हरिद्वार(सुरेन्द्र कुमार)। हरिद्वार और रुड़की के क्षेत्र में रविवार को राजनीति और हिंसा का संगम देखने को मिला जब फायरिंग और पिस्टल के जरिए धमकाने के आरोप में पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चौंपियन और वर्तमान निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हरिद्वार पुलिस ने दोनों नेताओं को गिरफ्तार कर लिया और अब उन्हें न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। इस घटनाक्रम ने जिले में एक नया मोड़ लिया है, जहां दोनों पक्षों के बीच विवाद और तनाव बढ़ता जा रहा है। हरिद्वार पुलिस ने दोनों आरोपियों को अलग-अलग कोतवालियों में रखा था और उन्हें रातभर हिरासत में रखा गया। इस दौरान, दोनों को पूरी रात कोतवालियों में बितानी पड़ी, जबकि पुलिस ने उन्हें मेडिकल चेकअप के बाद कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। कुंवर प्रणव चौंपियन को रानीपुर कोतवाली में रखा गया था, वहीं उमेश कुमार को रुड़की के सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया।
इस मामले में हरिद्वार पुलिस प्रमुख प्रमेंद्र डोबाल ने पुष्टि की कि दोनों पक्षों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। एसएसपी डोबाल ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद मेडिकल जांच के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा। रविवार को हुई गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मामले में 10 अन्य लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें पांच लोग एक पक्ष से थे और पांच दूसरे पक्ष के थे। पुलिस का कहना है कि यह मामले में जांच पूरी की जा रही है, और दोनों पक्षों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब पुलिस का ध्यान इस बात पर है कि किसी प्रकार का और विवाद न बढ़े, और स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
खानपुर विधायक उमेश कुमार के घर पर हुई फायरिंग की घटना ने रुड़की शहर में बड़ा तनाव पैदा कर दिया है। यह घटना दिन में पहले ही तूल पकड़ चुकी थी और अब पूरी रात के बाद पुलिस की कार्रवाई ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। रुड़की में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और दोनों नेताओं के घरों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने यह कदम इस डर से उठाया है कि किसी प्रकार की हिंसा या उपद्रव की संभावना न हो। रामनगर कोर्ट में दोनों आरोपियों को पेश करने से पहले शहर में किसी भी तरह की अफरातफरी को रोकने के लिए सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। अदालत में पेशी के दौरान पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
उमेश कुमार और चौंपियन के बीच बढ़ता विवाद इस समय चर्चा का विषय बन चुका है। उनके समर्थकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर कड़ी आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की जा रही हैं। रुड़की में इस घटनाक्रम ने ऐसे माहौल को जन्म दिया है जहां पुलिस को पूरी स्थिति पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। तनाव बढ़ने के कारण पुलिस ने पूरे शहर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की है और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है। दोनों नेताओं के समर्थक भी इस घटना के बाद अपने-अपने नेता के पक्ष में सड़कों पर आ गए हैं, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। पुलिस इस मामले में पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।
रुड़की में उमेश कुमार के घर पर हुई फायरिंग और इसके बाद के घटनाक्रम ने न केवल स्थानीय राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे जिले में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के बारे में सवाल भी खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इन घटनाओं के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों नेताओं को गिरफ्तार किया और उन्हें अदालत में पेश करने की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया। अब सबकी नजरें अदालत पर हैं, जहां यह तय किया जाएगा कि दोनों नेताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने यह साबित कर दिया है कि स्थानीय राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला कभी भी हिंसा का रूप ले सकता है, और इसे नियंत्रित करने के लिए मजबूत प्रशासनिक कदम उठाने की जरूरत है। पुलिस अब दोनों नेताओं और उनके समर्थकों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखेगी, ताकि कोई नई घटना न हो और शहर में शांति बनी रहे।