प्रयागराज(सुरेन्द्र कुमार)। इस बार के महाकुंभ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को संगम तट का निरीक्षण किया। सीएम ने हेलीकॉप्टर से मेला क्षेत्र का हवाई दौरा भी किया, ताकि वह मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ की स्थिति का सही आकलन कर सकें। भगदड़ के बाद यह उनका पहला निरीक्षण था, जहां उन्होंने संतों और श्रद्धालुओं के बीच माहौल का जायजा लिया। सीएम योगी ने संतों से मिलने के बाद कहा कि सनातन धर्म के विरोधी अब पूरी तरह असफल हो चुके हैं और उनके सभी प्रयासों को संतों के धैर्य के सामने पराजय का सामना करना पड़ा है।
सीएम योगी ने अपने बयान में कहा कि मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बावजूद संतों ने जो धैर्य दिखाया, वह देशवासियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म को कोई भी व्यक्ति या समूह बाल भी बांका नहीं कर सकता, क्योंकि यह धर्म आस्था और विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पूज्य संतों का आशीर्वाद ही सनातन धर्म को सभी चुनौतियों से बचाता है और यह धर्म आने वाले समय में और भी मजबूत होगा।
उन्होंने आगे कहा कि जो लोग सनातन धर्म के विरोधी हैं, वे निरंतर प्रयास कर रहे थे कि किसी तरह से संतों का धैर्य टूटे और सनातन धर्म का मजाक बने। लेकिन संतों ने उनके सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया और धर्म के प्रति अपनी आस्था को और भी मजबूत किया। सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में इस समय तक 32 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं, जो संतों के धैर्य और उनके मार्गदर्शन का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
सीएम योगी ने राम जन्मभूमि आंदोलन की भी चर्चा की और कहा कि सनातन धर्म के विरोधी चाहे जो भी प्रयास करें, उनका असली चरित्र पूरी दुनिया के सामने आ चुका है। उन्होंने यह कहा कि प्रयागराज महाकुंभ ने फिर से यह साबित कर दिया है कि सनातन धर्म कभी कमजोर नहीं हो सकता, और इसके खिलाफ कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। उनका यह भी मानना है कि संतों का आशीर्वाद ही धर्म की रक्षा करता है और यही कारण है कि महाकुंभ में लाखों लोग एकत्रित होते हैं, क्योंकि यहां उन्हें शांति, आस्था और प्रेम का अनुभव होता है।
महाकुंभ के दौरान सीएम योगी ने तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी राम भद्राचार्य जी और जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी से मुलाकात की और उन्हें आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके अलावा, उन्होंने स्वामी राम कमला चार्य महाराज और संतोष दास सतुआ बाबा को जगद्गुरु बनाए जाने की घोषणा भी की और उन्हें तिलक कर बधाई दी। सीएम योगी ने इन संतों का अभिनंदन करते हुए कहा कि वे सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभ हैं और उनके संघर्षों से ही यह धर्म आज भी सशक्त और प्रभावशाली है।
सीएम ने कहा कि हमारे संतों ने हर कठिनाई का सामना किया है और वह निरंतर सनातन धर्म को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रहे हैं। उन्होंने संतों को संजीवनी शक्ति बताया और कहा कि जब तक संतों का आशीर्वाद बना रहेगा, तब तक सनातन धर्म का कोई भी विरोध नहीं कर सकता। उन्होंने सभी संतों से अपील की कि वह सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहें और आने वाली पीढ़ियों को इस धर्म की महानता से अवगत कराएं।

कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों से कहा कि वे विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखें और सनातन धर्म के लिए अपना कार्य निरंतर जारी रखें। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए हर संत को एकजुट होकर काम करना होगा क्योंकि यह धर्म न केवल भारतीय संस्कृति का हिस्सा है, बल्कि यह पूरे विश्व को एकता और शांति का संदेश देता है।
सीएम योगी ने फिर से यह स्पष्ट किया कि सनातन धर्म किसी भी साजिश से प्रभावित नहीं होगा और आने वाले समय में यह धर्म और भी प्रगति करेगा। उन्होंने संतों के योगदान की सराहना की और कहा कि उनके प्रयासों से ही सनातन धर्म को दुनिया भर में प्रतिष्ठा मिली है। कार्यक्रम के समापन पर सीएम योगी ने सभी संतों को शुभकामनाएं दी और उनके कार्यों को सराहा।