काशीपुर(एस पी न्यूज़)। एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। इस मामले में काशीपुर कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायालय में पेश किया। पुलिस क्षेत्र अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यह घटना 12 फरवरी की रात की है, जब चौकी कटोराताल पर मोहल्ला ओझान से एक व्यक्ति ने सूचना दी कि खान मेडिकल स्टोर के पास किराए पर रहने वाली एक महिला को उसके पति ने चाकू से हमला कर दिया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। वहां पर महिला सुनीता देवी खून से सनी हुई हालत में पड़ी थी। मौके पर उपस्थित महिला के पुत्र सन्नी ने बताया कि उसकी सौतेले पिता भगवानदास यादव ने उसकी मां को चाकू मारकर हत्या कर दी। महिला के पुत्र ने यह भी जानकारी दी कि आठ साल पहले उसकी मां के पहले पति की मृत्यु हो गई थी और फिर उसने भगवानदास से कोर्ट मैरिज की थी। घटना के तुरंत बाद महिला को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के संबंध में सुनीता देवी के पुत्र सन्नी ने काशीपुर कोतवाली में आरोपी भगवानदास के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए शहर की नाकेबंदी करने के आदेश दिए। साथ ही पुलिस को यह जानकारी मिली कि हत्या के बाद भगवानदास वहां से भाग गया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और उसे रात करीब 1रू30 बजे कलश मंडप जाने वाली सड़क से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने भगवानदास के खिलाफ हत्या की धारा 103 (1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस टीम में पुलिस क्षेत्र अधिकारी दीपक सिंह, कोतवाली प्रभारी अमरचंद शर्मा, वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल जोशी, उपनिरीक्षक सौरभ भारती, विपुल जोशी, चंदन सिंह, मनोज धोनी, कंचन पंडलिया, संतोष देवरानी, अपर उप निरीक्षक अजीत सिंह, और अपर उप निरीक्षक प्रकाश बोरा शामिल थे।
पूछताछ के दौरान भगवानदास ने खुलासा किया कि सुनीता देवी उसकी दूसरी पत्नी थी। उसने बताया कि उसकी पहली पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी और वह जल सस्थान में फिटर के पद पर कार्यरत था। भगवानदास ने यह भी बताया कि वह दो-तीन साल पहले रिटायर हो चुका था और उसकी अच्छी खासी संपत्ति थी। उसने कहा कि उसे शक था कि सुनीता देवी अन्य पुरुषों से संपर्क रखती थी और केवल उसकी संपत्ति पर लालच थी। भगवानदास ने यह भी बताया कि उसकी पत्नी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी और उसे बूढ़ा कहकर ताने देती थी, जिससे उसका आत्मसम्मान चोटिल होता था। भगवानदास के अनुसार, यह सारी बातें उसकी मानसिक स्थिति पर असर डाल रही थीं, जिसके बाद उसने यह तय किया कि वह अपनी पत्नी की हत्या कर देगा।
भगवानदास ने पुलिस को बताया कि उसने सुनीता देवी से प्रेम संबंध बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पत्नी ने उसकी बातों को नकारते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। फिर वह आक्रोशित हो गया और उसने योजना के तहत शाम 8 बजे के आसपास जब सुनीता देवी का बेटा सन्नी जिम के लिए बाहर गया था, उसी समय उसने अपनी पत्नी की हत्या करने का मन बना लिया। भगवानदास ने बताया कि उसने चाकू छीनकर सुनीता देवी का गला काट दिया, जिसके बाद वह जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद भगवानदास ने मौके से भागने का फैसला किया। हत्या के बाद वह कई घंटों तक आसपास के स्थानों पर छिपा रहा, लेकिन पुलिस की कड़ी निगरानी के चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घटना काशीपुर के नागरिकों में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस हत्या ने स्थानीय समुदाय को चौंका दिया है और लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे हैं कि किसी व्यक्ति के भीतर ऐसी घिनौनी भावना कहां से उत्पन्न हो सकती है, जिससे वह अपनी पत्नी की जान ले सके। पुलिस ने आरोपी भगवानदास को गिरफ्तार करने के बाद अपनी पूरी तत्परता से मामले की जांच की और आरोपी को न्यायालय में पेश किया। इस घटना ने यह भी दिखाया कि पुलिस ने बिना समय गंवाए त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई।
साथ ही, पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि अपराधियों की पकड़ के लिए शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें। काशीपुर की कोतवाली पुलिस और संबंधित अधिकारी इस मामले को लेकर काफी संवेदनशील थे और उन्होंने समाज में अपराधियों के खिलाफ कड़ी चेतावनी देने का संदेश दिया है।