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समिति के पुनर्गठन से महिलाओं और बच्चों के विकास की नई दिशा, सशक्त भविष्य की ओर कदम

रामनगर(एस पी न्यूज़)। नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति की बैठक हाल ही में एक विशेष होटल में आयोजित की गई, जिसमें समिति के भविष्य के विकास और कार्यों पर गहरी चर्चा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता शबाना सैफी द्वारा की गई, जबकि कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट पूरन चंद्र पांडे ने किया। इस महत्वपूर्ण बैठक में समिति के पुनर्गठन का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। समाज में महिलाओं और बच्चों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध यह समिति अब नए रूप में अपनी कार्यशैली को आगे बढ़ाएगी। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने इस पुनर्गठन के महत्व पर जोर दिया और यह तय किया गया कि समिति के सभी सदस्य अपने-अपने कार्यों को और भी प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाएंगे।

समिति के पुनर्गठन में कई प्रमुख बदलाव किए गए, जिनमें विभिन्न पदों पर नई नियुक्तियां की गई। इन नियुक्तियों का उद्देश्य संगठन को और अधिक प्रभावी और सक्रिय बनाना है, ताकि समाज में महिलाओं और बच्चों के लिए बेहतर कार्य किया जा सके। शबाना सैफी को अध्यक्ष पद पर बरकरार रखा गया, जबकि उपाध्यक्ष (वरिष्ठ) पद पर मालवी दुआ की नियुक्ति की गई। उपाध्यक्ष (कनिष्ठ) के रूप में हिना और मनु अग्रवाल की नियुक्ति की गई, जो संगठन के विभिन्न कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही, डॉ. नासिर हुसैन को उपाध्यक्ष (कनिष्ठ) बनाया गया, जबकि फैजुल हक को सचिव पद पर नियुक्त किया गया। इस पुनर्गठन के जरिए समिति ने यह संदेश दिया कि संगठन अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हर क्षेत्र में अपनी टीम को मजबूत करने के लिए तत्पर है।

समिति के नए कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव से यह स्पष्ट हो गया कि समिति महिलाओं के सशक्तिकरण और बच्चों के विकास को प्राथमिकता देती है। कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष के रूप में इंदु ध्यानी, प्रेस सचिव के रूप में पूजा पटवाल और संगठन सचिव के रूप में फिरोज अंसारी की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा, विधिक सलाहकार के तौर पर पूरन चंद्र पांडे और संजीव अग्रवाल को नियुक्त किया गया। इन नियुक्तियों से समिति को विधिक और प्रशासनिक मामलों में मजबूती मिलेगी। बैठक में यह भी चर्चा की गई कि आने वाले समय में महिलाओं और बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें से एक प्रमुख कार्यक्रम फरवरी और मार्च के बीच होने वाला श्पार्लर फ्री कोर्सश् होगा, जो चिल्कीया और पीरुमदारा में आयोजित किया जाएगा। इस कोर्स के माध्यम से महिलाओं को न केवल पार्लर के कामकाजी कौशल सिखाए जाएंगे, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी मिलेगा।

समिति का पुनर्गठन एक नए बदलाव का संकेत है, जो आने वाले समय में समाज में महिलाओं और बच्चों के लिए बड़े सकारात्मक बदलाव लाएगा। महिलाओं की स्थिति में सुधार और बच्चों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई जा रही हैं। समिति ने बैठक में यह भी तय किया कि महिलाओं और बच्चों के विकास के लिए विभिन्न कार्यशालाओं, सेमिनारों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है, बल्कि समाज में महिलाओं के अधिकारों और बच्चों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना भी है। ऐसे कार्यक्रमों के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में समिति अपनी भूमिका को और भी सशक्त बनायेगी।

समिति का यह पुनर्गठन केवल एक संगठनात्मक बदलाव नहीं है, बल्कि यह एक मिशन का हिस्सा है, जिसमें महिलाओं और बच्चों के उत्थान के लिए नई दिशा और ऊर्जा का संचार होगा। इस बैठक में लिए गए निर्णय और नियुक्तियां समाज के लिए एक नई उम्मीद की किरण साबित होंगे। कार्यकारिणी द्वारा निर्धारित आगामी योजनाओं और कार्यक्रमों के साथ नारी शक्ति और बाल विकास जन जागृति समिति समाज में एक स्थायी और सकारात्मक प्रभाव छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

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