काशीपुर(एस पी न्यूज़)। नवनिर्वाचित मेयर दीपक बाली की पत्नी श्रीमती उर्वशी दत्त बाली ने एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल शुरू की है। उन्होंने नगर और क्षेत्र में अकेले रहने वाले असहाय बुजुर्गों के लिए एक ऐतिहासिक मुहिम की शुरुआत की है, जिससे निसंदेह बुजुर्गों को अब सहारा मिलेगा और वे बिना किसी परेशानी के अपने घरों में रहकर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस मुहिम का उद्देश्य न केवल बुजुर्गों की देखभाल करना है, बल्कि इसके जरिए बेरोजगार महिलाओं और पुरुषों को रोजगार का अवसर भी प्रदान करना है। इस पहल के तहत बुजुर्गों को उनकी प्राकृतिक क्रियाओं, दवाइयों, और दिनचर्या में मदद दी जाएगी और इसके लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित व्यक्ति नियुक्त किए जाएंगे। इसके साथ ही, जो लोग इन बुजुर्गों की सेवा करेंगे, उन्हें अच्छा वेतन भी मिलेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
श्रीमती उर्वशी दत्त बाली के इस पहल में उनका उद्देश यही है कि काशीपुर और आसपास के क्षेत्र में रहने वाले असहाय बुजुर्गों को अब अकेलेपन का सामना न करना पड़े। उनका कहना है कि कई ऐसे परिवार हैं, जिनके पास आर्थिक संसाधन तो हैं, लेकिन वे व्यस्तता के कारण अपने बुजुर्गों की देखभाल नहीं कर पाते। इस कारण से बुजुर्गों को असहाय और कष्टपूर्ण जीवन जीना पड़ता है। उन्हें न तो समय पर दवाई मिलती है, न ही वे अपनी जरूरतों को पूरा कर पाते हैं। इसके अलावा, कई बुजुर्ग तो इस स्थिति में होते हैं कि वे उठ भी नहीं सकते और अपने शरीर की सफाई भी नहीं कर पाते। ऐसे में न केवल उनका शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि मानसिक स्थिति भी खराब होती है। इस मुहिम का उद्देश्य इन बुजुर्गों को एक नया जीवन देना और उन्हें उनके घरों में ही उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सेवाएं उपलब्ध कराना है।
श्रीमती उर्वशी दत्त बाली ने बताया कि कई बुजुर्गों के बच्चे विदेशों में रहते हैं और वे चाहकर भी अपने बुजुर्गों की देखभाल के लिए यहां नहीं आ सकते। इसके बावजूद, वे अपने माता-पिता की देखभाल और सेवा करना चाहते हैं। ऐसे बुजुर्गों के लिए यह मुहिम वरदान साबित हो सकती है। श्रीमती बाली ने इस पहल के लिए काशीपुर के मुरादाबाद रोड पर स्थित संजीवनी हॉस्पिटल के एमडी मुकेश चावला और जसपुर के मेट्रो हॉस्पिटल के डॉक्टर जतिन गर्ग से भी बात की है, ताकि इस सेवा में लगाए गए कर्मचारियों को चिकित्सा प्रशिक्षण दिया जा सके। दोनों ही डॉक्टर समाज सेवा के प्रति अपने दायित्व को निभाने के लिए तैयार हो गए हैं और उन्होंने इस प्रशिक्षण के लिए अपनी सेवाएं निरूशुल्क देने का वचन दिया है। यह प्रशिक्षण उन लोगों के लिए है जो बुजुर्गों की देखभाल करना चाहते हैं और इसमें अशिक्षित स्त्री-पुरुष भी भाग ले सकते हैं।

यह प्रशिक्षण 15 फरवरी से शुरू होगा और यह 15 दिन का होगा। इस प्रशिक्षण के अंतर्गत कर्मचारियों को न केवल बुजुर्गों की देखभाल के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में भी सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण लेने वाले लोगों को एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा, जिसे वे किसी भी संस्थान में नौकरी के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद, काशीपुर के वरिष्ठ भाजपा नेता और सिक्योरिटी सर्विस के संचालक चौधरी समरपाल सिंह इन कर्मचारियों का सत्यापन करेंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि कर्मचारियों का चरित्र सही है और वे किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सक्षम हैं। इस सत्यापन प्रक्रिया के जरिए समाज में एक नई उम्मीद जागेगी और यह सुनिश्चित होगा कि बुजुर्गों की देखभाल में लगे लोग सक्षम और ईमानदार हैं।
श्रीमती उर्वशी दत्त बाली ने यह भी बताया कि इस मुहिम के जरिए, न केवल बुजुर्गों की देखभाल और सेवा होगी, बल्कि बेरोजगार महिला और पुरुषों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा, यह पहल समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाकर एकजुटता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देगी। उन्होंने यह वचन लिया कि जल्द ही इस सेवा के लिए महिलाओं और पुरुषों को निशुल्क चिकित्सा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे बुजुर्गों की देखभाल में एक नया मोड़ आएगा और समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस पहल के माध्यम से न केवल बुजुर्गों को सहारा मिलेगा, बल्कि यह समाज में एक नई उम्मीद की किरण भी जगाएगा, जिससे सभी को एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होने का मार्ग मिलेगा।