रामनगर। पी एन जी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इस दौरान ग्राम करनपुर में नशा मुक्ति अभियान के तहत एक प्रभावशाली जन जागरूकता रैली निकाली गई। रैली के दौरान स्वयंसेवकों ने ‘जब होगा नशे का नाश, तब होगा देश का विकास’ जैसे जोशीले नारे लगाकर ग्रामीणों को जागरूक किया। इस अभियान का उद्देश्य समाज को नशे की बुरी लत से दूर करने और स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना था। इस आयोजन ने न केवल युवाओं में ऊर्जा और जोश भरा, बल्कि समाज में एक सशक्त संदेश भी प्रसारित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की डॉव अल्का राजोरिया, जो समाजशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं, ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समाज में बदलाव लाने के लिए युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और ऐसे शिविर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए बेहद आवश्यक हैं। वहीं, डॉव लोतिका अमित, जो ग्रह विज्ञान विभाग की प्रमुख हैं, ने स्वयंसेवकों को संतुलित आहार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पर जोर देते हुए भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों और स्वच्छता के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के बिना एक सफल जीवन की कल्पना अधूरी है।
डॉव ऋतु, जो समाजशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं, ने ‘समाज के बदलते स्वरूप और वर्तमान परिवेश’ विषय पर प्रकाश डालते हुए आधुनिक समाज में हो रहे परिवर्तनों और उनके प्रभावों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशे की समस्या केवल व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करती है। इसी क्रम में, डॉव नीमा राणा, जो हिंदी विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं, ने ‘स्वच्छ गंगा, निर्मल गंगा’ विषय पर आधारित पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन कराया। इस प्रतियोगिता में स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और रचनात्मकता का परिचय दिया। कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों को टी-शर्ट और किट प्रदान की गई, जिससे उनमें और अधिक उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के अंत में, डॉव ऋचा पुनेठा, सहायक प्रोफेसर, ने सभी स्वयंसेवकों को इस आयोजन में भाग लेने के लिए बधाई दी और उन्हें यहां से सीखकर अपने जीवन में इन शिक्षाओं को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि यह शिविर केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता लाने का एक मजबूत माध्यम है। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉव सुरेश चंद्रा का नशा मुक्ति अभियान पर स्वयंसेवकों को बताया कि नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को कमजोर करता है। हमें इसे जड़ से खत्म करने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है। युवाओं की भागीदारी इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे समाज के भविष्य हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के माध्यम से हमारा उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना और उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करना है। इस नशा मुक्ति अभियान के तहत जोश और संकल्प के साथ की गई रैली ने यह साबित कर दिया कि अगर युवा जागरूक हों, तो समाज को नशे जैसी बुरी लत से मुक्त किया जा सकता है। हमें मिलकर यह प्रयास जारी रखना होगा ताकि हमारा देश स्वस्थ, स्वच्छ और नशामुक्त बन सके।
वहीं, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 सुरेश चंद्रा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया। इस पूरे आयोजन का संचालन डॉ0 ममता भदोला जोशी ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सभी स्वयंसेवक उपस्थित रहे और इस विशेष कार्यक्रम का हिस्सा बने। इस जागरूकता अभियान ने समाज को एक नई दिशा देने और नशामुक्त भविष्य की ओर प्रेरित करने का कार्य किया।