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अहिल्याबाई चौक की मांग को लेकर पाल समाज ने सौंपा ज्ञापन महापौर को

पाल समाज के पदाधिकारियों ने रवि पाल के नेतृत्व में महापौर से अहम बैठक कर अहिल्याबाई चौक निर्माण के लिए जोरदार समर्थन मांगा।

काशीपुर। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को सशक्त करने की दिशा में एक और पहल उस समय देखने को मिली, जब पाल महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने एक विशेष उद्देश्य को लेकर शहर के महापौर दीपक बाली से औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रवि पाल के नेतृत्व में एकजुट होकर आए पाल समाज के प्रमुख पदाधिकारियों ने यह मांग रखी कि शहर के भीतर एक भव्य अहिल्याबाई चौक की स्थापना की जाए, ताकि समाज की प्रेरणादायी विभूतियों को सम्मान मिल सके और आने वाली पीढ़ियों को उनके योगदान से अवगत कराया जा सके। इस चौक की स्थापना न केवल पाल समाज के लिए गौरव का विषय होगी बल्कि समस्त शहरवासियों के लिए भी प्रेरणा का केंद्र बनेगी।

रवि पाल ने इस दौरान कहा अहिल्याबाई होलकर का संपूर्ण जीवन समाज सेवा, नारी सशक्तिकरण और न्यायप्रिय शासन की अद्वितीय मिसाल रहा है। उन्होंने न केवल अपने राज्य में उत्कृष्ट प्रशासन दिया, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए जो कार्य किए, वे आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। रवि पाल का मानना है कि काशीपुर जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध नगर में अहिल्याबाई होलकर की स्मृति को एक स्थायी और सार्वजनिक रूप देना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह केवल पाल समाज की नहीं, बल्कि समूचे नगर की सांस्कृतिक चेतना और विरासत को सहेजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह चौक भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्थल बनकर उनके चरित्र और मूल्यों से परिचय कराएगा, जो आज के समय की मांग है।

समाज के इस प्रतिनिधिमंडल में मंडल अध्यक्ष बृजेश पाल की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही, जिन्होंने जोर देकर कहा कि जब देशभर में विभिन्न समुदाय अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने और उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित करने के प्रयासों में जुटे हैं, ऐसे में पाल समाज भी पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई चौक की स्थापना से जहां पाल समाज को सम्मान मिलेगा, वहीं शहर की सांस्कृतिक विविधता को भी एक नया आयाम मिलेगा। इस मांगपत्र को सौंपते हुए ओमप्रकाश पाल जी, बलजीत सिंह पाल, देव प्रकाश पाल और अमर सिंह पाल ने भी एक स्वर में यह बात दोहराई कि समाज की यह पहल राजनीतिक या सामाजिक लाभ से अधिक आत्मगौरव और सांस्कृतिक चेतना को समर्पित है। यह चौक पाल समाज की वीरांगना और न्यायनायिका को श्रद्धांजलि के रूप में खड़ा होगा और हर आने-जाने वाले को उनके प्रेरक जीवन की याद दिलाएगा।

इस अवसर पर पाल महासभा के अध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि समाज लंबे समय से एक ऐसे प्रतीक की आवश्यकता महसूस कर रहा था जो अहिल्याबाई होलकर जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व के योगदान को शहर की पहचान में शामिल कर सके। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि समाज इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक प्रशासनिक और जनसहयोग भी जुटाएगा ताकि यह प्रस्ताव केवल कागजों तक सीमित न रह जाए। उनके साथ जयप्रकाश पाल, विजेंद्र कुमार पाल और मुकुल कुमार पाल ने भी समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि महापौर को सौंपा गया यह ज्ञापन समाज की भावनाओं की अभिव्यक्ति है और हमें पूर्ण विश्वास है कि दीपक बाली जैसी सक्रिय और संवेदनशील नेतृत्व क्षमता इसे मूर्त रूप देगी।

महापौर दीपक बाली ने पाल महासभा द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की मांगें समाज के अंदर सांस्कृतिक जागरूकता और ऐतिहासिक महापुरुषों के प्रति सम्मान की भावना को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होलकर जैसी महान विभूति, जिन्होंने अपने जीवनकाल में सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और सेवा भाव को सर्वोच्च स्थान दिया, उनके नाम पर काशीपुर शहर में किसी चौराहे या सार्वजनिक स्थल का नामकरण किया जाना निश्चय ही एक सराहनीय पहल होगी। दीपक बाली ने कहा कि वह इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेंगे और संबंधित अधिकारियों तथा नगर निगम बोर्ड के साथ इस विषय पर विचार-विमर्श कर उचित निर्णय लेंगे। उन्होंने उपस्थित समाजजनों को यह आश्वासन भी दिया कि यदि भूमि और तकनीकी प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं हुई, तो जल्द ही इस कार्य को मूर्त रूप दिया जाएगा। महापौर ने पाल समाज के एकजुट प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह सामाजिक चेतना का उत्कृष्ट उदाहरण है।

जनसहभागिता के इस क्षण में जब पाल समाज के युवा और वरिष्ठ एक साथ आगे बढ़े, तो कुणाल पाल, उपेंद्र पाल और देवेश पाल जैसे उत्साही कार्यकर्ताओं की भागीदारी भी देखने को मिली, जिन्होंने इस मांग को लेकर शहर में जागरूकता अभियान चलाने और जनता का समर्थन जुटाने की योजना साझा की। उनका मानना है कि सामाजिक चेतना को सड़कों, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर स्थान मिलने से ही सच्चे मायनों में इतिहास जीवित रहता है। उनके अनुसार यह चौक न केवल पाल समाज की विरासत का प्रतीक होगा, बल्कि यह पूरे काशीपुर शहर के लिए सांस्कृतिक गर्व का केंद्र बनेगा। ज्ञापन सौंपने के इस अभियान को अब पाल महासभा आगे भी जनअभियान के रूप में विस्तारित करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि प्रस्तावित अहिल्याबाई चौक जल्द से जल्द अस्तित्व में आए और शहर की पहचान का अहम हिस्सा बने।

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