रामनगर। रवन्यजीव सुरक्षा को लेकर कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। निदेशक डॉ0 साकेत बडोला के दिशा-निर्देशों और उप निदेशक राहुल मिश्रा के मार्गदर्शन में वन सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है। होली पर्व और उर्स मेले के दौरान किसी भी अवांछित गतिविधि को रोकने के लिए बिजरानी रेंज में विशेष गश्त चलाई गई। इसी क्रम में दिनांक 07.03.2025 को पार्क वार्डन श्री अमित कुमार ग्वासीकोटी के नेतृत्व में एक सघन अभियान चलाया गया, जिसमें वन क्षेत्र की चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर रखी गई।
अभियान की शुरुआत आमडंडा गेट/चौकी से की गई, जहां से राजकीय वाहन और पैदल गश्त के माध्यम से मुख्य वन मोटर मार्ग, सेमलचौड़, तीनपानी, गर्जिया सोत, तीनपानी ट्रांजेक्ट बटिया, फूलताल लॉक, नगरारौली सोत, बड़ी कटौनी, छोटी कटौनी धार, मधुवागाढ़ सोत और कानियां धार जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में गहराई से जांच की गई। इस गश्त के दौरान टीम पूरी तरह सतर्क रही और वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई। टीम के अधिकारियों ने जंगल में सुरक्षा बढ़ाने के लिए गश्त की रणनीति और मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए।
अभियान के दौरान गश्ती टीमों को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया कि होली और उर्स मेले को देखते हुए जंगल में अनाधिकृत प्रवेश रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जाएं। विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए। पार्क प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि वन्यजीवों की सुरक्षा में कोई भी कमी न आए, इसलिए विभिन्न माध्यमों से गश्त को तेज किया गया है। ड्रोन गश्त, हाथी गश्त और पैदल गश्त को नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है ताकि जंगल में हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सके। वन अधिकारियों ने टीमों को यह निर्देश दिए कि सुरक्षा में कोई भी चूक नहीं होनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट की जाए। पार्क प्रशासन के इस कड़े रुख के चलते अब जंगल में अवैध प्रवेश करने वालों के लिए कोई गुंजाइश नहीं रह गई है।

इस विशेष गश्त में पार्क वार्डन अमित कुमार ग्वासीकोटी के साथ वन क्षेत्राधिकारी बिजरानी रेंज भानु प्रकाश हर्बाेला, वन आरक्षी कृष्ण चन्द्र पन्त, नरेश पाण्डे, हर्षपाल सिंह, एस0टी0पी0एफ0 सहित करीब 15 अन्य स्टाफ सदस्य शामिल रहे। यह अभियान वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए चलाया गया, जिससे जंगल में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया। रिजर्व प्रशासन के इस ठोस कदम से वन्यजीव संरक्षण को एक नई मजबूती मिली है और जंगल में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया गया है।
निदेशक डॉ0 साकेत बडोला ने कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों और जंगल की सुरक्षा हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को रोकने और वन्यजीवों के संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी की जा रही है। आगामी होली पर्व और उर्स मेले के दौरान किसी भी अवांछित व्यक्ति या संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए हम पूरी तरह सतर्क हैं। वन सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बिजरानी रेंज समेत सभी संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष गश्त की जा रही है। उन्होने कहा कि हमारी टीम ड्रोन, पैदल गश्त, हाथी गश्त और आधुनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग कर रही है, ताकि वन क्षेत्र में किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके। यह सुनिश्चित किया गया है कि जंगल के हर कोने में सतर्कता बनी रहे और वन्यजीवों को किसी भी तरह का खतरा न हो। डॉ0 साकेत बडोला ने बताया कि वन विभाग की गश्ती टीमें चौबीसों घंटे निगरानी कर रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। डॉ0 साकेत बडोला ने कहा कि ‘‘मैं सभी से अपील करता हूं कि वन्यजीवों और जंगलों के संरक्षण में सहयोग करें। अवैध प्रवेश और गतिविधियों से बचें और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो वन विभाग को तुरंत सूचित करें।’’ उन्होने कहा कि हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ वन और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्यरत हैं।