काशीपुर। शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का गड़बड़झाला अब कानून की पकड़ में आता जा रहा है, और इसकी ताजा बानगी शुक्रवार को एमपी चौक पर देखने को मिली, जहां ट्रैफिक पुलिस और सिटी पेट्रोल यूनिट (सीपीयू) की संयुक्त टीम ने बेतरतीब और नियमविहीन वाहन चालकों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। पूरे घटनाक्रम का नेतृत्व सीपीयू प्रभारी जसवंत सिंह ने किया और उन्होंने मौके पर मौजूद दर्जनों वाहन चालकों के दस्तावेजों की कड़ाई से जांच की। जांच के दौरान कई वाहन ऐसे पाए गए जो बिना नंबर प्लेट के दौड़ रहे थे, तो कुछ चालकों के पास वाहन से जुड़े जरूरी कागजात ही नहीं थे। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने हेलमेट की जरूरत को ताक पर रखा और बेखौफ सड़कों पर फर्राटा भर रहे थे। इस पूरी कार्रवाई के दौरान दर्जनों चालान काटे गए और कई गाड़ियां वहीं पर सीज कर दी गईं, जिससे अचानक सड़क पर हड़कंप मच गया।
जसवंत सिंह की अगुवाई में हुए इस अभियान की खास बात यह रही कि यह केवल औपचारिक कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की दिशा में उठाया गया सख्त कदम था। जांच के दौरान पुलिस ने उन लोगों को भी नहीं बख्शा जिन्होंने बुलेट मोटरसाइकिल में अवैध पटाखा साइलेंसर या प्रेशर हॉर्न लगाकर न सिर्फ नियमों की अनदेखी की, बल्कि अन्य राहगीरों को भी परेशान किया। इसके अलावा नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों को पकड़ने पर भी विशेष ध्यान दिया गया। कई लोगों पर भारी-भरकम चालान लगाए गए, जिससे कुछ ही समय में चारों तरफ हड़कंप सा माहौल बन गया। जो लोग नियमों को हल्के में ले रहे थे, अब उन्हें यह स्पष्ट संदेश मिल गया कि काशीपुर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन अब भारी पड़ सकता है।

इस कार्रवाई के बाद जसवंत सिंह ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि अब नियमों से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है और अब कानून तोड़ने वालों को सीधे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के अभियान सिर्फ जुर्माने के लिए नहीं हैं, बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन की अहमियत समझाने और उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से भी चलाए जा रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जनता को यह समझना होगा कि ये नियम उनकी ही सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं, ताकि सड़क हादसों को टाला जा सके।
चेकिंग के दौरान एक और गंभीर विषय सामने आया, जिस पर जसवंत सिंह ने विशेष अपील की। उन्होंने शहरवासियों, खासकर अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने नाबालिग बच्चों को दोपहिया या चारपहिया वाहन चलाने की अनुमति न दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि अत्यंत खतरनाक भी हो सकता है। एक छोटी सी चूक किसी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है, जिससे न सिर्फ उस बच्चे की जान को खतरा होता है, बल्कि अन्य लोगों की जिंदगी भी संकट में पड़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि अभिभावक जिम्मेदारी दिखाएं और अपने बच्चों को नियमों के प्रति जागरूक बनाएं।
ई-रिक्शा चालकों पर भी इस चेकिंग अभियान की नजर टेढ़ी रही। शहर में बेतरतीब ढंग से बढ़ते ई-रिक्शा की संख्या और उनमें मौजूद सुरक्षा खामियों को ध्यान में रखते हुए, जसवंत सिंह ने उन चालकों को चेतावनी दी जिनके ई-रिक्शा में साइड सुरक्षा जाली नहीं लगी थी। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर चूक है, जो खासकर महिलाओं और स्कूली बच्चों की जान को खतरे में डाल सकती है। यदि अगली बार ऐसा कोई ई-रिक्शा बिना जाली के दिखाई देता है तो उसे सीज कर दिया जाएगा और चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी।
इस संपूर्ण अभियान की एक विशेष बात यह भी रही कि पुलिस केवल चालान काटने में ही नहीं लगी रही, बल्कि वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों की महत्ता भी समझाई गई। लोगों को बताया गया कि नियमों का पालन केवल डर से नहीं, बल्कि अपने और दूसरों के जीवन की सुरक्षा के लिए किया जाना चाहिए। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में काशीपुर में ऐसे चेकिंग अभियान और भी अधिक तीव्र गति से चलाए जाएंगे ताकि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अनुशासित, नियंत्रित और सुरक्षित बनाई जा सके। कुल मिलाकर शुक्रवार का यह अभियान न केवल एक सख्त कार्रवाई था, बल्कि एक कड़ा संदेश भी कि अब नियम तोड़ने वालों को कोई रियायत नहीं मिलेगी।
