हरिद्वार। धर्मनगरी में अगले चार-पांच दिनों के दौरान भारी भीड़ और चहल-पहल का माहौल रहेगा, क्योंकि 5 जून को गंगा दशहरा का पावन स्नान आयोजित है, जबकि 6 जून को निर्जला एकादशी का महत्वपूर्ण स्नान है। इसके बाद सप्ताहांत का दिन, शनिवार 7 जून और रविवार 8 जून आता है, जो आमतौर पर श्रद्धालुओं के लिए तीव्र व्यस्तता लेकर आता है। इसके अलावा, ईद का त्योहारी जश्न भी इस सप्ताह के अंत में मनाया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सजगता और भी जरूरी हो जाती है। इन सभी पर्वों और स्नान के मद्देनजर हरिद्वार पुलिस ने अपनी तैयारियों को पूरी तरह से पुख्ता कर लिया है। बुधवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी स्नान मेले के दौरान तैनात किए जाने वाले पुलिस बल को सुरक्षा व्यवस्थाओं की ब्रीफिंग दी गई। इस बैठक का नेतृत्व हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने किया, जिन्होंने कहा कि हरिद्वार पुलिस श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत करती है और उनका अनुभव सुरक्षित व सहज बनाने के लिए सभी उपाय किए जाएंगे।
इस वर्ष मेले के क्षेत्र को बेहतर प्रबंधन के लिए दो सुपर जोन, 11 जोन और 27 सेक्टरों में बांटा गया है, ताकि हर एक क्षेत्र की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण प्रभावी ढंग से किया जा सके। गंगा दशहरा एवं निर्जला एकादशी स्नान मेले के लिए करीब एक हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है, जो हर मोड़ पर सतर्क रहेंगे और श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करेंगे। प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए हाईटेक तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा। कंट्रोल रूम से लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे मेले क्षेत्र की निगरानी की जाएगी, जिससे भीड़ बढ़ने या ट्रैफिक जाम जैसी किसी भी समस्या पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सकेगी। पुलिस अधिकारी इन कैमरों की मदद से समय रहते स्थिति का जायजा लेकर उसे नियंत्रित करेंगे, जिससे श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के अपने धार्मिक कृत्यों में संलग्न हो सकें। यह रणनीति इस बार भीड़ प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएगी और मेले को सुरक्षित व सुव्यवस्थित बनाएगी।
साथ ही, आगामी सप्ताहांत को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। पुलिस ने कई तरह की रणनीतियां तैयार की हैं, जिन्हें धरातल पर लागू किया जाएगा ताकि गाड़ियों की आवाजाही में बाधा न आए और यातायात सुचारु रूप से चलता रहे। ट्रैफिक पुलिस तंग गलियों, मुख्य मार्गों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मार्गदर्शन और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए विशेष कंट्रोल रूम को सक्रिय रखा जाएगा, जो किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए तत्पर रहेगा। इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि पूजा स्थल तक पहुंचने में भी कोई बाधा नहीं आएगी। ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर हरिद्वार पुलिस की यह तैयारी श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत है।
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि इस बार सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने सामानों की सुरक्षा खुद करें और पुलिस के निर्देशों का पालन करें ताकि मेले का आयोजन शांति और समरसता के माहौल में सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। पुलिस बल के अलावा स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं भी पूरी तरह तैयार हैं, जिससे किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मेडिकल टीमों को भी तैनात किया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके। गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को चरम पर पहुंचाने का संकल्प लिया है ताकि हर श्रद्धालु निश्चिंत होकर अपने धार्मिक कृत्यों का निर्वहन कर सके।
हरिद्वार में इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम और आधुनिक तकनीक के संयोजन से मेले को एक नया आयाम मिलेगा। पुलिस प्रशासन ने इस दिशा में जिस तरह से समन्वय स्थापित किया है, उससे यह सुनिश्चित होगा कि न केवल सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहे, बल्कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इस बार मेले में पुलिस की सक्रिय उपस्थिति और त्वरित प्रतिक्रिया व्यवस्था के चलते सुरक्षा के मामलों में कोई कमी नहीं आएगी। इसके साथ ही, पुलिस प्रशासन ने स्थानीय जनता, व्यापारियों और पर्यटकों से भी सहयोग की अपील की है ताकि सभी मिलकर इस मेले को सफल बना सकें। हरिद्वार के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण लेकिन गर्व का क्षण है, जहां धार्मिक आस्था और आधुनिक सुरक्षा प्रबंध एक साथ चलते नजर आएंगे।