रामनगर। पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो युवकों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में हड़कंप मचाया, क्योंकि पकड़े गए आरोपी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से थे और उनके पास .315 बोर के दो तमंचे और जिंदा कारतूस बरामद हुए। यह घटना रामनगर के टेड़ा गांव के पास हुई, जब पुलिस ने नियमित चेकिंग के दौरान संदिग्ध मोटरसाइकिल को रोककर तलाशी ली। इन युवकों के पास से अत्यधिक खतरनाक हथियार और कारतूस मिलने से पुलिस की सतर्कता और तत्परता की सराहना की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उपनिरीक्षक गणेश दत्त जोशी अपनी टीम के साथ नियमित गश्त पर थे और उस दौरान उन्होंने एक मोटरसाइकिल (UK19 B 4746) को संदेहास्पद पाया। मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक इलाके में शांति व्यवस्था को भंग करने की साजिश रच रहे थे। पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने उनकी तलाशी ली, तो दोनों आरोपियों के पास से दो .315 बोर के तमंचे और जिंदा कारतूस बरामद हुए। यह अवैध हथियारों का होना न केवल पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह शहर में होने वाली अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोकने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान हिमांशु सिंह पुत्र चमन सिंह और विक्रांत मावी पुत्र स्व. वेदपाल सिंह के रूप में हुई है। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के ग्राम रजवाना के निवासी हैं और दोनों की उम्र 21 साल है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना रामनगर में मामला दर्ज कर लिया है, जिसके तहत उनके खिलाफ मु.अ.सं. 134/25 और धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस प्रशासन अब इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है और आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी पड़ताल कर रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन हथियारों का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जा रहा था।
इस शानदार कार्रवाई को उपनिरीक्षक गणेश दत्त जोशी के नेतृत्व में उनकी टीम ने अंजाम दिया। उनके साथ इस कार्यवाही में का0 संजय कुमार (280), का0 मोहम्मद राशिद (255), का0 सीपी विजेंद्र सिंह (132) और का0 सीपी संजय सिंह (836) ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस की यह टीम दिन-रात कड़ी मेहनत कर रही है ताकि शहर में किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए मजबूत कदम उठाए जा सकें। इस पूरी कार्रवाई में पुलिस की तत्परता और उनकी कार्रवाई के समय पर किए गए कदमों ने क्षेत्रवासियों को सुरक्षा का एहसास दिलाया है।
इस मामले के बाद पुलिस ने इस प्रकार की और घटनाओं को रोकने के लिए अपनी रणनीतियों को और भी मजबूत करने की योजना बनाई है। अब पुलिस प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि इन युवकों के पास अवैध हथियार कैसे पहुंचे और उनका उद्देश्य क्या था। इस मामले की गहराई से जांच करके पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसे हथियारों का गलत इस्तेमाल नहीं हो।
इसके साथ ही पुलिस ने चेतावनी दी है कि जो लोग इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में शामिल होते हैं, उन्हें किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई पुलिस के लिए एक संदेश है कि अवैध हथियारों और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि आम जनता को सुरक्षित रखा जा सके। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस प्रशासन किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्क और तैयार है।