काशीपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा जी के संबंध में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में करणी सेना उत्तराखंड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से भेजते हुए तीव्र प्रतिक्रिया जताई है। करणी सेना के ज़िला अध्यक्ष ठाकुर शिवम सिंह चौहान और जिला संगठन महामंत्री राजा सिंह ने इस बयान को संपूर्ण हिंदू समाज के लिए अपमानजनक बताया है और आरोपी सांसद पर सख्त संवैधानिक कार्रवाई की मांग की है।
प्रधानमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में करणी सेना ने सख्त लहजे में कहा है कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा जी के संबंध में की गई टिप्पणी अत्यंत आपत्तिजनक और निंदनीय है। राणा सांगा जी न केवल एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व हैं, बल्कि पूरे हिंदू समाज के लिए वीरता, बलिदान और गौरव का प्रतीक हैं। उनकी तुलना या उनके प्रति असम्मानजनक भाषा का प्रयोग करना मात्र एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज की अस्मिता पर सीधा प्रहार है। करणी सेना ने ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया कि राणा सांगा जी के वीरतापूर्ण योगदान और त्याग को नकारना देश की गौरवशाली परंपरा और इतिहास को कलंकित करने जैसा है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
करणी सेना के पदाधिकारियों ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि पूरे देशभर में हिंदू समाज इस टिप्पणी से आहत है और हर कोने से विरोध के स्वर उठ रहे हैं। यह कोई साधारण विवाद नहीं बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं से जुड़ा विषय है। ऐसे में सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेकर उदाहरण स्वरूप कड़ी कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई भी सार्वजनिक पद पर बैठा व्यक्ति इतिहास पुरुषों के सम्मान से खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके।
जिला संगठन महामंत्री राजा सिंह ने कहा कि करणी सेना यह स्पष्ट करना चाहती है कि हम किसी भी परिस्थिति में अपने गौरवशाली इतिहास और महान राष्ट्रपुरुषों के सम्मान से कोई समझौता नहीं करेंगे। राणा सांगा जैसे वीर महापुरुष का अपमान समस्त हिंदू समाज का अपमान है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। हमारा इतिहास हमारे अस्तित्व और आत्मगौरव का प्रतीक है, और उस पर की गई कोई भी टिप्पणी करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करती है। समाजवादी पार्टी को चाहिए कि वह अपने सांसद रामजी लाल सुमन के इस बयान से तत्काल सार्वजनिक रूप से दूरी बनाए और माफी मांगे। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो यह स्पष्ट होगा कि पार्टी स्वयं भी उस अपमानजनक सोच का समर्थन करती है, जिसे देश का जनमानस किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।
ज़िला अध्यक्ष ठाकुर शिवम सिंह चौहान ने इस दौरान कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा जी के प्रति की गई आपत्तिजनक टिप्पणी न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि पूरे हिंदू समाज की अस्मिता पर सीधा आघात है। राणा सांगा जी हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रतीक हैं, जिनकी वीरता, राष्ट्रभक्ति और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। ऐसे महापुरुष के विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करना केवल उनकी नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की गरिमा का अपमान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि इस विषय पर तुरंत कठोर और संवैधानिक कार्रवाई हो, जिससे भविष्य में कोई भी नेता या जनप्रतिनिधि हमारे इतिहास के गौरव के साथ खिलवाड़ न कर सके। हम समाजवादी पार्टी से भी अपेक्षा करते हैं कि वह अपने सांसद के बयान से सार्वजनिक रूप से दूरी बनाए और क्षमा मांगे। हिंदू समाज यह अपमान कभी सहन नहीं करेगा।
ज्ञात हो कि राणा सांगा जी भारतीय इतिहास के उन महान योद्धाओं में से एक हैं, जिनकी वीरता, त्याग और राष्ट्रभक्ति आज भी करोड़ों देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने अपने जीवनकाल में मुगलों के अत्याचारों के विरुद्ध अद्वितीय साहस के साथ संघर्ष किया और मातृभूमि की रक्षा हेतु वीरगति को प्राप्त हुए। उनके नेतृत्व, साहस और बलिदान की गौरवगाथा भारत के स्वाभिमान और सांस्कृतिक विरासत की अमूल्य धरोहर है। ऐसे राष्ट्रनायक के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि समूचे हिंदू समाज की भावनाओं पर चोट है। करणी सेना ने इसे मात्र एक टिप्पणी नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी मानसिकता का घातक उदाहरण बताया है। संगठन का कहना है कि इस प्रकार के बयान इतिहास को कलंकित करने का प्रयास हैं, जिन्हें किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इस दौरान संगठन के प्रमुख कार्यकर्ता संघ दिनेश कुमार, अंकित कुमार, प्रिंस कुमार और लखविंदर सिंह सहित कई अन्य करणी सैनिक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए इस मामले को राष्ट्रीय स्तर पर संज्ञान में लेने और कठोर संवैधानिक कार्रवाई की मांग की। कार्यक्रम में जन आक्रोश स्पष्ट रूप से देखने को मिला।