रामनगर(एस पी न्यूज़)। नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर एक गंभीर आरोप लगाया। शर्मा ने दावा किया कि सोमवार शाम को चुनाव प्रचार करते वक्त उनके साथ एक युवक ने अभद्रता की। इस घटना के बाद उन्होंने भाजपा को इस हमले का जिम्मेदार ठहराया और इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया। उनका कहना था कि यह सब भाजपा और उसके उम्मीदवारों द्वारा उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर किया गया है। शर्मा ने कहा कि जब वह अपने चुनावी अभियान में जुटे हुए थे, तो एक युवक उनके पास आया और उनसे आग्रह किया कि वह उनके पक्ष में वोट डालें। लेकिन कुछ ही देर बाद युवक ने उनके साथ अपशब्द कहना शुरू कर दिया, जिससे मामला तूल पकड़ गया। शर्मा के अनुसार, युवक ने खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताया और इसने उन्हें पूरी तरह से आहत किया। उन्होंने इस घटना को भाजपा की चाल बताया, जिसके तहत विपक्ष उनके बढ़ते जनसमर्थन से डरकर ऐसे हमले करवा रहा है।
नरेंद्र शर्मा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया कि यह पहला मौका नहीं था जब उनके साथ इस तरह की घटनाएं घटी हों। इससे पहले, उनकी चुनाव प्रचार सामग्री को भी निशाना बनाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थकों ने उनके पोस्टरों और फ्लेक्सियों को तोड़ा था। उनके अनुसार, कई दुकानदारों को धमकी दी गई थी कि यदि उनकी दुकान के बाहर लगी फ्लेक्सियों को नहीं हटाया गया, तो उनकी दुकानें तुड़वा दी जाएंगी। शर्मा ने कहा कि भाजपा की यह चालें इस बात को साबित करती हैं कि विपक्षी दल उनके बढ़ते समर्थन से घबराए हुए हैं और उनकी लोकप्रियता को चुनौती देने के लिए इस तरह की नकारात्मक रणनीतियों का सहारा ले रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं केवल उनकी रणनीति की कमजोरी को दर्शाती हैं, क्योंकि वे जनता के बीच अपनी पैठ नहीं बना पा रहे हैं। शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि वे इन हमलों से डरने वाले नहीं हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ रामनगर के लोगों की सेवा करना है।
नरेंद्र शर्मा ने आगे कहा कि वे इस तरह की घटनाओं से निराश नहीं हैं। उनका मानना है कि इस प्रकार की हिंसा और अभद्रता केवल विपक्ष की बौखलाहट को दिखाती है, क्योंकि उन्हें यह समझ में आ गया है कि जनता का भारी समर्थन उनके साथ है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से उनका उत्साह और बढ़ा है और उन्हें यह विश्वास है कि जनता उन्हें अपना आशीर्वाद देगी। शर्मा ने दावा किया कि जनता अब समझ चुकी है कि कौन उनके लिए काम करेगा और कौन सिर्फ अपनी सियासी हितों के लिए चुनावी मैदान में उतरा है। उनका मानना है कि चुनावी प्रक्रिया में ऐसे हमलों को रोकने की जिम्मेदारी सभी राजनीतिक दलों की होती है, ताकि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव हो सकें। शर्मा ने क्षेत्र की जनता से अपील की कि वे इन घटनाओं से प्रभावित न हों और इस प्रकार के लोगों से सतर्क रहें जो शहर के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि अगर जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया, तो वह रामनगर को एक बेहतर शहर बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होंगे। उनका कहना था कि उनका लक्ष्य केवल रामनगर के विकास को बढ़ावा देना है और वह शहर को भयमुक्त बनाना चाहते हैं। शर्मा ने यह भी कहा कि यदि इस बार जनता ने गलत प्रतिनिधि को चुना, तो भविष्य में यह शहर और इसके नागरिकों के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जनता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऐसे नेताओं का चुनाव करें जो उनके हित में काम करें, न कि ऐसे नेताओं का चुनाव करें जो उनके शहर की शांति और विकास को नुकसान पहुंचाएं। शर्मा ने बताया कि उनका चुनावी अभियान पूरी तरह से जनता की भलाई के लिए है और वह जनता के विश्वास को कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
अंत में, नरेंद्र शर्मा ने यह साफ किया कि वे इस चुनाव में पूरी निडरता और साहस के साथ भाग ले रहे हैं। उनका कहना था कि वे किसी भी प्रकार के हमलों या दबाव से डरने वाले नहीं हैं। जनता का समर्थन उन्हें लगातार मिल रहा है और वह अपनी पूरी ताकत के साथ रामनगर के विकास के लिए काम करेंगे। उनका दृढ़ विश्वास है कि अगर उन्हें जनता का आशीर्वाद मिला, तो वह रामनगर को न सिर्फ एक सुरक्षित और भयमुक्त शहर बनाएंगे, बल्कि इसे विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। शर्मा ने फिर से अपील की कि जनता ऐसे नेताओं को चुनें जो उनके लिए काम करें और शहर के लिए सकारात्मक बदलाव लाएं।