देहरादून (एस पी न्यूज़)। उत्तराखंड के इतिहास का पहला अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन रविवार को भव्य तरीके से प्रारंभ हुआ। इस ऐतिहासिक सम्मेलन ने निवेश, नवाचार और उत्तराखंड के विकास की नई राहें खोल दी हैं। सम्मेलन के प्रथम सत्र में विनिर्माण, ऊर्जा उत्पादन और स्टार्टअप में निवेश की असीम संभावनाओं पर गंभीर मंथन किया गया।
सत्र की अध्यक्षता अपर सचिव ऊर्जा रंजना राजगुरु ने की। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने और निवेश को आकर्षित करने के लिए कई ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राज्य में जल्द ही जियो थर्मल और ग्रीन हाइड्रोजन पॉलिसी लागू की जाएगी, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। सत्र का संचालन आयुक्त उद्योग प्रतीक जैन ने कुशलतापूर्वक किया।
थाईलैंड से पधारे ब्रॉस्टेन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. ए.के. काला ने सम्मेलन में अपनी योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि वे उत्तराखंड में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। उनका उद्देश्य ऑयल एंड गैस सेक्टर के लिए उपकरण तैयार कर वैश्विक बाजार में आपूर्ति करना है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में पलायन से खाली हो चुके गांवों को फिर से बसाने का उनका सपना है, जिसके लिए उन्होंने शासन को एक गांव गोद लेने का प्रस्ताव भी दिया है। इसके अतिरिक्त, वे भीमा केयर फाउंडेशन के माध्यम से 70 वर्ष से अधिक उम्र की जरूरतमंद महिलाओं की सहायता कर रहे हैं।
सिंगापुर से आई मंडला ग्लोबल की संस्थापक मीनाक्षी अरोड़ा डबराल ने अपने ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर उत्तराखंड की महिला उद्यमियों के उत्पादों को बढ़ावा देने की योजना साझा की। उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किए गए श्हाउस ऑफ हिमालयाजश् ब्रांड की सराहना करते हुए कहा कि इसके उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले हैं और उत्तराखंड विश्व खाद्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि वे उत्तराखंड के जैविक उत्पादों की सिंगापुर में आपूर्ति कर रही हैं।
लंदन से लौटे कुनाल उनियाल ने उत्तराखंड में ही एआई आधारित शिपिंग ट्रांसपोर्ट स्टार्टअप की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि कई निवेशक उत्तराखंड में निवेश के लिए आगे आ रहे हैं और वे श्मेक इन इंडिया, मेक इन उत्तराखंडश् के संकल्प के साथ कार्य कर रहे हैं।
टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार में हाइड्रो प्रोजेक्ट संचालित करने वाले गुनसोला हाइड्रो पावर जनरेशन के राजेश गुनसोला ने बताया कि उनके प्रोजेक्ट से 50 लोगों को रोजगार मिल रहा है। वे अब विनयखाल में सोलर प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहे हैं। सोलर प्लांट कंसलटेंट अमन जोशी ने बताया कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयुक्त हैं और यहां निवेश की असीम संभावनाएं हैं।
उत्तराखंड में आयोजित इस सम्मेलन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में निवेश और विकास की असीम संभावनाएं हैं। प्रवासी उत्तराखंडियों की भागीदारी से प्रदेश में नवाचार और आर्थिक समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे। यह सम्मेलन उत्तराखंड की उन्नति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।