हल्द्वानी(एस पी न्यूज़)। सोशल मिडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। वीडियो में एक व्यक्ति समोसे में इस्तेमाल होने वाले आलू को पैरों से साफ करता हुआ दिखाई दे रहा है। यह नजारा इतना घिनौना था कि जिसने भी देखा वह हैरान रह गया। बताया जा रहा है कि इसी गंदगी से भरे आलू से दुकान में समोसे बनाए जाते थे, जो स्थानीय ग्राहकों को परोसे जाते थे। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में आक्रोश फैल गया और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई जाने लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी तुरंत संज्ञान लिया और संबंधित दुकान पर छापा मारा। हल्द्वानी जैसे शांत इलाके में इस तरह की लापरवाही ने न सिर्फ स्थानीय लोगों में गुस्सा भर दिया बल्कि क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने इस पूरे मामले की गंभीरता को समझते हुए अपनी टीम के साथ दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने वीडियो की सत्यता की पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो उसी दुकान का है, जहां समोसे बनाए जाते हैं। अधिकारी ने दुकान की मालकिन और कर्मचारी से भी सख्ती से पूछताछ की, जिसमें साफ हुआ कि वीडियो में दिखाया गया व्यक्ति दुकान का ही कर्मचारी है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही ।क्ड कोर्ट में दुकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। दुकान में तैयार किए जा रहे खाद्य पदार्थों के सैंपल भी लिए गए हैं, ताकि यह जांचा जा सके कि खाने में किसी तरह की मिलावट या अस्वच्छता तो नहीं है। इतना ही नहीं, विभाग ने अग्रिम आदेश तक दुकान को सील कर दिया है, जिससे वहां किसी भी तरह का खाद्य उत्पादन या बिक्री न हो सके।
दुकान की मालकिन ने भी अपनी गलती स्वीकार करते हुए माना कि वायरल हुआ वीडियो उनकी दुकान का ही है। हालांकि उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि वह उस समय किसी जरूरी काम से बाहर गई हुई थीं और इसी बीच उनके कर्मचारी ने यह शर्मनाक हरकत की। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे एक दुकान का कर्मचारी इतनी बड़ी लापरवाही कर सकता है? क्या दुकान की मालकिन अपने कर्मचारियों की गतिविधियों पर नजर नहीं रखती थीं? इस घटना ने दुकान के प्रबंधन पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस तरह की लापरवाही न सिर्फ ग्राहकों की सेहत के साथ खिलवाड़ है बल्कि यह खाद्य सुरक्षा नियमों का भी खुला उल्लंघन है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है, और वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला पूरे खाद्य व्यवसाय जगत के लिए एक बड़ा सबक है कि अगर समय रहते गुणवत्ता और स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया गया तो नतीजे गंभीर हो सकते हैं।