काशीपुर। आयरलैंड के कॉर्क शहर में आयोजित होने जा रहे भव्य अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा की भागीदारी न केवल जनपद ऊधमसिंह नगर बल्कि पूरे उत्तराखंड प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। इस वैश्विक मंच पर भारत सरकार की ओर से प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने का अवसर मिलने पर विधायक ने इसे देश के लिए गौरव का पल बताया। यह आयोजन कॉर्क शहर की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 22 से 24 जून तक संपन्न होगा, जिसमें दुनिया भर के प्रतिनिधि और गणमान्य लोग भाग लेंगे। इस दौरे में त्रिलोक सिंह चीमा भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे, जहां वह विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के समक्ष भारत का पक्ष और सांस्कृतिक पहचान प्रस्तुत करेंगे। इस विशेष आमंत्रण को लेकर काशीपुर क्षेत्र में उत्साह की लहर है और लोग इसे क्षेत्रीय नेतृत्व की उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं।
यह अवसर न केवल त्रिलोक सिंह चीमा के राजनीतिक जीवन में एक अहम पड़ाव है, बल्कि काशीपुर जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहर से वैश्विक मंच तक पहुँच बना पाने की प्रेरक कहानी भी है। चीमा की इस उपलब्धि के माध्यम से उत्तराखंड को भी अंतरराष्ट्रीय फलक पर एक नई पहचान मिल रही है। यह केवल एक दौरा नहीं, बल्कि भारत की विकासशील सोच और वैश्विक संवाद की प्रतिबद्धता का प्रतीक बन चुका है। उनके इस दौरे से भारत और आयरलैंड के बीच सांस्कृतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक संबंधों को भी नई ऊर्जा मिलने की संभावना है। चीमा ने यह भी बताया कि इस सम्मेलन में ऊर्जा, संस्कृति और वैश्विक सहयोग जैसे विषयों पर उच्च स्तरीय चर्चाएं होंगी, जिसमें वह भारत की भावनाओं को मुखर रूप से रखेंगे। क्षेत्र की जनता भी इस बात से गर्व महसूस कर रही है कि उनके विधायक को इतनी बड़ी जिम्मेदारी और सम्मानजनक भूमिका दी गई है।
इस यात्रा को लेकर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश की जनता के प्रति विशेष आभार प्रकट किया है। उनका कहना है कि यह सब सरकार की दूरदर्शी नीतियों, प्रधानमंत्री की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत छवि और प्रदेश की जनता के समर्थन के बिना संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व की बात है और इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और लगन से निभाने का संकल्प उन्होंने लिया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री के ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के दृष्टिकोण को लेकर वह आयरलैंड में भारत की विविधता, एकता और समृद्ध संस्कृति की छवि को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करेंगे। यह दौरा भारतीय मूल्यों और वैश्विक साझेदारी के आदान-प्रदान का माध्यम बनेगा।
त्रिलोक सिंह चीमा का यह दौरा उन तमाम जनप्रतिनिधियों और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो क्षेत्रीय सीमाओं से निकलकर वैश्विक पहचान बनाने की इच्छा रखते हैं। उनके इस कदम से यह संदेश स्पष्ट है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो छोटे शहरों से भी बड़ी पहचान बनाई जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की भागीदारी और उसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाने वाला यह मौका, देश की कूटनीतिक और सामाजिक शक्ति को और अधिक प्रबल करने वाला साबित होगा। विधायक ने कहा कि वह वहां की सभ्यता, संस्कृति और प्रशासनिक दृष्टिकोण को भी समझेंगे, जिससे उत्तराखंड में भी विकास की नई राहें खोली जा सकें। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि कॉर्क शहर से लौटकर वह अपने अनुभवों को जनता से साझा करेंगे और अंतरराष्ट्रीय अनुभवों का लाभ राज्य के विकास में लाने का प्रयास करेंगे।
इस दौरे को लेकर राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हलकों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि काशीपुर का यह प्रतिनिधि किस तरह भारत का प्रतिनिधित्व करता है और वहां से कौन-कौन सी संभावनाएं लेकर लौटता है। यह पहली बार है जब काशीपुर से किसी विधायक को इतनी उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय बैठक का हिस्सा बनने का मौका मिला है। यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत स्तर पर सम्मान की बात है बल्कि इससे क्षेत्र में नई उम्मीदें और प्रेरणाएं भी जन्म लेंगी। कुल मिलाकर यह यात्रा सिर्फ एक विदेशी दौरा नहीं, बल्कि काशीपुर और उत्तराखंड को विश्व स्तर पर स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, जो आने वाले समय में और भी बड़ी उपलब्धियों की नींव रखेगा।