हरिद्वार। हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में संसद में नियम 377 के तहत हरिद्वार में अत्याधुनिक हेलीपोर्ट बनाने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि इस हेलीपोर्ट के निर्माण से न केवल चार धाम यात्रा के तीर्थयात्रियों, बल्कि हरिद्वार आने वाले पर्यटकों को भी जबरदस्त सुविधा मिलेगी। त्रिवेंद्र रावत ने अपने बयान में यह भी कहा कि यह हेलीपोर्ट श्रद्धालुओं के लिए समय की बचत करेगा और सड़क यातायात पर दबाव भी कम करेगा, खासकर उन पीक सीजन में जब यात्री संख्या में भारी बढ़ोतरी होती है।
हरिद्वार एक प्रमुख धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ पर्यटकों का आकर्षण भी है। यहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक तीर्थ यात्रा करने के लिए आते हैं। विशेष रूप से चार धाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। सावन माह में कांवड़ यात्रा के दौरान भी सड़क यातायात पर भारी दबाव बनता है, जिससे यात्री कई घंटों तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहते हैं। त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि इन परिस्थितियों में हरिद्वार में एक अत्याधुनिक हेलीपोर्ट का निर्माण अत्यंत आवश्यक हो गया है। यह हेलीपोर्ट न केवल तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि पर्यटन क्षेत्र को भी एक नया मोड़ देगा।
त्रिवेंद्र रावत ने अपने बयान में यह भी कहा कि हरिद्वार के हेलीपोर्ट से दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों के श्रद्धालु हेलीकाप्टर सेवा का लाभ उठा सकेंगे। इससे यात्रियों का समय बचने के साथ ही उन्हें सड़क यातायात की परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा। रावत ने स्पष्ट रूप से कहा कि हेलीपोर्ट का निर्माण केवल तीर्थयात्रियों के लिए नहीं, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी आवश्यक है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
हरिद्वार में हेलीपोर्ट का निर्माण तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो लंबी यात्रा के दौरान थककर घर वापस लौटने के लिए इंतजार कर रहे होते हैं। वर्तमान में, चार धाम यात्रा के दौरान, तीर्थयात्रियों को सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ती है, जो अक्सर थकाऊ और समय लेने वाली होती है। लेकिन हेलीपोर्ट के निर्माण से इस यात्रा को सरल और समय-बचाने वाली प्रक्रिया बना दिया जाएगा। साथ ही, तीर्थयात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को हरिद्वार से सीधे चार धाम तक पहुंचने का एक तेज और सुरक्षित रास्ता मिलेगा।
हरिद्वार एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इन पर्यटकों के लिए भी हेलीपोर्ट के निर्माण से यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकेगा। विशेषकर गर्मी की छुट्टियों में जब लाखों पर्यटक हरिद्वार और ऋषिकेश का रुख करते हैं, तब हेलीपोर्ट की सुविधा यात्रा को काफी आसान और समय बचाने वाली बना सकती है। इसके अलावा, हेलीपोर्ट के निर्माण से न केवल तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा सुविधाजनक होगी, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन भी बढ़ेगा, जिससे हरिद्वार की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
हरिद्वार हेलीपोर्ट के निर्माण से पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। हेलीपोर्ट के माध्यम से आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, जो महज सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों से अधिक होंगे। यह न केवल महंगे होटल बुकिंग्स और व्यापार के लिए अच्छा रहेगा, बल्कि स्थानीय दुकानदारों और कारोबारियों के लिए भी फायदा का सौदा होगा। रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे, क्योंकि हेलीपोर्ट के निर्माण और संचालन से जुड़ी विभिन्न सेवाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे हरिद्वार में आर्थिक गतिविधियों का विस्तार होगा और पर्यटन उद्योग को एक नई दिशा मिलेगी।
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि केंद्र सरकार से उनकी मांग है कि हरिद्वार में हेलीपोर्ट निर्माण पर शीघ्र निर्णय लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस हेलीपोर्ट के निर्माण से न केवल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को लाभ होगा, बल्कि यह हरिद्वार के पर्यटन और धार्मिक महत्व को और भी बढ़ावा देगा। त्रिवेंद्र रावत ने अपने बयान में कहा कि हेलीपोर्ट के निर्माण से यात्रियों को आरामदायक और तेज यात्रा का विकल्प मिलेगा, जो वर्तमान में सड़क यातायात की समस्याओं के कारण बहुत ही कठिन है।
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि हरिद्वार का धार्मिक और पर्यटन महत्व निरंतर बढ़ रहा है, और इस हेलीपोर्ट के निर्माण से यह स्थल और भी महत्वपूर्ण बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम हरिद्वार को न केवल तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाएगा, बल्कि इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित करेगा। हेलीपोर्ट के जरिए हरिद्वार की यात्रा को और अधिक सुविधाजनक, तीव्र और सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
हरिद्वार में अत्याधुनिक हेलीपोर्ट के निर्माण की आवश्यकता अब स्पष्ट रूप से महसूस की जा रही है। त्रिवेंद्र रावत ने इसे न केवल तीर्थयात्रियों के लिए, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उनके अनुसार, यह हेलीपोर्ट हरिद्वार के भविष्य को आकार देने और इसे एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए आवश्यक है। अब यह केंद्र सरकार पर निर्भर करेगा कि वह इस मांग को जल्द स्वीकार कर अपने निर्णय से हरिद्वार के विकास को और गति प्रदान करती है।