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रामनगरी में श्रद्धा का अद्भुत दृश्य, 3 किलोमीटर पैदल चलकर रामलला के दर्शन कर रहे भक्त

लाखों श्रद्धालुओं से अयोध्या हुई महक, सुबह 4 बजे से भक्त रामलला के दर्शन में जुटे

प्रयागराज(सुरेन्द्र कुमार)। अयोध्या, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का एक प्रमुख केंद्र है, इन दिनों विशेष रूप से सुर्खियों में है। शहर को इस समय एक दिव्य रूप में सजाया गया है, जिससे इसका माहौल एकदम अलग और अद्भुत नजर आ रहा है। यहां के प्रमुख धर्मपथ, रामपथ और मठ-मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया है, जिससे पूरे नगर में एक दिव्यता और आभा फैली हुई है। इस खूबसूरत सजावट के बीच, हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं, जो इसे एक जीवंत और भक्तिमय स्थल बना रहे हैं। खासकर, प्रयागराज महाकुंभ से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इस समय जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। शनिवार को एकादशी के कारण यहां भीड़ और भी बढ़ गई थी, और साथ ही मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी जैसे खास पर्व भी आ रहे हैं। इस प्रकार, अयोध्या में श्रद्धालुओं की यह भीड़ 5 फरवरी तक लगातार बनी रह सकती है।

इस बढ़ती भीड़ के मद्देनजर, प्रशासन ने पूरे शहर में आवश्यक सुरक्षा और व्यवस्था की है। रामपथ से जुड़ी हर गली को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपने रास्ते पर जा सकें। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर भी प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं के वाहनों को पार्क करने के लिए विशेष पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को खड़ा कर, फिर पैदल चलकर सरयू नदी, हनुमान गढ़ी और राम मंदिर तक पहुंच रहे हैं। इन पार्किंग स्थलों पर वाहनों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे प्रशासन को अतिरिक्त इंतजाम करने पड़ रहे हैं। श्रद्धालु तीन से चार किलोमीटर पैदल चलकर इन पवित्र स्थानों तक पहुंचने का उत्साह दिखा रहे हैं, और यह देखकर लगता है कि अयोध्या में आकर एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करना उनके लिए सर्वाेपरि है।

इन व्यवस्था और बदलावों को लेकर दूर-दूर से आए श्रद्धालु भी अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। तेलंगाना के हैदराबाद से आए भोला राम चौधरी ने बताया कि वह पहले भी कई बार कुंभ मेले में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इस बार अयोध्या आने का उनका अनुभव बिल्कुल अलग है। उन्होंने कहा कि पहले अयोध्या आने पर उन्होंने जो व्यवस्था देखी थी, और अब जो बदलाव हुए हैं, उनमें जमीन-आसमान का फर्क है। उनके मुताबिक, अयोध्या में होने वाले तीर्थ स्थलों के पुनर्निर्माण और विकास से यह स्थल और भी पवित्र और भक्तों के लिए सुविधाजनक बन गया है। वे विशेष रूप से साफ-सफाई, यात्री सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्थाओं से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम न केवल तीर्थयात्रियों के लिए आवश्यक था, बल्कि इसने अयोध्या को एक वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल में भी बदल दिया है, जहां आने वाले हर श्रद्धालु को संतुष्टि मिल रही है।

राजस्थान से आए मंगला राम देवर्षि ने भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि अयोध्या में पार्किंग से लेकर शौचालय, पुलिस तैनाती और अन्य व्यवस्थाओं में बहुत सुधार हुआ है। उन्हें यह देखकर बहुत संतोष हुआ कि प्रशासन ने हर कदम पर श्रद्धालुओं की मदद के लिए तत्पर पुलिस अधिकारियों की तैनाती की है, जो किसी भी समस्या का समाधान तत्काल करते हैं। मंगला राम ने बताया कि पुलिस अधिकारी भी बहुत विनम्रता से यात्रियों की समस्याओं को सुन रहे थे और उनका समाधान भी कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करना उनके लिए जीवन का सबसे पवित्र अनुभव था, और यह उनके पूर्वजों द्वारा किए गए संघर्षों का फल है, जिसे वे आज अपनी आँखों से देख रहे थे।

अयोध्या में इस समय जो उत्सव जैसा माहौल है, वह केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि प्रशासनिक रूप से भी विशेष महत्व रखता है। अब यहां की व्यवस्था इतनी सुव्यवस्थित हो चुकी है कि हर श्रद्धालु को अपनी यात्रा में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता। पार्किंग से लेकर धार्मिक स्थल तक जाने के रास्ते, और वहां पर व्यवस्थाओं का ध्यान रखने वाली पुलिस, हर कदम पर श्रद्धालुओं के अनुभव को सुखद बनाने के लिए काम कर रही है। यहां का हर पहलू, चाहे वह साफ-सफाई हो, सुरक्षा हो, या फिर यात्री सुविधाएं, सब कुछ अद्वितीय और अविस्मरणीय है। यह परिवर्तन न केवल अयोध्या के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए एक आदर्श बन गया है कि कैसे तीर्थस्थलों के पुनर्निर्माण और यात्री सुविधाओं में सुधार किया जा सकता है।

अयोध्या में इस समय जो दृश्य है, वह किसी धार्मिक स्थल की यात्रा से कहीं अधिक है। यह एक ऐतिहासिक यात्रा का प्रतीक बन चुका है, जिसमें हर श्रद्धालु को अपनी आस्था और विश्वास का अनुभव हो रहा है। यहां आकर हर व्यक्ति को यह महसूस हो रहा है कि वह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि प्रशासन की ओर से दी गई सुविधाओं के लिए भी भाग्यशाली है। अयोध्या में जो परिवर्तन आए हैं, वे इसे एक वैश्विक धार्मिक स्थल बना रहे हैं, जहां आने वाले श्रद्धालु न केवल अपनी आस्थाओं को साकार करते हैं, बल्कि उन्हें यहां हर प्रकार की सुविधा भी मिलती है।

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