काशीपुर। एक बार फिर सांस्कृतिक चेतना और ब्राह्मण एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला जब अखिल ब्राह्मण उत्थान महासभा काशीपुर महानगर की एक विशेष बैठक का आयोजन हुआ। यह महत्वपूर्ण बैठक प० शैलेन्द्र मिश्रा एडवोकेट के निवास स्थान पर सम्पन्न हुई, जहां महासभा के पदाधिकारियों एवं कोर कमेटी के प्रमुख सदस्यों ने पूरी गरिमा के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रदेश महासचिव प० उमेश जोशी एडवोकेट, इस पूरी बैठक का सफल संचालन करते हुए कार्यक्रम को दिशा दी। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी भगवान परशुराम जयंती के भव्य आयोजन को लेकर रणनीति तय करना और उससे जुड़ी गतिविधियों पर आम सहमति बनाना था। विचार-विमर्श के दौरान सभी सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव रखे और सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित कराया गया, जिससे यह तय हो गया कि इस बार की जयंती अभूतपूर्व उल्लास और एकता का प्रतीक बनेगी।
भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए महासभा के पदाधिकारियों ने तय किया कि इस बार भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर आयोजित की जाने वाली शोभायात्रा केवल एक ही होगी, और उसमें संपूर्ण ब्राह्मण समाज मिलकर भाग लेगा। इस शोभायात्रा को ब्राह्मण एकता का प्रतीक बताते हुए यह भी तय किया गया कि इसमें सभी का समान रूप से सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा। महासभा ने शोभायात्रा को केवल ब्राह्मण समुदाय तक सीमित न रखकर सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिए समर्पित बताया और सभी से इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की गई। महासभा का यह स्पष्ट मत रहा कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मणों के नहीं, बल्कि समस्त हिन्दू समाज के आराध्य हैं, अतः उनकी शोभायात्रा में हर वर्ग की भागीदारी इस पावन अवसर को और भव्यता प्रदान करेगी।
बैठक में सामाजिक उत्तरदायित्व को भी उतनी ही गंभीरता से लिया गया जितना धार्मिक उत्सव को। इस बार भगवान परशुराम जयंती के दिन गौ सेवा के अंतर्गत गायों के लिए चारे का विशेष प्रबंध किए जाने का निर्णय लिया गया। साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता दर्शाते हुए भगवान परशुराम जी के नाम से वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। यह प्रस्ताव न केवल धर्म का प्रतीक है बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का भी परिचायक है। सभी उपस्थित सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि भगवान परशुराम की पूजा केवल मंदिरों तक सीमित न रहकर जनकल्याण से जुड़नी चाहिए और इसी सोच के साथ जयंती कार्यक्रम को समाज उपयोगी बनाने की दिशा में यह प्रस्ताव पारित हुआ।
अखिल ब्राह्मण उत्थान महासभा उत्तराखंड के प्रदेश महासचिव प० उमेश जोशी एडवोकेट, ने बैठक के दौरान अपने विचार अत्यंत प्रभावशाली और जागरूकता से परिपूर्ण तरीके से सभी के सामने रखे। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मण समाज के ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण हिन्दू समाज के आराध्य देव हैं और उनकी जयंती केवल किसी एक जाति या वर्ग का आयोजन नहीं बल्कि समस्त समाज की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि समाज संगठित होकर अपने धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को जनकल्याण के साथ जोड़कर प्रस्तुत करे। उन्होंने बताया कि इस बार भगवान परशुराम जयंती पर सिर्फ भक्ति और पूजा-पाठ तक सीमित न रहकर गौ सेवा, वृक्षारोपण, सामूहिक हवन, एकता शोभायात्रा, और दिवंगत ब्राह्मण बंधुओं को श्रद्धांजलि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिससे समाज के हर वर्ग में सहयोग और समर्पण की भावना जागृत हो। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि पूरे सम्मान, उत्साह और एकता के साथ इस आयोजन में भाग लें और आने वाली पीढ़ी को गौरवशाली परंपरा से परिचित कराएं।
हर वर्ष की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस बार भी 30 अप्रैल की सुबह हवन, पूजा-अर्चना एवं विशेष अनुष्ठान आयोजित करने का निर्णय लिया गया, ताकि धार्मिक अनुशासन और आध्यात्मिक ऊर्जा का समन्वय सुनिश्चित किया जा सके। इस पूरे आयोजन को केवल रस्म अदायगी तक सीमित न रखकर भावनाओं, संस्कृति और समाज की चेतना का हिस्सा बनाने का संकल्प भी सभी पदाधिकारियों ने लिया। इस बैठक का अंत अत्यंत भावुक क्षणों के साथ हुआ जब सभी ब्राह्मण बंधुओं ने दिवंगत सदस्य प० के एन पंत एडवोकेट एवं प० दीपा राय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें स्मरण किया। यह क्षण संगठन की मानवीय संवेदनाओं का प्रतीक बन गया, जिसमें सभी ने एक स्वर में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
बैठक में जिन गणमान्य ब्राह्मण बंधुओं की उपस्थिति से यह आयोजन और अधिक सशक्त बना, उनमें प० उमेश जोशी एडवोकेट, प्रदेश महासचिव, प० दीपिका गुड़िया आत्रैय, प्रदेश उपाध्यक्ष, प० लता शर्मा, महानगर महिला अध्यक्षा, प० प्रभा तिवारी, जिला अध्यक्ष, प० लता तिवारी, जिला उपाध्यक्ष, प० मोहन चन्द पपनै, कोषाध्यक्ष, प० संदीप चतुर्वेदी एडवोकेट, महानगर महासचिव, प० भास्कर त्यागी एडवोकेट, उपसचिव, प० विवेक मिश्रा एडवोकेट, प० वीरेंद्र मिश्रा एडवोकेट, प० गिरीश अधिकारी एडवोकेट, प० प्रदीप जोशी, कार्यकारी जिलाध्यक्ष, प० अरविंद शर्मा, संरक्षक, प० डा गिरीश तिवारी, संरक्षक, प० डा रजनीश शर्मा, संरक्षक, प० विमल गुड़िया, संरक्षक, प० पंकज पंत, संरक्षक, प० बी बी भट्ट, महानगर उपाध्यक्ष, प० चंद्र भूषण डोभाल, संरक्षक, और प० विधु शेखर शर्मा एडवोकेट, संयुक्त सचिव सहित कई वरिष्ठजनों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस बैठक को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान किया।