काशीपुर। शुक्रवार की रात जब पूरा काशीपुर गहरी नींद में था, उस समय मेन बाजार में अचानक कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे इलाके का माहौल गर्मा दिया। रात के लगभग 10.45 बजे नगर निगम की टीम भारी-भरकम मशीनों के साथ बाजार में पहुंची, और फिर जो हुआ उसने हर किसी को चौंका दिया। आमतौर पर निगम की गाड़ियों और बुलडोजर को अतिक्रमण हटाने के लिए सड़कों पर उतरते देखा जाता है, लेकिन इस बार तस्वीर कुछ अलग थी। नगर निगम की टीम ने किसी दुकान पर न कार्रवाई की, न किसी अस्थायी ढांचे पर हमला बोला, बल्कि उनकी नजरें और निशाना सीधे संकरी नालियों पर था। एक-एक कर निगम का बुलडोजर दोनों ओर की नालियों पर चला और रात के सन्नाटे को तोड़ते हुए नाली चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो गया।
इस अप्रत्याशित कार्रवाई के पीछे की वजहें भी उतनी ही अहम थीं। दरअसल, कुछ दिन पहले मेन बाजार में एक महत्त्वपूर्ण चर्चा आयोजित की गई थी, जिसमें नगर के मेयर दीपक बाली ने खुद व्यापारियों से मुलाकात की थी। इस बातचीत के दौरान व्यापारियों ने नगर की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक का ज़िक्र किया था दृ संकरी और जाम पड़ी नालियां। उन्होंने बताया कि नालियों की चौड़ाई इतनी कम है कि सफाई कर्मियों के औजार तक उसमें ठीक से नहीं घुस पाते। परिणामस्वरूप, गंदगी लगातार जमा होती जाती है और थोड़ी सी बारिश में भी जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है, जिससे न सिर्फ आमजन परेशान होते हैं, बल्कि व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित होता है। इस दर्द को गंभीरता से लेते हुए दीपक बाली ने निगम अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दे दिए थे, और शुक्रवार की रात यह आदेश जमीनी हकीकत में बदल गया।
जैसे ही निगम की टीम बुलडोजर लेकर बाजार में उतरी, कुछ देर तक तो लोग सोच ही नहीं पाए कि आखिर चल क्या रहा है। अंधेरे में मशीनों की गूंज और निगम कर्मचारियों की तेज गतिविधियों ने पहले तो भ्रम की स्थिति पैदा की, लेकिन जब लोगों को असल मकसद समझ में आया, तो उनमें राहत की भावना भी देखी गई। मेन बाजार के व्यापारी यह देखकर संतुष्ट नजर आए कि वर्षों से जो समस्या केवल कागजों तक सीमित थी, वह अब वास्तविक समाधान की ओर बढ़ रही है। कई व्यापारियों ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि नगर निगम इस मुद्दे को इतनी गंभीरता से लेगा और बिना दिन की प्रतीक्षा किए रात के समय ही कार्यवाही शुरू कर देगा।
इस कार्रवाई से नगर निगम ने यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि जनहित के कार्यों में अब न समय देखा जाएगा, न मौसम। शहर की व्यवस्था सुधारने के लिए यदि आधी रात भी काम करना पड़े तो निगम पीछे नहीं हटेगा। यह कार्यवाही न सिर्फ नालियों की सफाई और चौड़ीकरण तक सीमित है, बल्कि यह प्रशासनिक इच्छाशक्ति की मिसाल भी बन गई है। वर्षों से जमी गंदगी, बार-बार की जलभराव की शिकायतें और व्यापारियों की चिंता अब निगम की प्राथमिकता में आ चुकी है। यही वजह है कि मेन बाजार में यह ऐतिहासिक रात लोगों के जेहन में लंबे समय तक दर्ज रह जाएगी।
बाजार के कुछ वरिष्ठ व्यापारियों ने इस मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहला मौका है जब समस्या के समाधान के लिए इतनी तत्परता दिखाई गई है। आमतौर पर ऐसी योजनाएं महीनों की तैयारी के बाद लागू होती हैं, लेकिन इस बार महज कुछ दिनों के भीतर ही नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे दिया। दीपक बाली की इस सक्रियता को लेकर भी लोगों में सकारात्मक चर्चा है। उनका यह कदम यह दर्शाता है कि वे सिर्फ उद्घाटन और घोषणाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वास्तविक बदलाव की ओर कदम बढ़ा चुके हैं।
नगर निगम की इस रात की कार्रवाई ने पूरे शहर में एक नई सोच और उम्मीद जगा दी है। अगर इसी प्रकार योजनाओं को तुरंत अमल में लाया जाता रहा, तो काशीपुर की तस्वीर बहुत जल्द बदल सकती है। सफाई, जलनिकासी और जनसुविधाओं से जुड़ी समस्याएं तभी खत्म होंगी जब प्रशासनिक मशीनरी बिना देरी के काम को अंजाम दे। और इस बार निगम ने यह करके दिखाया है। बाजार के भीतर बुलडोजर की दहाड़ अब समस्या की नहीं, समाधान की प्रतीक बन चुकी है, और दीपक बाली का नेतृत्व इस बदलाव का सारथी बनकर उभरा है।
मेयर दीपक बाली ने ‘सहर प्रजातंत्र’ से विशेष बातचीत में कहा कि काशीपुर नगर की समस्याओं को लेकर वे बेहद गंभीर हैं और जनहित से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेन बाजार की नालियों को चौड़ा करने का कार्य अचानक नहीं हुआ, बल्कि यह व्यापारियों की लंबे समय से चली आ रही मांगों और जनता की परेशानी को देखते हुए लिया गया फैसला था। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले बाजार में व्यापारियों से आमने-सामने चर्चा की गई थी, जिसमें साफ तौर पर सामने आया कि संकरी नालियों की वजह से न सिर्फ सफाई में दिक्कत होती है, बल्कि जलभराव के कारण व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित होता है। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगम अब योजनाओं को सिर्फ कागजों पर नहीं रखेगा, बल्कि ज़मीनी हकीकत में उतारेगा। रात में बुलडोजर चलाने के फैसले पर उन्होंने कहा कि जनता की सुविधा के लिए समय की कोई बंदिश नहीं है। जब तक काशीपुर पूरी तरह सुव्यवस्थित नहीं होता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा। जनता का सहयोग ही हमारी असली ताकत है।