रामनगर(एस पी न्यूज़)। पुलिस को अपराध गतिविधियों पर लगाम लगाने में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने गांव मालधन चौड़ स्थित अवैध रूप से तमंचा बनाने वाली एक फैक्ट्री में छापा मारकर वहां से एक आरोपी को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में अवैध तमंचे और कारतूस बरामद किए। इस कार्रवाई ने स्थानीय अपराधियों के बीच खलबली मचा दी है। यह घटना रामनगर क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे पुलिस अभियानों के तहत सामने आई। पुलिस के इस कदम ने अवैध हथियारों के निर्माण और व्यापार में शामिल लोगों को बड़ी चेतावनी दी है।
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि उन्हें मुखबिर से गांव मालधन चौड़ के तुमाडियाडाम इलाके में अवैध रूप से तमंचा बनाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही वरिष्ठ उप निरीक्षक मोहम्मद यूनुस, मालधन चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार, पीरुमदारा चौकी प्रभारी सुनील धानिक समेत अन्य पुलिसकर्मियों की एक टीम गठित की गई। इस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उक्त स्थान पर छापा मारा। पुलिस टीम को यह छापा उस वक्त मारने का निर्देश दिया गया जब उन्हें यकीन हो गया कि वहां अवैध रूप से हथियार बनाए जा रहे हैं और तस्करी की जा रही है।
पुलिस की इस कारवाई में रामनगर पुलिस ने मौके पर एक आरोपी को पकड़ा, जिसकी पहचान महमूद के रूप में हुई है। आरोपी महमूद डिलारी गांव, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) का निवासी बताया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी महमूद इस इलाके में एक अवैध फैक्ट्री चला रहा था जहां पर तमंचे बनाए जाते थे। इस फैक्ट्री में पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध रूप से बनाए गए हथियारों और उनके बनाने के उपकरणों को बरामद किया। बरामदगी में एक 312 बोर की बंदूक, दो 315 बोर के तमंचे, कारतूस, खोखे और तमंचे बनाने के उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने तमंचा बनाने वाली मशीन भी जब्त की है, जो इस प्रकार के अवैध हथियारों के निर्माण में मदद करती थी।
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि आरोपी महमूद के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की गई है। पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है, ताकि अवैध हथियारों की तस्करी और उनके निर्माण पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। मामले की जांच जारी है और पुलिस का कहना है कि वे इस फैक्ट्री से जुड़े अन्य व्यक्तियों का भी पता लगा रहे हैं। जांच के दौरान यह स्पष्ट किया जाएगा कि महमूद के साथ और कौन लोग इस आपराधिक गतिविधि में शामिल थे। अगर पुलिस जांच में किसी अन्य व्यक्ति का नाम सामने आता है, तो उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रामनगर पुलिस की इस सफल छापेमारी ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि पुलिस अवैध गतिविधियों के खिलाफ मुहिम जारी रखे हुए है और किसी भी अपराधी को नहीं बख्शा जाएगा। इस कार्रवाई से यह संदेश भी गया है कि पुलिस अब तक किसी भी प्रकार के अपराध को छिपने का मौका नहीं दे रही है और उसे पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। खासतौर पर ऐसे मामलों में पुलिस का रुख और तेज हो गया है जहां अवैध हथियारों का निर्माण और वितरण बड़े पैमाने पर हो रहा हो।
पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं और क्षेत्र में लगातार गश्त भी बढ़ा दी है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि वे ऐसे मामलों में पूरी गंभीरता से कार्रवाई कर रहे हैं और अवैध हथियारों के कारोबार में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरतेंगे। इस कार्रवाई को लेकर पुलिस ने यह भी कहा कि वे इस मामले में जांच के दौरान न केवल आरोपी महमूद बल्कि अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार करने के लिए तत्पर हैं।
इस प्रकार की पुलिस कार्रवाई से स्थानीय समाज में यह आशा जगी है कि अब अपराधियों को किसी भी प्रकार का संरक्षण नहीं मिलेगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस कार्रवाई से यह भी साफ हो गया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।