हरिद्वार(एस पी न्यूज़)। उत्तराखंड ने इतिहास रचते हुए स्वतंत्र भारत के पहले राज्य के रूप में समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष, विकास तिवारी ने इस निर्णय को न सिर्फ उत्तराखंड के लिए, बल्कि समूचे भारत के लिए ऐतिहासिक करार दिया। तिवारी का कहना है कि यह कदम भारतीय समाज में समानता और एकता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय संविधान के मूल्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यह निर्णय राज्य के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
विकास तिवारी ने आगे कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद करते हुए, उन्होंने हरिद्वारवासियों की ओर से बधाई दी। उनका मानना है कि न्ब्ब् को लागू करने से राज्य में सामाजिक न्याय, समानता और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा मिलेगा। तिवारी ने यह भी कहा कि यह कदम उत्तराखंड के लोगों के लिए एक नई आशा का प्रतीक है, जो उन्हें हर क्षेत्र में समान अवसर और अधिकार प्रदान करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में यह कदम राज्य के विकास को नई दिशा देगा।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने इस फैसले को एक सकारात्मक परिवर्तन के रूप में देखा, जो भारतीय समाज की विविधता में एकता की भावना को बढ़ावा देगा। उनका कहना है कि इस कदम से विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के बीच भाईचारे की भावना को और मजबूत किया जा सकेगा। UCC का उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए समान कानून लाना है, जो न केवल धार्मिक या सांस्कृतिक भेदभाव को समाप्त करेगा, बल्कि हर व्यक्ति को एक समान अवसर और अधिकार देगा। तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि यह निर्णय न केवल एक कानूनी कदम है, बल्कि यह भारतीय समाज के समग्र विकास और प्रगति के लिए भी एक अहम पहल है।
यह ऐतिहासिक निर्णय उत्तराखंड की जनता के लिए एक सशक्त संदेश है कि राज्य सरकार सामाजिक सुधारों के प्रति प्रतिबद्ध है। विकास तिवारी ने इस फैसले को एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देखा, जो राज्य की सामाजिक संरचना को सशक्त बनाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि UCC लागू करने से उत्तराखंड में समान अधिकारों का पालन सुनिश्चित होगा, जिससे लोगों के बीच सामूहिक समरसता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिलेगा। उनका मानना है कि इस फैसले से राज्य में न केवल कानून व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि इससे विकास की गति में भी तेजी आएगी।
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के बाद तिवारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व को विशेष तौर पर सराहा। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने इस साहसिक निर्णय को लागू करने के लिए कड़ी मेहनत की है, जिससे राज्य की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को एक नई दिशा मिलेगी। तिवारी ने यह भी कहा कि इस फैसले से उत्तराखंड के लोग गर्व महसूस करेंगे और यह राज्य में प्रशासनिक सुधारों की प्रक्रिया को और तेज करेगा। इसके साथ ही, उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य के लोग इस निर्णय को पूरी तरह से समर्थन देंगे और राज्य सरकार की दिशा में एकजुट होंगे।
विकास तिवारी का कहना था कि इस ऐतिहासिक कदम से अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत होगा। उन्होंने यह माना कि उत्तराखंड का यह कदम पूरे देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में एक प्रेरणा बनेगा। उनका मानना है कि इस पहल से न सिर्फ उत्तराखंड, बल्कि पूरे देश में कानून व्यवस्था में समानता और न्याय का एक नया अध्याय शुरू होगा, जिससे समाज में सामूहिक विकास होगा।