काशीपुर। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ शाखा काशीपुर के प्रतिनिधियों का शिष्टाचार भेंट का अवसर उस समय एक सार्थक संवाद का रूप ले गया जब प्रदेश सचिव जितेंद्र देवांतक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने माननीय नगर आयुक्त से मुलाकात की। यह मुलाकात केवल औपचारिकता भर नहीं थी, बल्कि कर्मचारियों की वर्षों से लंबित मांगों को एक नए दृष्टिकोण से सामने रखने की रणनीति के साथ हुई। इस भेंट में नगर आयुक्त के पदभार ग्रहण के तुरंत बाद कर्मचारियों के देयों को प्राथमिकता के साथ निपटाने के लिए संगठन की ओर से मिठाई खिलाकर आभार व्यक्त किया गया। कर्मचारियों ने इस सकारात्मक रुख को सराहा और लंबे समय से लंबित मांग पत्रों के उन बिंदुओं को फिर से उठाया जो अब तक अधूरे रह गए थे। यह मुलाकात कई दृष्टियों से अहम मानी जा रही है क्योंकि पहली बार नगर प्रशासन की ओर से भरोसे के साथ कर्मचारियों की बात सुनी गई और उन्हें पूरा करने का विश्वास भी दिलाया गया।
नगर निगम परिसर में उस समय आत्मीयता और उम्मीद की गर्माहट दिखाई दी जब कर्मचारियों की ओर से सौंपे गए नए ज्ञापन पर नगर आयुक्त ने गहरी गंभीरता से चर्चा की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि नगर निगम के सफाई कर्मचारी इस व्यवस्था की रीढ़ हैं और उनके हितों की रक्षा करना प्रशासन का प्राथमिक दायित्व है। उन्होंने सहायक नगर आयुक्त श्री संजय कापड़ी को निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी कर्मचारी का कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक वे पद पर हैं, तब तक किसी भी कर्मचारी को समस्या झेलनी नहीं पड़ेगी और यदि कोई भी काम अटका हुआ पाया गया तो उस पर त्वरित कार्रवाई होगी। इस वक्तव्य से कर्मचारियों में एक नया आत्मविश्वास देखा गया और संगठन के सदस्यों ने भी इस व्यवहार की खुले दिल से सराहना की। कर्मचारियों ने इसे प्रशासन की संवेदनशीलता और समर्पण का प्रतीक बताया।
इस शिष्टाचार भेंट के दौरान संगठन ने जिस सौहार्द्रता और सामूहिकता के साथ नगर आयुक्त का आभार व्यक्त किया, वह किसी राजनैतिक कार्यक्रम से कम नहीं लगा। कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष सुमित चौधरी, महासचिव राजीव कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार, उपाध्यक्ष रिंकू कुमार, मोहल्ला स्वच्छता समिति अध्यक्ष अमित टॉक, संगठन मंत्री भोला, कोषाध्यक्ष अंशु कुमार, उपकोषाध्यक्ष रजत कुमार, प्रचार मंत्री संदीप हरियाण और रोबिन गुल्लु समेत अनेक कर्मचारी उपस्थित रहे। इन सभी ने एकमत से नगर आयुक्त के निर्णयों का स्वागत किया और उन्हें आश्वस्त किया कि संगठन नगर की सफाई व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करेगा। संगठन के नेताओं का यह भी कहना था कि यह पहली बार है जब नगर प्रशासन ने बिना किसी टालमटोल के कर्मचारियों की बातों को प्राथमिकता दी है और इसका सकारात्मक प्रभाव कार्यक्षमता पर भी देखने को मिलेगा। कार्यक्रम के अंत में मिठाई वितरण के साथ यह संदेश दिया गया कि अब बदलाव की दिशा में एक नई शुरुआत हो चुकी है।
नगर निगम काशीपुर की यह मुलाकात आने वाले दिनों में शहर की सफाई व्यवस्था के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। संगठन और प्रशासन के बीच बना यह आपसी विश्वास का पुल ना सिर्फ कर्मचारियों की दशा और दिशा बदल सकता है बल्कि नागरिकों को भी एक स्वच्छ और व्यवस्थित शहर का अनुभव करवा सकता है। कर्मचारी वर्ग के भीतर उत्साह की लहर साफ देखी जा सकती है और हर कोई यह मान रहा है कि नगर आयुक्त के इस संवेदनशील कदम से एक नए प्रशासनिक युग की शुरुआत हो चुकी है। वक्त की मांग यही है कि यह संवाद सिर्फ कागजों तक सीमित न रहे बल्कि जमीन पर भी दिखाई दे। आने वाले महीनों में यदि यह भरोसा अमल में बदलता है तो निश्चित तौर पर काशीपुर की छवि राज्य के अन्य नगर निगमों के लिए एक उदाहरण बन सकती है।
महानगर अध्यक्ष सुमित चौधरी ने बताया कि यह पूरी मुलाकात कर्मचारियों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से सफाई कर्मचारी अपनी जायज़ मांगों को लेकर प्रशासन के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर रहे थे, लेकिन अब जब नगर आयुक्त महोदय ने न केवल इन मांगों को गंभीरता से सुना, बल्कि उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा करने का आश्वासन भी दिया, तो यह निश्चित रूप से संगठन के लिए एक सकारात्मक संकेत है। सुमित चौधरी ने यह भी कहा कि सफाई कर्मचारी शहर की नींव हैं, जो दिन-रात मेहनत करके स्वच्छता बनाए रखते हैं, इसलिए उनका सम्मान और अधिकार सुरक्षित रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नगर आयुक्त के व्यवहार, तत्परता और कर्मठता की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब संगठन भी पूरी निष्ठा से नगर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जुटा रहेगा।
महासचिव राजीव कुमार ने बताया कि नगर आयुक्त महोदय के साथ हुई यह शिष्टाचार भेंट सिर्फ औपचारिक नहीं थी, बल्कि एक निर्णायक पहल थी, जो कर्मचारियों की दशकों से चली आ रही समस्याओं को समाधान की दिशा में ले जाने वाली साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी लगातार अपने हक और अधिकारों के लिए संघर्षरत रहे हैं, लेकिन इस बार नगर आयुक्त ने जिस सकारात्मक सोच और गंभीरता के साथ सभी बिंदुओं को सुना और तत्काल समाधान का आश्वासन दिया, वह प्रशंसनीय है। राजीव कुमार ने यह भी कहा कि नगर निगम की सफाई व्यवस्था तभी प्रभावशाली बन सकती है जब कर्मचारियों को न केवल सुविधाएं, बल्कि सम्मान भी मिले। उन्होंने विश्वास जताया कि अब नगर निगम प्रशासन और संगठन के बीच एक मजबूत समन्वय बनेगा, जिससे न केवल कर्मचारी सशक्त होंगे बल्कि शहर भी और अधिक स्वच्छ और सुंदर बनेगा।