रामनगर। शांत और हरे-भरे पर्यटक स्थल ढिकुली में उस समय कोहराम मच गया जब वहां के प्रसिद्ध ‘द नेस्ट’ रिसॉर्ट में अचानक आग भड़क उठी। यह घटना दोपहर के समय उस वक्त घटी जब रिसॉर्ट सामान्य रूप से पर्यटकों की चहलकदमी से गुलजार था। एकाएक उठते धुएं ने कर्मचारियों और मौजूद मेहमानों को चौंका दिया। कुछ ही क्षणों में यह धुआं विकराल लपटों में तब्दील हो गया और देखते ही देखते पूरा रेस्टोरेंट इसकी चपेट में आ गया। घटनास्थल पर भगदड़ मच गई और हर कोई जान बचाकर भागता नजर आया। आग की भयावहता इतनी ज्यादा थी कि रेस्टोरेंट के बड़े हिस्से को पूरी तरह जला डाला। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार से माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घटना की गंभीरता को समझते हुए रिसॉर्ट कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया। आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि रिसॉर्ट का कोई भी हिस्सा सुरक्षित नजर नहीं आ रहा था। मौके पर दमकल विभाग की टीम अग्निशमन अधिकारी उमेश परगाई के नेतृत्व में एक वाहन के साथ पहुंची, लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए जल्द ही दो अतिरिक्त दमकल वाहन और मंगवाने पड़े। तीन दमकल गाड़ियों और दर्जनों कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद करीब तीन घंटे में जाकर आग को काबू में लाया जा सका। हालांकि तब तक रिसॉर्ट को भारी नुकसान हो चुका था और श्द नेस्टश् रिसॉर्ट की शांति और खूबसूरती राख में तब्दील हो चुकी थी।
उमेश परगाई ने जानकारी देते हुए बताया कि आग की सूचना मिलते ही उनकी टीम ने तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू कर दिया था। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पानी की तेज धारों और भरपूर प्रयासों के बावजूद स्थिति को काबू में लाने में लंबा वक्त लग गया। गौर करने वाली बात यह रही कि सोमवार सुबह से ढिकुली क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित थी, जिससे शॉर्ट सर्किट की संभावना लगभग नगण्य हो जाती है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर आग लगी कैसे? फिलहाल दमकल विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि आग लगने के सही कारणों की जांच की जा रही है और जब तक फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आ जाती, कोई भी दावा करना जल्दबाजी होगी।
आग लगने की इस घटना ने ढिकुली जैसे पर्यटन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिसॉर्ट जैसे जगहों पर जहां पर्यटकों का निरंतर आना-जाना लगा रहता है, वहां ऐसी घटनाएं न केवल भौतिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि क्षेत्र की छवि को भी गहरा आघात देती हैं। श्द नेस्टश् रिसॉर्ट के स्वामी ने बताया कि इस दुर्घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें रेस्टोरेंट का पूरा इंटीरियर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्नीचर और अन्य कीमती सामान जलकर खाक हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के बाद से वे रिसॉर्ट के पुनर्निर्माण और सुरक्षा इंतजामों को नए सिरे से मजबूत करने की योजना बना रहे हैं।
यह हादसा एक चेतावनी की तरह है कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या और रिसॉर्ट व्यवसाय के विस्तार के साथ-साथ सुरक्षा मानकों का पालन कितनी सख्ती से किया जा रहा है, इस पर गहन निगरानी होनी चाहिए। आग बुझाने में जितनी देर लगी, उसने यह स्पष्ट कर दिया कि आग जैसी आपात स्थिति के लिए शायद रिसॉर्ट पूरी तरह तैयार नहीं था। अगर दमकल विभाग समय पर न पहुंचता, तो यह हादसा और भी गंभीर रूप ले सकता था। राहत की बात यह रही कि इस भीषण अग्निकांड में किसी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन रिसॉर्ट की संरचना को भारी क्षति पहुंची है।
रिसॉर्ट प्रबंधन, प्रशासन और दमकल विभाग तीनों ही अब इस घटना की बारीकी से जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। वहीं स्थानीय प्रशासन ने भी सभी होटल और रिसॉर्ट संचालकों को चेतावनी दी है कि वे अपने-अपने प्रतिष्ठानों में अग्निशमन सुरक्षा उपकरणों की स्थिति की जांच कराएं और आग से निपटने के लिए नियमित मॉक ड्रिल कराना सुनिश्चित करें। इस घटना ने पूरे ढिकुली क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है और पर्यटकों के मन में भी एक डर का माहौल बना दिया है।