प्रयागराज(सुरेन्द्र कुमार)। महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का सैलाब रोज़ नए रिकॉर्ड बना रहा है। सोमवार को कोई खास स्नान पर्व न होते हुए भी त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मेला प्रशासन के अनुसार, 4 बजे तक करीब 30.05 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ के आरंभ से अब तक कुल 8.28 करोड़ लोग संगम पर आकर अपनी आस्था का परिचय दे चुके हैं। इस अद्वितीय धार्मिक आयोजन में शामिल होकर लाखों लोग गंगा की पवित्र लहरों में डुबकी लगा रहे हैं, और यह आयोजन हर दिन श्रद्धालुओं के उत्साह को और भी बढ़ा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं की तादाद ने मेला प्रशासन को हैरान कर दिया है, जो महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिन-रात जुटे हैं। हर दिन इस आयोजन का महत्व बढ़ता जा रहा है, और यह आयोजन समूचे देश से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
वहीं, महाकुंभ में रविवार को गीता प्रेस के कैंप में लगी आग को लेकर बड़ा बयान सामने आया। गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने इस घटना पर कहा कि सावधानी बरतते हुए कैंप में कोई अग्नि कार्य न करने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि पश्चिम की ओर एक बाउंड्री भी बनाई गई थी, लेकिन आग उसी दिशा से फैल कर उनके कैम्प में पहुंच गई। आग लगने से उनकी पूरी रसोई, जो पहले से पक्की थी, जलकर राख हो गई। इस घटना के बाद गीता प्रेस के ट्रस्टी ने खुद को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हमनें सब कुछ पूरी सावधानी से किया था, फिर भी इस घटना ने दुख पहुंचाया है। इस स्थिति को लेकर मेला प्रशासन ने भी जांच का आश्वासन दिया है। इस हादसे ने महाकुंभ में सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन प्रशासन ने इस घटना को लेकर कठोर कदम उठाने का फैसला किया है।
महाकुंभ के इस आयोजन पर भाजपा सांसद रवि किशन का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा कि गंगा का जल इस बार पहले से कहीं ज्यादा साफ है, और यह प्रधानमंत्री मोदी की स्वच्छता अभियान का परिणाम है। उन्होंने दावा किया कि गंगा जी ने खुद मोदी जी को बुलाया था, और उन्होंने इसे सार्थक कर दिया। उनका कहना था कि इतने साफ जल का दृश्य 75 सालों में कभी नहीं देखा गया। साथ ही, उन्होंने विपक्षियों से भी आग्रह किया कि वे महाकुंभ में आएं और आस्था की डुबकी लगाएं। रवि किशन ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यहां आकर अपने अनुभव को साझा करना चाहिए। उनके मुताबिक, यह पवित्र आयोजन सभी को एकजुट करने और आत्मा को शुद्ध करने का अवसर प्रदान करता है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ में लगी आग को लेकर यूपी सरकार से सवाल किया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि महाकुंभ में हुई इस आग की घटना पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए और भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी हैं, और सरकार को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उनकी बातों से यह साफ है कि सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं, जो महाकुंभ के आयोजन को लेकर उठाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, योगी सरकार ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए खास इंतजाम किए हैं। इस बार, गंगा पंडाल में प्रख्यात कवि कुमार विश्वास अपनी प्रसिद्ध राम कथा ‘अपने-अपने राम’ सुनाने के लिए आएंगे। उनका यह आयोजन श्रद्धालुओं के बीच बहुत ही आकर्षण का विषय बन चुका है। यह कार्यक्रम शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक चलेगा और इसमें किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। योगी सरकार का यह कदम श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक अपील बल्कि सांस्कृतिक मनोरंजन भी प्रदान करेगा। इस तरह के कार्यक्रम महाकुंभ के अनुभव को और भी रचनात्मक और यादगार बना रहे हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी महाकुंभ के दौरान आयोजित विशेष कार्यक्रम में विद्या भारती की वेबसाइट का उद्घाटन किया। इस वेबसाइट के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश के शैक्षणिक और सांस्कृतिक प्रयासों को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया गया है। राज्यपाल ने महाकुंभ के महत्व पर जोर देते हुए इसे केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति का परिचायक बताया। उन्होंने अपने संबोधन में प्रसिद्ध शासिका अहिल्याबाई होलकर के न्यायप्रिय शासन के उदाहरण भी दिए। इसके साथ ही, उन्होंने माता-पिता को बच्चों के संस्कारों पर ध्यान देने की सलाह दी, ताकि समाज में नैतिकता का स्तर बना रहे।