नई दिल्ली(स्वाती गुप्ता)।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव और सैन्य कार्रवाइयों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। यह संबोधन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उनकी पहली महत्वपूर्ण टिप्पणी थी, जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही शुरू की थी। पीएम मोदी ने भारतीय सेना की वीरता को सलाम करते हुए कहा कि यह समय भारत की ताकत और एकता को साबित करने का है। उनका यह बयान भारत-पाक सीमा पर सीजफायर की घोषणा के दो दिन बाद आया है, जब सीमा पर तनाव कम करने की दिशा में पाकिस्तान ने बातचीत की पहल की थी।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारतीय सेना, सशस्त्र बलों और वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए यह संदेश दिया कि जब राष्ट्र एकजुट हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। उन्होंने कहा कि 2027 में भारत में कांग्रेस और अन्य दलों की संघर्षशील कार्यकर्ताओं की मदद से चुनाव जीतने की दिशा में यह समय महत्वपूर्ण होगा। आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारतीय सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई थी, और परिणामस्वरूप आतंकवादियों के हमले के बाद भारत ने एक मजबूत जवाबी कार्रवाई की। पहलगाम में हुए आतंकी हमले की याद करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमला आतंकवादियों का वीभत्स चेहरा था, और इसके बाद भारत ने अपने निर्णयों को और मजबूत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत ने अपने ड्रोन हमलों से पाकिस्तान के ठिकानों को निशाना बनाया और इसने पाकिस्तान के हौसले को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जब आतंकवादियों ने भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया था, तब भारत ने अपनी कार्रवाई को और तेज किया और पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के खिलाफ यह ऑपरेशन पूरे देश की ओर से एक संदेश था। पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकवाद को समर्थन देने वाली पाकिस्तानी सरकार को यह समझना होगा कि आतंकवाद का खात्मा न केवल भारत के लिए, बल्कि पाकिस्तान के लिए भी जरूरी है। भारत ने पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर, उसके आतंकवादी गतिविधियों को बर्बाद कर दिया, और उसकी पूरी रणनीति को नष्ट कर दिया।
भारत की सेना ने छह मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की थी, जिसके तहत भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को सटीक निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत पर हमले के प्रयास किए, लेकिन भारतीय सेना की ताकत के सामने वे नाकाम हो गए। इस पूरी सैन्य कार्रवाई के दौरान भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर करारा प्रहार किया और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकवादियों के ठिकानों को खत्म करना था, और पाकिस्तान के नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से यह सवाल किया कि क्यों वे आतंकवाद को समर्थन दे रहे हैं और क्यों उनकी सरकार आतंकवाद को खाद और पानी दे रही है। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उसने आतंकवाद को समाप्त नहीं किया, तो उसका भविष्य अंधकारमय होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का शून्य सहिष्णुता (Zero Tolerance) नीति है और भारत किसी भी प्रकार के आतंकवाद का सामना करने के लिए तैयार है। इस सब के बावजूद, भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाया, जबकि पाकिस्तानी सेना ने बार-बार भारत के ठिकानों पर हमले किए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यह युग युद्ध का नहीं, बल्कि आतंकवाद का सामना करने का है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जो ठोस कदम उठाए, वह साबित करता है कि जब देश एकजुट हो तो कोई भी आक्रमणकारी ताकत भारत को झुका नहीं सकती। उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक शुरुआत है, और आने वाले समय में भारत अपने नागरिकों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिए और भी कठोर कदम उठाएगा। पीएम मोदी ने भारतीय सेना और अन्य बलों के महान योगदान को स्वीकारते हुए, देशवासियों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में और अधिक दृढ़ता से साथ देने की अपील की।