रामनगर। कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज के फूलताल ब्लॉक में मंगलवार को एक गंभीर वन अपराध की घटना सामने आई है, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 309 के पास स्थित रिंगौड़ा बीट में अवैध रूप से सागौन वृक्षों का पातन किया गया। यह अवैध कटाई वन्यजीव संरक्षण के लिए एक बड़ा खतरा है, और इस घटना की सूचना मिलने के बाद कार्बेट टाइगर रिजर्व और एसओजी की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इस घटना में कुल छह सागौन वृक्षों का अवैध रूप से कटान किया गया। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए बिजरानी रेंज में वन अपराध का मामला दर्ज किया गया है, और जांच प्रक्रिया को तेज़ कर दिया गया है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों ने कार्रवाई की योजना बनाई है।
उप प्रभागीय वनाधिकारी, बिजरानी और पार्क वार्डन को इस मामले की जांच और विवेचना का जिम्मा सौंपा गया। जांच के दौरान, 1 अप्रैल 2025 को एक मुखबिर से प्राप्त सूचना पर कार्बेट टाइगर रिजर्व और एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से कई स्थानों पर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अवैध रूप से कटे सागौन वृक्षों का तंत्र भी उजागर हुआ, और संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई। रामनगर शहर, पीरूमदारा, कुण्डा, बन्नाखेड़ा और दोराहा समेत कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, जिसमें एक वाहन संदिग्ध पाया गया।
संदिग्ध वाहन की जांच में ट्रक को रामनगर में पाया गया, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूके 18 सीए 3504 था। ट्रक चालक फरहाद खाँ, पुत्र बब्बू खाँ, निवासी स्वार (रामपुर) से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, फरहाद ने अपने अपराध को स्वीकार किया और यह बताया कि उसने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर यह अपराध किया था। ट्रक चालक को तुरंत न्यायालय में पेश किया गया, जहां उसे 12 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में हल्द्वानी कारागार भेज दिया गया।

जांच अधिकारी अमित कुमार ग्वासीकोटी ने बताया कि पूछताछ के दौरान फरहाद खाँ ने अपने अपराध को स्वीकार किया और अन्य संदिग्ध व्यक्तियों के नाम भी उजागर किए हैं। इन व्यक्तियों के खिलाफ जल्द ही जांच की जाएगी, और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मामले में कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने सुरक्षा इकाई और बिजरानी रेंज की टीम के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए इन टीमों को प्रोत्साहित करते हुए 5000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की। डॉ. बडोला ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत या लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पूरी गंभीरता से काम किया जाएगा।
निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने इस मामले में स्पष्ट रूप से कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में इस तरह के वन अपराधों के खिलाफ लगातार और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि जांच में वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत या लापरवाही सामने आई, तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डॉ. बडोला ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। उनका यह भी मानना है कि इस घटना से यह साफ संदेश जाता है कि वन विभाग इस मामले में पूरी गंभीरता से काम करेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को लेकर विभाग के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित किया जाएगा।
पार्क वॉर्डन और बिजरानी रेंज की संयुक्त टीम ने इस गंभीर वन अपराध की जांच में त्वरित और प्रभावी कदम उठाए। अधिकारियों के अनुसार, अवैध रूप से काटे गए सागौन वृक्षों की संख्या को देखते हुए यह मामला बेहद गंभीर है। इस अपराध ने वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को एक बड़ा धक्का पहुँचाया है, जिसके परिणामस्वरूप इस मामले में जांच के साथ-साथ और भी कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनसे भविष्य में ऐसे अपराधों में कमी आएगी और अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के प्रयास तेज किए जाएंगे। इस मामले ने वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में और भी मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया है, ताकि इस प्रकार के अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
यह घटना तब सामने आई है जब कार्बेट टाइगर रिजर्व के प्रबंधन और सुरक्षा टीम ने लगातार वन्यजीवों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए कठिन प्रयास किए हैं। इस दिशा में टीम ने हमेशा वन्यजीवों की सुरक्षा और पर्यावरण के संरक्षण को अपनी प्राथमिकता दी है। हालांकि, इस अवैध पातन की घटना ने सबको चौंका दिया है और इससे वन विभाग की कोशिशों को एक चुनौती पेश आई है। इस मामले में अब तक की जांच में कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है और जल्द ही अन्य संदिग्धों को भी पकड़ा जाएगा। इन सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस अपराध में शामिल सभी आरोपियों को सजा दिलाई जा सके। कार्बेट टाइगर रिजर्व की टीम इस मामले में पूरी तरह से सक्रिय है और कोई कसर बाकी नहीं छोड़ने का वचन दिया है।