नई दिल्ली(स्वाती गुप्ता)। विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला और भी रोचक हो गया है। इस सीट पर चुनावी हलचलें तेज हो चुकी हैं, क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित चुनावी मैदान में हैं। दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीट पर यह चुनावी लड़ाई राजनीति के बड़े चेहरों के बीच हो रही है। कांग्रेस के प्रत्याशी संदीप दीक्षित का कहना है कि वे जनता से निरंतर संवाद कर रहे हैं और उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। दीक्षित ने यह भी कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति लोगों का मनोबल अब काफी कम हो चुका है। इस बीच, राहुल गांधी की 20 जनवरी को नई दिल्ली विधानसभा में पदयात्रा की योजना को लेकर दीक्षित ने कहा कि इससे कांग्रेस को व्यापक फायदा होगा, क्योंकि राहुल गांधी सीधे जनता से संवाद करते हैं और उनके संपर्क में आते हैं।
इस चुनावी परिप्रेक्ष्य में, संदीप दीक्षित ने केजरीवाल की घोषणाओं पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की घोषणाएं अब बेमानी हो चुकी हैं। बिजली और पानी के मुफ्त देने की घोषणाएं पहले भी की जा चुकी हैं, और अब इनसे कोई असर नहीं होने वाला। दीक्षित ने कहा कि आम आदमी पार्टी की घोषणाओं में अब कुछ भी नया नहीं बचा है। इसी के साथ, भाजपा के मेनिफेस्टो को लेकर भी उन्होंने निराशा जताई और कहा कि इसमें भी कोई नई बात नहीं है। दीक्षित ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के वायु और जल प्रदूषण पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे दिल्लीवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

कांग्रेस के प्रत्याशी ने वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता और जल की गुणवत्ता में लगातार गिरावट आई है, और इसके लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। दीक्षित ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का प्रमुख कारण पराली की जलाने की घटनाएं रही हैं, और केजरीवाल सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसके साथ ही, उन्होंने डीटीसी बसों की खराब स्थिति पर भी सवाल उठाए। दीक्षित ने कहा कि डीटीसी बसों के संचालन में गिरावट के कारण लोग निजी वाहनों पर निर्भर हो रहे हैं, जिससे प्रदूषण और बढ़ रहा है।
दीक्षित का कहना है कि दिल्ली में जल प्रदूषण पिछले दस वर्षों में दोगुना हो चुका है, और यह पूरी तरह से आम आदमी पार्टी की नाकामी का परिणाम है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के लोग अब जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं, और सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। इस पूरी स्थिति को देखते हुए दीक्षित ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार ने अब भी वायु और जल प्रदूषण पर ध्यान नहीं दिया, तो दिल्लीवासियों को आने वाले दिनों में और भी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इस चुनावी माहौल में संदीप दीक्षित के तेवर स्पष्ट हैं। उनका कहना है कि दिल्ली की जनता अब आम आदमी पार्टी की घोषणाओं और उनके कामकाज से थक चुकी है। वे कांग्रेस की तरफ देख रही है, क्योंकि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने हमेशा जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी है। दीक्षित का यह भी मानना है कि इस बार दिल्ली की जनता कांग्रेस को सही दिशा में लाने के लिए वोट करेगी।
इस चुनावी लड़ाई में सभी दल अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं, और सभी की नजरें 20 जनवरी को होने वाली राहुल गांधी की पदयात्रा पर हैं, जो कांग्रेस के लिए एक बड़ा चुनावी हथियार साबित हो सकता है। वहीं, भाजपा और आम आदमी पार्टी अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में हैं, और अब देखना यह है कि दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है।