काशीपुर। हिन्दी पत्रकारिता को समर्पित एक भावनात्मक और गरिमामयी आयोजन की तैयारी जोरों पर है। आगामी 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में काशीपुर मीडिया सेंटर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन करने जा रहा है, जिसकी रणनीति तय करने को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन रामनगर रोड स्थित मीडिया सेंटर कार्यालय में किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता दिलप्रीत सिंह सेठी ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी अनुभवी पत्रकार रफी खान ने संभाली। बैठक में हिंदी पत्रकारिता की गौरवशाली परंपरा और उसकी वर्तमान चुनौतियों को लेकर गंभीर विमर्श किया गया, जिसमें सभी सदस्यों ने मिलकर एकमत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस को एक ऐतिहासिक दिन के रूप में मनाया जाएगा। इस मौके पर एक ऐसी संगोष्ठी रखी जाएगी जो न केवल पत्रकारों को एकजुट करेगी, बल्कि सामाजिक और बौद्धिक विमर्श को भी मजबूती देगी।
इस विशेष कार्यक्रम को लेकर जिस प्रकार की रूपरेखा तैयार की गई है, वह पत्रकारिता के प्रति समर्पण और सम्मान का एक सुंदर उदाहरण बनेगी। बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि संगोष्ठी में न केवल क्षेत्र के सभी पत्रकारों को आमंत्रित किया जाएगा, बल्कि समाज के प्रतिष्ठित और जागरूक व्यक्तियों को भी इसमें सम्मिलित किया जाएगा, जिससे मीडिया की भूमिका पर गहन चर्चा संभव हो सके। सबसे खास बात यह रही कि इस आयोजन में वरिष्ठ पत्रकार दीप पाठक की पत्नी और वर्तमान पार्षद दीपा पाठक का सार्वजनिक अभिनंदन और सम्मान भी प्रस्तावित किया गया, जो स्वयं एक सशक्त महिला प्रतिनिधि के रूप में शहर की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। यह सम्मान एक तरह से पत्रकारों के परिवारों के योगदान को भी रेखांकित करने का प्रयास माना जा रहा है।
जहां एक ओर इस कार्यक्रम में विचार विमर्श और संवाद का मंच तैयार किया जाएगा, वहीं दूसरी ओर पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पत्रकारों को भी मंच से विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। यह प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पास किया गया कि जो पत्रकार लंबे समय से निष्ठा और ईमानदारी के साथ पत्रकारिता के मूल्यों को निभा रहे हैं, उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित कर सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस निर्णय के पीछे यह सोच है कि ऐसे समर्पित पत्रकारों को मंच प्रदान कर नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का वातावरण तैयार किया जा सके। बैठक में भाग लेने वाले सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया और हर स्तर पर सहयोग का आश्वासन भी दिया।
काशीपुर मीडिया सेंटर की यह पहल न केवल पत्रकारों को सम्मानित करने की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी साबित होगा जहां विचारों का आदान-प्रदान, सामाजिक मुद्दों पर विमर्श और पत्रकारिता की गरिमा को नई ऊंचाई देने का काम किया जाएगा। यह कार्यक्रम न केवल पत्रकार समुदाय को उत्साहित करेगा, बल्कि आम जनमानस में मीडिया की भूमिका के प्रति एक नया विश्वास भी उत्पन्न करेगा। जिस आत्मीयता और प्रतिबद्धता के साथ बैठक में प्रस्ताव पारित किए गए, उससे यह साफ जाहिर हो गया कि दिलप्रीत सिंह सेठी, रफी खान और मीडिया सेंटर की पूरी टीम इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए तत्पर है।
अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह सेठी ने बैठक के दौरान कहा कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाली संगोष्ठी का उद्देश्य केवल समारोह आयोजित करना नहीं है, बल्कि यह मंच पत्रकारिता के मूल्यों, चुनौतियों और जिम्मेदारियों पर गंभीर संवाद का अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता केवल खबरों के आदान-प्रदान तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि समाज के मार्गदर्शक के रूप में इसकी भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित करने के पीछे हमारी मंशा यह है कि नए पत्रकारों को प्रेरणा मिले और पत्रकारिता में नैतिकता तथा सत्यनिष्ठा को सर्वाेपरि रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दीपा पाठक जैसी महिला जनप्रतिनिधियों का सम्मान समाज में पत्रकार परिवारों के योगदान को रेखांकित करता है। हम इस आयोजन को गरिमामयी बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
वही कार्यकारी अध्यक्ष पारस जैन ने बैठक में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि उस विचारधारा का प्रतीक है जो जनमानस की आवाज को निर्भीकता से उठाने का साहस रखती है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में जब सूचना का प्रवाह बेहद तेज हो गया है, ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई है कि वे सत्य के साथ खड़े रहें और समाज को जागरूक करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि काशीपुर मीडिया सेंटर न केवल पत्रकारों को एक मंच प्रदान करता है, बल्कि उन्हें आपसी संवाद और सहयोग की भावना से जोड़ता है। दीपा पाठक जैसी जनप्रतिनिधियों का सम्मान यह दर्शाता है कि पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि परिवारों का भी एक मजबूत सामाजिक जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन काशीपुर के पत्रकारिता इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ेगा।