के लिए सही कदम उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संघर्ष को सुलझाने में भारत और पाकिस्तान ने बहुत ही समझदारी और बेहतरीन खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया है, और दोनों देशों को इस शांति प्रयास के लिए बधाई दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अंत में दोनों देशों के नेताओं और अधिकारियों का धन्यवाद किया, जिन्होंने शांति के लिए कदम बढ़ाए।
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस युद्धविराम की पुष्टि की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों देशों ने युद्धविराम पर तत्काल प्रभाव से सहमति जताई है। इशाक डार ने अपने ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखते हुए क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के प्रयास किए हैं। उनका मानना था कि यह शांति प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण कदम है जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकती है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस समझौते को एक ऐतिहासिक कदम करार दिया और दोनों देशों के बीच आगे शांति की संभावना जताई।
इस महत्वपूर्ण निर्णय पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्काे रुबियो ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट किया, ष्पिछले 48 घंटों में उपराष्ट्रपति वेंस और मैंने भारतीय और पाकिस्तानी नेताओं से गहन बातचीत की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, सेना प्रमुख असीम मुनीर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक शामिल थे।ष् अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने युद्धविराम के साथ-साथ तटस्थ स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमति जताई है। इस फैसले को दोनों देशों के नेताओं की राजनीति कौशल, विवेक और बुद्धिमत्ता की सफलता मानते हुए, उन्होंने शांति के मार्ग पर चलने के लिए उनकी सराहना की।
भारत सरकार के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी इस युद्धविराम समझौते की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (क्ळडव्) ने भारतीय क्ळडव् को फोन करके दोनों देशों के बीच युद्धविराम की चर्चा की। इस बातचीत में यह सहमति बनी कि भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से दोनों पक्ष जमीन, हवा और समुद्र में गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोक देंगे। मिस्री ने यह भी कहा कि दोनों देशों को इस समझौते को लागू करने के लिए निर्देश दिए गए हैं, और 12 मई को सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच फिर से बातचीत होगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत हुई, जो एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है। पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने खुद इस बातचीत की पहल की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच यह सहमति बनी। इस समझौते में किसी अन्य स्थान या मुद्दे पर चर्चा करने का निर्णय नहीं लिया गया, और केवल युद्धविराम को लागू करने पर जोर दिया गया। यह समझौता दोनों देशों के नागरिकों के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जिससे शांति की प्रक्रिया को नया आकार मिल सकता है। भारत और पाकिस्तान के बीच इस युद्धविराम समझौते से उम्मीद की जा रही है कि यह दोनों देशों के बीच भविष्य में शांति और सुरक्षा का रास्ता खोल सकता है।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी एक्स पर पोस्ट कर इस युद्धविराम की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत हमेशा आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाएगा। जयशंकर ने इस युद्धविराम समझौते को भारत के राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया और इसे एक सकारात्मक विकास माना। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा और वह अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा।