रामनगर। जनसेवा के अद्भुत संकल्प को ज़मीन पर उतारते हुए नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति, रामनगर नैनीताल ने एक बार फिर समाज के सबसे ज़रूरी और संवेदनशील मुद्दे दृ स्वास्थ्य दृ पर प्रभावशाली पहल की है। चंद्र नगर नंबर 1, मालधन क्षेत्र में आयोजित इस निरूशुल्क स्वास्थ्य शिविर ने ग्रामीण जनजीवन में एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया। दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस विशेष शिविर में सौ से भी अधिक लोगों ने चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार प्राप्त किया। इस आयोजन में समिति ने ग्रामीणों की विशेष मांग पर विशेषज्ञ चिकित्सकों को आमंत्रित किया, जिसमें डॉ. नासिर हुसैन, डॉ. तारिक हुसैन और डॉ. खान ने न केवल अपनी सेवाएं दीं, बल्कि मरीजों को गहराई से समझते हुए उनकी बीमारी का सटीक इलाज भी सुनिश्चित किया। शिविर की व्यवस्थाएं इतनी सुव्यवस्थित और समर्पण से भरपूर थीं कि हर व्यक्ति का अनुभव संतोषजनक और भरोसेमंद रहा।
जनता से सीधा जुड़ाव ही किसी संस्था की असली पहचान होता है और इस शिविर में यह बात पूरी तरह से प्रमाणित हुई जब मालधन के सम्मानित ग्राम प्रधान विनोद नारायण और समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहे नन्द किशोर शर्मा ने समिति के प्रयासों में न केवल समर्थन दिया, बल्कि अपनी सक्रिय भागीदारी से आयोजन को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान भी दिया। इन दोनों जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने स्थानीय लोगों के बीच विश्वास और आत्मीयता का माहौल बना दिया। शिविर के दौरान न केवल बीमारियों की जांच की गई बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी लोगों को दी गई, जिससे आगे भी वे अपनी सेहत का ध्यान रख सकें।
शबाना सैफी, जो नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति की अध्यक्ष हैं, और समिति के विधिक सलाहकार एडवोकेट पूरन चंद्र पांडे ने मीडिया के समक्ष इस शिविर से जुड़ी समस्त जानकारियों को साझा करते हुए बताया कि समिति बीते चार वर्षों से लगातार निरूशुल्क स्वास्थ्य और कानूनी सहायता शिविरों का संचालन करती आ रही है। इन शिविरों के ज़रिए नगर और दूरदराज़ के ग्रामीण इलाकों तक वह सहायता पहुँचती है जिसकी वहां वर्षों से ज़रूरत रही है। शबाना सैफी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सभी कार्यक्रम डॉक्टरों और अधिवक्ताओं की निरूस्वार्थ सेवाओं के बलबूते ही संभव हो पा रहे हैं और भविष्य में भी यह प्रयास बदस्तूर जारी रहेंगे।

इस विशेष आयोजन की सफलता के पीछे नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति के उन समर्पित सदस्यों का योगदान बेहद उल्लेखनीय रहा, जिन्होंने न केवल आयोजन को व्यवस्थित रूप से संचालित किया, बल्कि अपनी प्रतिबद्धता से इसे जनसेवा का एक आदर्श उदाहरण भी बना दिया। समिति की उपाध्यक्ष हिना ने पंजीकरण से लेकर पूरी व्यवस्था के समन्वयन तक हर पहलु में सजग नेतृत्व दिखाया और शिविर को सफल बनाने में दिनभर तत्परता से जुटी रहीं। वहीं एडवोकेट मनु अग्रवाल, एडवोकेट पूरन चंद्र पांडे, अनु शर्मा, एडवोकेट रूबीना सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी इस सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाने के लिए पूरे जोश से उपस्थित रहे। इन सभी की सक्रियता और समर्पण यह दर्शाता है कि जब उद्देश्य स्पष्ट हो और नीयत सच्ची हो, तब सामूहिक प्रयासों से समाज में सुखद परिवर्तन की नींव रखी जा सकती है।
बाल विकास जन जागृति समिति की अध्यक्ष शबाना सैफी ने इस दौरान अपनी बात रखते हुए कहा कि नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति का उद्देश्य हमेशा से समाज के उन तबकों तक पहुंच बनाना रहा है, जिन्हें स्वास्थ्य और कानूनी सहायता जैसी मूलभूत सेवाओं की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है लेकिन वे सुविधाओं के अभाव में उपेक्षित रह जाते हैं। उन्होंने बताया कि समिति बीते चार वर्षों से लगातार बिना किसी शुल्क के स्वास्थ्य और विधिक सहायता शिविरों का आयोजन करती आ रही है और इसका लाभ अब तक हज़ारों लोगों तक पहुँच चुका है। इस बार मालधन की ग्रामीण जनता की विशेष मांग पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की मदद से यह कैंप लगाया गया, जिसमें जनता का जोश, विश्वास और भागीदारी देखकर उनका आत्मबल और बढ़ा है। शबाना सैफी ने यह भी दोहराया कि भविष्य में भी समिति इस तरह के कैंप लगाकर समाज की सेवा करती रहेगी।
समिति के विधिक सलाहकार एडवोकेट पूरन चंद्र पांडे ने कहा कि यह शिविर केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था-कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुँचना संभव है, बशर्ते संकल्प सच्चा हो। मालधन क्षेत्र की जनता ने इस शिविर को जिस उत्साह और सहभागिता से अपनाया, वह इस बात का प्रमाण है कि इस प्रकार की पहलें समाज में कितनी आवश्यक और प्रभावी हैं। उन्होने कहा कि ग्रामीणों ने डॉक्टरों से गहन स्वास्थ्य परामर्श लिए, कई लोगों की पुरानी बीमारियों का निदान हुआ और कुछ ने पहली बार किसी डॉक्टर से बात की। उन्होने बताया कि यह अनुभव उनके लिए एक नया अवसर बना। एडवोकेट पूरन चंद्र पांडे ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले समय में भी वह इसी तरह मेडिकल और लीगल सहायता शिविर लगाकर समाज को मजबूत करते रहेगे और सेवा के इस यज्ञ को सतत जलाए रखेगे।