हरिद्वार। पवित्र ज़मीन रविवार दोपहर उस समय सिहर उठी जब रेलवे ट्रैक पर एक युवक और युवती की दर्दनाक मौत की खबर ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। यह त्रासदी हरिद्वार के सेक्टर-2 क्षेत्र में हुई, जहाँ तेज़ रफ्तार वंदे भारत ट्रेन ने इन दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों के शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। चश्मदीदों ने जब इस वीभत्स मंजर को देखा, तो कुछ पल के लिए समय मानो थम गया। चीख-पुकार के बीच लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की टीमें दौड़ती हुई मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायज़ा लिया। मृतकों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्ज़े में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पहचान की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है और हर मुमकिन पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि जैसे ही ट्रेन की टक्कर इन दोनों से हुई, वैसे ही चारों ओर शरीर के हिस्से बिखर गए। इस खौफनाक मंजर को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और कुछ देर के लिए पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हर कोई स्तब्ध था, कुछ समझ नहीं पा रहा था कि आखिर यह युवक और युवती कौन थे और रेल की पटरी पर ये कैसे पहुंचे। घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी भी इस दृश्य को देखकर सन्न थे। मौके से कोई ऐसा दस्तावेज़ या पहचान से जुड़ा सुराग नहीं मिला, जिससे इन दोनों की पहचान संभव हो सके। हरिद्वार जैसे श्रद्धा और आध्यात्म से भरे शहर में ऐसी त्रासदी ने लोगों के दिलों में एक गहरी बेचौनी पैदा कर दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शायद कुछ अहम सुराग हाथ लगें, ऐसा पुलिस का मानना है।
इस भयानक हादसे के बाद पुलिस ने अपनी तफ्तीश को और भी ज्यादा विस्तृत कर दिया है। एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ करने पर पता चला कि युवक और युवती को ज्वालापुर की दिशा में रेलवे ट्रैक पर जाते हुए देखा गया था। यह जानकारी पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग हो सकती है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई वस्त्र, बैग, मोबाइल फोन या अन्य सामान बरामद नहीं हुआ जिससे इनकी पहचान सुनिश्चित की जा सके। इस दुखद घटना को लेकर आत्महत्या की आशंका भी जताई जा रही है, जिस पर पुलिस गंभीरता से विचार कर रही है। सभी संभावित एंगल्स से पड़ताल की जा रही है। पुलिस इस हादसे को केवल एक दुर्घटना मानकर नहीं चल रही, बल्कि इसकी तह में जाने की कोशिश में हर बारीकी से जांच कर रही है।
गहराई से चल रही जांच के बीच पंकज गैरोला ने यह भी बताया कि जिले के तमाम थानों और कोतवाली में हालिया दर्ज की गई गुमशुदगी की रिपोर्टों को खंगाला जा रहा है, ताकि कहीं से कोई कड़ी जुड़ सके। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि मृत युवक और युवती की पहचान हो सके और उनके परिजनों तक यह दुखद समाचार पहुंचाया जा सके। यह पूरी कार्यवाही एक संवेदनशील और सतर्क दृष्टिकोण के तहत की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की चूक न हो। इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है और स्थानीय लोगों के बीच भी इस बात की उत्सुकता है कि आखिर इन दोनों की असलियत क्या है। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि यदि किसी को भी इन दोनों के बारे में कोई जानकारी हो तो वह तुरंत पुलिस से संपर्क करे।
रेलवे ट्रैक पर हुए इस दर्दनाक हादसे ने न सिर्फ़ हरिद्वार के लोगों को झकझोर कर रख दिया है बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि आज के समय में युवा ऐसी खौफनाक राह क्यों चुन रहे हैं? यह कोई सामान्य दुर्घटना प्रतीत नहीं हो रही, बल्कि इसके पीछे एक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक जटिलता की झलक मिल रही है। इस मर्मांतक हादसे की जांच से अगर कोई सच्चाई सामने आती है, तो वह न केवल इस केस की परतें खोलेगी बल्कि समाज के सामने भी एक आईना रखेगी। इस त्रासदी ने पूरे हरिद्वार को शोक में डुबो दिया है और सभी यही प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इन दोनों की पहचान हो सके और उनके परिजनों को अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने का अवसर मिल सके। पुलिस की मुस्तैदी से उम्मीद की जा रही है कि यह गुत्थी बहुत जल्द सुलझेगी और इस दुखद अध्याय का एक निष्कर्ष सामने आएगा।