रायपुर (डॉ0 शानू मसीह ‘सहर’)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान देशवासियों से मोटापे से लड़ने और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की अपील की। उन्होंने विशेष रूप से लोगों से तेल के अधिक सेवन को कम करने की बात की और यह सुझाव दिया कि हमें अपने दैनिक आहार में तेल की मात्रा को 10 फीसदी तक घटाना चाहिए। इस अपील के साथ ही प्रधानमंत्री ने नियमित व्यायाम और संतुलित आहार को अपनाने की भी सिफारिश की, ताकि लोग स्वस्थ रह सकें और शरीर में अधिक वजन और मोटापे से जुड़ी समस्याओं से बच सकें। प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि यह कदम देश में स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे डायबिटीज और दिल की बीमारियों के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री के इस संदेश को कई प्रमुख हस्तियों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सराहा है। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने भी प्रधानमंत्री मोदी की पहल का समर्थन किया और इसके महत्व को स्वीकार किया। अक्षय कुमार, जो खुद शारीरिक फिटनेस के प्रति जागरूक हैं, ने सोशल मीडिया पर इस पहल के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया और यह बताया कि शारीरिक फिट रहना किस तरह से जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाता है। इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) दक्षिण पूर्व एशिया ने भी इस अभियान का समर्थन करते हुए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार के महत्व पर जोर दिया है।
मोटापे और उसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में प्रधानमंत्री ने अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस समय देश में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है और इसके साथ ही डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने इस ओर भी इशारा किया कि इस समस्या से बचने के लिए हमें अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव लाना होगा। मोटापा सिर्फ दिखने में नहीं बल्कि शरीर के अंदर कई अन्य बीमारियों को भी जन्म देता है, जो व्यक्ति की सेहत पर गंभीर प्रभाव डालती हैं। इस प्रकार के बदलाव से न सिर्फ लोग मोटापे से बच सकते हैं, बल्कि उन्हें दूसरी गंभीर बीमारियों से भी राहत मिल सकती है।
इस पहल को लेकर देशभर के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी प्रधानमंत्री के विचारों का समर्थन किया है। प्रमुख चिकित्सा संस्थानों ने इस पहल को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि यह कदम जनता के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय दंत चिकित्सा संघ, टाटा मेमोरियल अस्पताल, और दिल्ली की एंडोक्राइन सोसाइटी जैसे बड़े अस्पतालों और संस्थानों ने प्रधानमंत्री की इस अपील को समर्थन दिया है। इन संस्थानों का मानना है कि यदि लोग अधिक तेल का सेवन कम करते हैं और व्यायाम करते हैं, तो कई बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। मोटापे से जुड़ी कई स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिनमें से कुछ बेहद गंभीर होती हैं। जैसे कि पित्ताशय की पथरी, अस्थमा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर, एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनी अवरोध), हृदय रोग, और यहां तक कि कोलन, स्तन और गर्भाशय के कैंसर जैसी बीमारियां भी मोटापे से जुड़ी हो सकती हैं। इसके अलावा, मोटापे से गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD), प्रजनन क्षमता की समस्या, जोड़ो का दर्द और जकड़न, स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। मोटापे के कारण होने वाली इन समस्याओं से व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है।
मोटापे से जुड़ी समस्याओं में डायबिटीज एक प्रमुख स्वास्थ्य जोखिम है। यह ऐसी बीमारी है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को असामान्य रूप से बढ़ा देती है। इसके अलावा, किडनी की समस्या, गर्भावस्था के दौरान गर्भावधि डायबिटीज या प्री-एक्लेमप्सिया जैसी समस्याएं भी मोटापे से जुड़ी होती हैं। बढ़ा हुआ वजन मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे अवसाद, कम आत्म-सम्मान और मानसिक तनाव का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में सभी से अपील की कि वे अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाकर इन स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं और एक लंबा, स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अपील के जरिए देशवासियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की दिशा में प्रेरित किया है। उनका यह कदम देशभर में शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने में मदद करेगा, जिससे आने वाले समय में लोगों को मोटापे और उससे जुड़ी बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। यह पहल न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरे राष्ट्र की सेहत को बेहतर बनाने में भी सहायक साबित होगी।
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं। यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह पर आधारित है। इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले आपको इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और अपने व्यक्तिगत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।)