नई दिल्ली(स्वाती गुप्ता)। आम आदमी पार्टी (आप) ने हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपने प्रदर्शन की गहन समीक्षा की है। पार्टी मुख्यालय में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने की, जिसमें सभी उम्मीदवारों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य हार-जीत के कारणों का विश्लेषण करना और भविष्य की रणनीति तय करना था।
बैठक के दौरान, पार्टी नेताओं ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों की विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत की। उन्होंने उन कारकों की पहचान की, जिनसे पार्टी को नुकसान हुआ। आम आदमी पार्टी के नेता जितेंद्र सिंह शंटी ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ष्यदि हम 48 सीटों पर हार गए हैं, तो हमें यह समझने की जरूरत है कि इसके पीछे की क्या वजह रही।ष् उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में हार के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कहीं पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता, तो कहीं विपक्षी दलों द्वारा धन और प्रशासन का दुरुपयोग, और कुछ स्थानों पर वोट कटने जैसी समस्याएं सामने आईं।
समीक्षा बैठक में संगठन को मजबूत करने के लिए फीडबैक लिया गया और आवश्यक निर्देश दिए गए। जितेंद्र सिंह शंटी ने स्वीकार किया कि चुनावों के दौरान पार्टी एक संगठित रणनीति अपनाने में कुछ कमजोर रही। उन्होंने कहा, ष्हमें यह स्वीकार करना होगा कि चुनावों के दौरान हम एक संगठित रणनीति अपनाने में कुछ कमजोर रह गए।ष् इसके अलावा, अन्य पार्टियों द्वारा धन और प्रशासन का दुरुपयोग, साथ ही धार्मिक मुद्दों का प्रभाव भी चुनाव परिणामों पर पड़ा। शंटी ने माना कि 10 वर्षों की सत्ता के दौरान कुछ कमियां उभरती हैं, और हर मतदाता की सभी अपेक्षाओं को पूरा करना संभव नहीं है। इसलिए, पार्टी को अपनी कमियों को समझकर आगे की रणनीति बनानी होगी।
शहदरा विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले जितेंद्र सिंह शंटी ने अपनी हार के कारणों पर चर्चा करते हुए बताया कि शहदरा एक पॉश इलाका है। उन्होंने कहा, ष्मैं झुग्गी बस्तियों और अल्पसंख्यक इलाकों में नहीं हारा, बल्कि मिडिल क्लास, पॉश इलाकों और युवाओं का समर्थन अपेक्षित रूप से नहीं मिला।ष् उनका मानना है कि इन वर्गों के लिए नई योजनाएं लानी होंगी, ताकि वे फिर से पार्टी के साथ जुड़ सकें। उन्होंने पंजाब में लागू की जा रही बेहतरीन योजनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली में भी ऐसी नई योजनाओं पर विचार करना होगा।
वित्तीय मामलों पर जारी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, शंटी ने कहा, ष्सीएजी की रिपोर्ट राजनीति का हिस्सा होती है। विपक्षी दल इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं।ष् उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि विपक्ष ने महिलाओं को 2500 रुपये देने और बसों में मुफ्त सफर कराने का वादा किया था, लेकिन अब कहा जा रहा है कि बसों पर हजारों करोड़ का बकाया है। शंटी ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट्स आती रहेंगी, लेकिन ये कोई अंतिम निर्णय नहीं होतीं।
दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, आप नेता जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि दिल्ली में अपराध बढ़ा है। उन्होंने कहा, ष्यूपी में अपराधियों पर सख्ती हुई है, जिससे वे दिल्ली में आ गए। जब भी कोई बड़ा अपराध होता है, तो उसमें अक्सर यूपी के अपराधियों का हाथ होता है।ष् शंटी ने कहा कि यदि दिल्ली में कानून-व्यवस्था को बेहतर किया जाता है, तो यह सराहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की सड़कों पर महिलाएं और युवा सुरक्षित महसूस नहीं करते, और इस दिशा में सुधार आवश्यक है।
इस समीक्षा बैठक के माध्यम से, आम आदमी पार्टी ने अपने प्रदर्शन का विश्लेषण किया और भविष्य में बेहतर रणनीति अपनाने का संकल्प लिया। पार्टी ने संगठन को मजबूत करने, मिडिल क्लास और युवा मतदाताओं को फिर से जोड़ने, और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।