रामनगर(एस पी न्यूज़)। इस वर्ष 26 फरवरी को मनाया जाने वाला महाशिवरात्रि पर्व, भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक बनकर अत्यंत उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पावन दिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आता है, जिससे भक्तों में अद्भुत ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्माद का संचार होता है। इस महापर्व की महत्ता में हर बार वृद्धि होती जा रही है, किन्तु इस बार इसे विशेष महत्व दिया जा रहा है क्योंकि इस दिन अनेक दुर्लभ और शुभ संयोग बन रहे हैं। धार्मिक ग्रंथों में वर्णित इस दिन की महिमा के अनुसार, भक्त अपने घरों और मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक कर, बेलपत्र अर्पित कर तथा ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करते हैं ताकि भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त हो सके। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का मानना है कि उनकी साधना, तपस्या और आराधना से जीवन की सभी चुनौतियाँ दूर हो जाएँगी और नई उमंग के साथ जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त होगा।
स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न धार्मिक समारोहों में भी महाशिवरात्रि के महत्व को उजागर किया जा रहा है, जहाँ अनेक भक्तगण एक साथ मिलकर अपने दिलों में शांति और उत्साह का संचार करते हैं। साथ ही, इस दिन के धार्मिक महत्व के अतिरिक्त, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी इसे अत्यंत फलदायी माना जा रहा है। कई विशिष्ट योगों का निर्माण हो रहा है, जो आने वाले दिनों में भक्तों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और धन लाभ का संकेत देने वाले हैं। पंडित विनोद मिश्रा के अनुसार, इस वर्ष महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र और परिध योग का अद्भुत संयोग बन रहा है, जिससे न केवल आध्यात्मिक उन्नति होगी बल्कि आर्थिक, सामाजिक और व्यक्तिगत स्तर पर भी नयी उमंग और आशा का संचार होगा। धार्मिक आस्था के साथ-साथ यह पर्व समाज में भाईचारे और एकता का भी संदेश देता है, जिससे सभी वर्गों के लोग मिलकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें। इस प्रकार, महाशिवरात्रि का यह महापर्व सभी के जीवन में उजाला और समृद्धि का संदेश लेकर आता है, और भक्तों को अपने अंदर छिपी असीम संभावनाओं को उजागर करने का प्रेरणास्रोत बनता है।
त्र्यंबकेश्वर के ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद मिश्रा के विश्लेषण के अनुसार, इस महाशिवरात्रि पर बन रहे अद्भुत योग और संयोगों का प्रभाव विशेष रूप से कुछ राशियों पर देखने को मिलेगा, जिनके लिए यह दिन अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। उनके अनुसार, इस पावन दिन के शुभ योग से तीन भाग्यशाली राशियाँ मेष, मिथुन और सिंह को अनपेक्षित धन लाभ एवं जीवन में सकारात्मक परिवर्तन के संकेत प्राप्त होंगे। मेष राशि के जातकों के लिए यह दिन नई शुरुआत का संदेश लेकर आता है; भगवान शिव की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होने की संभावना प्रबल हो जाती है। नौकरी की तलाश में लगे मेष जातकों को मनचाही नौकरी मिलने के साथ ही पदोन्नति और प्रतिष्ठा में वृद्धि भी हो सकती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
मिथुन राशि के लोगों के लिए महाशिवरात्रि का दिन आर्थिक मामलों में सफलता और समृद्धि का प्रतीक बनेगा। धन संबंधी कार्यों में सफलता, निवेश के अवसर और सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी। वहीं, सिंह राशि के जातकों के लिए यह दिन खुशियों और सफलता का आगाज करेगा; निवेश के नए अवसर खुलेंगे और करियर में प्रगति के संकेत स्पष्ट होंगे। यह ज्योतिषीय दृष्टिकोण न केवल आर्थिक लाभ के प्रति संकेत देता है, बल्कि व्यक्ति की मानसिक और भावनात्मक स्थिति में भी संतुलन एवं ऊर्जा का संचार करता है।
पंडित विनोद मिश्रा ने स्पष्ट किया कि इन शुभ योगों का लाभ उठाने के लिए अपने आध्यात्मिक साधनों पर ध्यान देना आवश्यक है, जिससे भक्तों का मन शांत और एकाग्र हो सके। इस प्रकार, महाशिवरात्रि का यह दिन न केवल तीन विशेष राशियों के लिए वरदान साबित होगा, बल्कि अन्य सभी जातकों के लिए भी सकारात्मक ऊर्जा, सफलता और समृद्धि का संदेश लेकर आएगा, जिससे जीवन में आने वाले परिवर्तन अचूक और लाभकारी सिद्ध होंगे।
अंततः, इस पावन महाशिवरात्रि के दिन भक्तों के लिए कुछ विशेष उपायों का पालन करने की सलाह दी जा रही है, जिससे न केवल आध्यात्मिक उन्नति हो, बल्कि जीवन की सभी परेशानियाँ दूर हो जाएँ। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिव्य दिन पर शिवलिंग पर जलाभिषेक करना, बेलपत्र अर्पित करना तथा ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। पंडित विनोद मिश्रा ने यह भी बताया कि इन साधनाओं से व्यक्ति के मन में शांति और स्थिरता आती है, जिससे वह जीवन की कठिनाइयों का सामना करने में समर्थ हो जाता है।
साथ ही, गरीबों को दान-पुण्य करने और जरूरतमंदों की सहायता करने से समाज में एकता और भाईचारे की भावना और प्रबल होती है। इस दिन की साधना से आत्मा को शुद्धि मिलती है, और आने वाले दिनों में धन लाभ, स्वास्थ्य तथा खुशहाली का संचार होता है। ज्योतिषी मानते हैं कि महाशिवरात्रि का यह पर्व सभी जातकों के लिए है, और इसके प्रभाव से जीवन में नए आशा के किरण जगमगा उठते हैं। यह दिन भक्तों को अपने भीतर छिपी सकारात्मक ऊर्जा को जागृत करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे वे अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें। महाशिवरात्रि का यह महापर्व, जो भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का प्रतीक है, सभी के जीवन में नई प्रेरणा, आत्मविश्वास और समृद्धि का संदेश लेकर आता है, और इसे मनाने वाले हर व्यक्ति के लिए यह दिन एक नया अध्याय खोलने जैसा सिद्ध होगा।