हरिद्वार(एस पी न्यूज़)। धर्मनगरी के कनखल थाना क्षेत्र में एक संत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना रविवार की है, जब 70 वर्षीय सुरेश्वर आनंद, जो जूना अखाड़े के एक संत थे, अपने फ्लैट से बाहर नहीं आए। उनके रहन-सहन के तरीके और व्यक्तित्व के कारण क्षेत्र में उनके लिए एक खास सम्मान था, लेकिन इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया। सुरेश्वर आनंद बंगाली मोड के पास स्थित शांति भवन अपार्टमेंट के फ्लैट में रहते थे, और जब वे रविवार को अपने फ्लैट से बाहर नहीं आए, तो आस-पास के लोग चिंता करने लगे। शुरुआत में, उनके दरवाजे पर दस्तक देने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिससे उनके समक्ष एक अनजानी और खौ़फनाक स्थिति उत्पन्न हो गई। जब दरवाजे से कोई आवाज नहीं आई, तो लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन दरवाजे के अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। फिर, फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया और दरवाजे को काटने के बाद पुलिस के होश उड़ गए। जो दृश्य उन्हें अंदर देखने को मिला, वह बहुत ही चौंकाने वाला था। संत का शव फ्लैट में लटका हुआ था, जो आत्महत्या का संकेत देता था, लेकिन पूरी स्थिति की गहराई से जांच करने की आवश्यकता थी।
मृतक संत सुरेश्वर आनंद के बारे में पता चला कि उन्होंने जूना अखाड़े की दीक्षा एक साल पहले ही ली थी। वह पिछले पांच-छह महीनों से शांति भवन अपार्टमेंट के किराए के फ्लैट में अकेले रह रहे थे। उनकी जीवनशैली और व्यक्तित्व के बारे में जो लोग जानते थे, उन्होंने उन्हें हमेशा एक शांत और संतुलित व्यक्ति के रूप में जाना था, जो अपने अनुशासन और साधना में सख्त थे। उनकी इस तरह की मौत ने क्षेत्र में कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और पुलिस को यह समझने में मुश्किल हो रही है कि आखिर संत ने ऐसा कदम क्यों उठाया। क्या यह आत्महत्या है, या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के लोगों से पूछताछ करना शुरू कर दिया है। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या सुरेश्वर आनंद का किसी से कोई विवाद था या उनका मानसिक स्वास्थ्य ठीक था। साथ ही, पुलिस ने फ्लैट में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच शुरू कर दी है, ताकि इस मामले की तह तक पहुंचा जा सके और सही कारण सामने आ सके।
पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी रखी है। हालांकि, पुलिस को संत के कमरे से कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं मिला, जिससे आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो सके। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह घटना एक आत्महत्या है या फिर किसी और कारण से हुई है। संत की संदिग्ध मौत ने कई लोगों को हैरान कर दिया है, खासकर जूना अखाड़े के अनुयायियों को। इस घटना से जुड़ी हर जानकारी को एकत्र करने के लिए पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई है, और इस मामले को लेकर इलाके में हलचल मची हुई है। लोगों का मानना है कि इस घटना के पीछे कुछ और छुपा हो सकता है, और पुलिस को इसका जल्द ही खुलासा करना चाहिए। वहीं, इस मामले की जांच में पुलिस द्वारा हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि इस रहस्यमय घटना के कारणों को समझा जा सके और जिम्मेदार व्यक्ति या कारण का पता लगाया जा सके।