काशीपुर(एस पी न्यूज़)। उधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अपराधी यह न समझें कि उत्तराखंड उनके लिए सुरक्षित शरणगाह बन सकता है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि कानून से बचने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उनका यह बयान तब आया जब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की पुलिस के लिए सिरदर्द बने मोस्ट वांटेड अपराधी फुरकान को पुलिस ने मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। फुरकान उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कई जघन्य अपराधों में वांछित था और पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पैगा क्षेत्र में फुरकान के साथ पुलिस की यह मुठभेड़ हुई। यह अपराधी आईटीआई थाना क्षेत्र और जसपुर की लूट की वारदातों में संलिप्त था और उस पर बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और उधम सिंह नगर में दो दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज थे। उसके खिलाफ डकैती, लूट, चोरी, हत्या के प्रयास और गैंगस्टर एक्ट के तहत कई मामले चल रहे थे। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस के लिए फुरकान को पकड़ना एक बड़ी चुनौती बन चुका था, क्योंकि वह अत्यधिक शातिर था और हर बार पुलिस के शिकंजे से बच निकलता था।

फुरकान का आपराधिक इतिहास काफी पुराना और विस्तृत है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उसने एक दर्जन से अधिक डकैती, कई लूट और हत्या के प्रयास जैसे संगीन अपराधों को अंजाम दिया था। बार-बार जेल जाने के बावजूद वह अपने आपराधिक नेटवर्क को संचालित करता रहा और समय-समय पर अपने गिरोह को पुलिस और सर्विलांस से बचने के नए तरीके सिखाता रहा। पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती थी कि वह हर बार बचकर निकल जाता था, लेकिन इस बार पुलिस ने उसे धर दबोचा।

इससे पहले भी उसके गिरोह के तीन अन्य अपराधी जनपद बिजनौर में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस ने जब इस गिरोह पर शिकंजा कसना शुरू किया, तो फुरकान ने उत्तराखंड को अपनी शरणस्थली बनाने की कोशिश की, लेकिन उत्तराखंड पुलिस की सतर्कता और मुस्तैदी के कारण उसका यह मंसूबा सफल नहीं हो पाया। मुठभेड़ के तुरंत बाद एसएसपी मणिकांत मिश्रा स्वयं मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने काशीपुर के सरकारी अस्पताल में जाकर भी स्थिति का जायजा लिया, जहां फुरकान को गोली लगने के बाद उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। एसएसपी मिश्रा ने पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई अपराधियों के हौसले पस्त करने के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उत्तराखंड में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और जो भी इस राज्य में कानून तोड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मुठभेड़ उत्तराखंड पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि लंबे समय से फुरकान पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की संयुक्त कार्रवाई में यह गिरफ्तारी पुलिस की जबरदस्त योजना और सूझबूझ का नतीजा रही। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस घटना को अपराध के खिलाफ पुलिस की सख्ती का प्रतीक बताया और कहा कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई बिना किसी दबाव के जारी रहेगी। अपराधियों को यह नहीं समझना चाहिए कि वे उत्तराखंड में आकर बच सकते हैं। उत्तराखंड पुलिस पूरी सतर्कता के साथ अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रखेगी और प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जाएगी।