spot_img
दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, वह खुद बनिए. - महात्मा गांधी
Homeउत्तराखंडअमित शाह और पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखंड ने 38वें...

अमित शाह और पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखंड ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में बिखेरे जोश और सफलता के रंग

पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि, खेलों में नए रिकॉर्ड और 2036 ओलंपिक की मेज़बानी के लिए भारत का संकल्प

देहरादून(सुरेन्द्र कुमार)। 38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह 12 फरवरी को हल्द्वानी के अन्तरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम गौलापार में हुआ, जहां केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति ने इस अवसर को खास बना दिया। समापन समारोह के दौरान, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी. ऊषा ने खेलों के समापन की घोषणा की। इस मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन प्रमुख राज्यकृसर्विसेज, महाराष्ट्र और हरियाणाकृको सम्मानित किया। इन राज्यों ने खेलों में अपनी शानदार प्रस्तुतियों के साथ मेडल तालिका में उच्च स्थान प्राप्त किया, और इनकी मेहनत को सराहा गया। समारोह में उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक सफलता का भी जिक्र हुआ, जहां राज्य ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में अपनी कार्यकुशलता और व्यवस्था का डंका बजाया।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी शहादत को देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया। शाह ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर जबरदस्त जवाब दिया, जिससे पूरी दुनिया में भारत की शक्ति और मजबूती का संदेश गया। उन्होंने कहा कि यह शहादत केवल हमारे सैनिकों की वीरता को नहीं दर्शाती, बल्कि यह भी साबित करती है कि भारत की सेना और सीमा से कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता। इसके अलावा, शाह ने उत्तराखण्ड के चारों धामों के देवी-देवताओं को प्रणाम करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना की, जिनकी नेतृत्व में राज्य ने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया और राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री धामी की मेहनत से उत्तराखण्ड ने राष्ट्रीय खेलों में 25वें स्थान से 7वें स्थान तक की छलांग लगाई है, जो राज्य के लिए गर्व की बात है।

इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने उत्तराखण्ड के आयोजन समिति और खेल संगठनों की पीठ थपथपाई और कहा कि राज्य ने शानदार तरीके से राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया, जिसके लिए पूरे देश से प्रशंसा मिल रही है। शाह ने यह भी बताया कि उत्तराखण्ड में खेलों के आयोजन के लिए किए गए प्रयासों के कारण राष्ट्रीय खेलों का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के दौरान भौगोलिक कठिनाइयों के बावजूद राज्य सरकार ने इसे कुशलतापूर्वक संभाला, और इसके परिणामस्वरूप राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिला है। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में इको-फ्रेंडली प्रैक्टिसेज और पौधारोपण जैसी पहलों का भी जिक्र किया, जो राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में शामिल की गईं। इसके अलावा, शाह ने यह भी कहा कि खेलों में नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदों को और मजबूत करते हैं।

अमित शाह ने अपने भाषण में नार्थ ईस्ट को भी महत्व दिया और कहा कि राष्ट्रीय खेलों की मशाल अब उत्तराखण्ड से मेघालय जाएगी। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने यह निर्णय लिया है कि नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में खेलों का आयोजन करके क्षेत्र को खेल के क्षेत्र में बढ़ावा दिया जाएगा। शाह ने मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा को आगामी राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि यह कदम नॉर्थ ईस्ट को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में मदद करेगा। केन्द्रीय गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में खेलों के वातावरण में सकारात्मक बदलाव की सराहना की और कहा कि देशभर में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर, कोचिंग की व्यवस्था और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के जरिए भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया गया है।

शाह ने फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसी योजनाओं की महत्ता को भी बताया, जिनके जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खेलों के क्षेत्र में युवा खिलाड़ियों को जितने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किया जाता है, जो उनके भविष्य को उज्जवल बनाता है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि खिलाड़ी सिर्फ शारीरिक क्षमता से नहीं, बल्कि अपनी दृढ़ निश्चय और मजबूत मनोबल से सफलता प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने खेल के क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं, जिनसे आज हर खिलाड़ी प्रधानमंत्री को खेल मित्र मानता है। इसके अलावा, शाह ने खेल बजट में हुई वृद्धि का भी जिक्र किया और बताया कि 2014 में खेल बजट 800 करोड़ था, जो अब 3800 करोड़ तक पहुंच चुका है। इससे यह साफ पता चलता है कि देश में खेलों के प्रति बढ़ती रुचि और खिलाड़ियों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आखिरकार, अमित शाह ने कहा कि भारत 2036 में ओलंपिक की मेज़बानी के लिए तैयार है और इसके लिए देश भर के खिलाड़ी तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड जैसे छोटे पहाड़ी राज्य ने जिस प्रकार से राष्ट्रीय खेलों का सफलतापूर्वक आयोजन किया, वह यह दर्शाता है कि भारत के हर राज्य में खेलों की क्षमता और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए सभी राज्य तैयार हैं। शाह ने यह भी कहा कि 2036 के ओलंपिक में भारत के खिलाड़ी अपनी मेहनत से मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाएंगे

संबंधित ख़बरें
गणतंत्र दिवस की शुभकामना
75वां गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ

लेटेस्ट

ख़ास ख़बरें

error: Content is protected !!