हरिद्वार। हरिद्वार नगर निगम चुनाव में हार का सामना करने के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में आरोपों की झड़ी लगा दी है। चुनावों में हार के बाद अपने दोष को स्वीकारने के बजाय, पार्टी ने भाजपा पर मिथ्या आरोप लगाने का सिलसिला जारी रखा है। इससे पहले कांग्रेस ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर देशभर में संदेह पैदा करने का प्रयास किया था, और अब जब हरिद्वार में मतपत्र (बैलेट पेपर) से चुनाव संपन्न हुआ, तो उन्होंने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाकर भाजपा को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी ने कांग्रेस की इस रणनीति पर करारा जवाब देते हुए कहा कि जनता अब कांग्रेस की असलियत को भली-भांति समझ चुकी है। कांग्रेस जब भी किसी चुनाव में हारती है, तो वह अनर्गल आरोप लगाकर अपनी हार की वजहें छिपाने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार नगर निगम चुनाव की हार के बाद कांग्रेस को आत्ममंथन करना चाहिए, लेकिन इसके बजाय वह भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर राजनीतिक माहौल को दूषित करने का प्रयास कर रही है। विकास तिवारी ने आगे कहा कि हरिद्वार के मतदाताओं ने अपने विवेक का प्रयोग कर विकास को प्राथमिकता दी है, इसलिए उन्होंने भाजपा के समर्थन में मतदान किया। कांग्रेस पार्टी को अपनी हार को स्वीकार कर जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए, लेकिन वे निराधार आरोपों के सहारे अपनी विफलता को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब कांग्रेस की सच्चाई जान चुकी है और आने वाले हर चुनाव में उसे करारा जवाब देगी।
कांग्रेस के आरोपों पर जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी ने कहा कि जनता ने भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों पर भरोसा जताया है। हरिद्वार नगर निगम चुनाव में मिली जीत यह साबित करती है कि भाजपा ने क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी और जनता ने इसी आधार पर वोट दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब जनता के बीच भ्रम फैलाने की बजाय अपनी कमजोरियों को दूर करने पर ध्यान देना चाहिए। विकास तिवारी ने कहा कि हरिद्वार चुनाव परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता अब विकास और सुशासन को तरजीह दे रही है। कांग्रेस पार्टी को इस कटु सत्य को स्वीकार करना चाहिए कि अब आरोपों की राजनीति नहीं, बल्कि जनता की सेवा ही चुनावों में जीत का मूलमंत्र है। उन्होने कहा कि आने वाले चुनावों में भी जनता कांग्रेस को इसी तरह जवाब देगी और भाजपा विकास कार्यों के बल पर आगे बढ़ती रहेगी। विकास तिवारी ने कहा कि कांग्रेस का यही रवैया उसे लगातार हाशिए पर धकेल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अगर राजनीतिक रूप से पुनः मजबूत होना है, तो उसे इस तरह की नकारात्मक राजनीति से बाहर निकलना होगा। विकास पर फोकस करना होगा और जनता के हित में काम करना होगा। परंतु, अभी तक देखा गया है कि कांग्रेस केवल चुनावी हार को छिपाने के लिए विपक्षी दलों पर बेबुनियाद आरोप लगाती है और जनता को गुमराह करने का प्रयास करती है। लेकिन अब जनता इन सब चीजों को समझ चुकी है और वह अब केवल विकास चाहती है।
विकास तिवारी ने कहा कि कांग्रेस की यह रणनीति लंबे समय तक नहीं चलेगी। आज के दौर में जनता जागरूक हो चुकी है और वह केवल उन्हीं पार्टियों को समर्थन देगी, जो उनके लिए विकास कार्य करेंगी। कांग्रेस यदि अब भी अपनी नकारात्मक राजनीति पर अड़ी रही, तो उसका भविष्य और भी अधिक संकट में पड़ सकता है। विकास तिवारी ने कहा कि हरिद्वार चुनाव में भाजपा की जीत से यह भी स्पष्ट हो गया कि जनता ने मोदी सरकार की नीतियों पर भरोसा जताया है। केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को जनता ने सराहा और इसका असर चुनाव नतीजों में भी देखने को मिला। भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी भविष्य में भी विकास कार्यों को प्राथमिकता देगी और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।
कुल मिलाकर, हरिद्वार नगर निगम चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए एक बड़ा सबक है। यदि पार्टी अब भी नहीं संभली और अपनी नकारात्मक राजनीति को छोड़कर विकास के मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया, तो आने वाले चुनावों में उसकी स्थिति और भी अधिक कमजोर हो सकती है। वहीं, भाजपा ने इस जीत को जनता की सेवा का परिणाम बताया है और कहा है कि भविष्य में भी उनकी सरकार जनता के लिए काम करती रहेगी।राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि कांग्रेस का यह रवैया न केवल उसकी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि उसकी राजनीतिक साख को भी प्रभावित कर रहा है। बार-बार हार का सामना करने के बावजूद पार्टी आत्ममंथन करने के बजाय विपक्षी दलों पर आरोप लगाने की रणनीति अपनाती है, जिससे जनता का विश्वास कमजोर होता जा रहा है।