काशीपुर(एस पी न्यूज़)। रोडवेज डिपो में शुक्रवार को एक विशेष और यादगार आयोजन हुआ, जिसमें चालक दिवस को धूमधाम से मनाया गया। इस दिन को खास बनाने के लिए डिपो परिसर को सजाया गया और सभी चालकों को उनकी मेहनत और योगदान के लिए सम्मानित किया गया। एआरएम देशराज अंबेडकर ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 24 जनवरी को चालक दिवस के रूप में मान्यता दी गई है, जिसका उद्देश्य रोडवेज के चालकों को प्रोत्साहित करना और उनकी कठिन मेहनत का सम्मान करना है। इस दिन को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में खासा उत्साह था। इस अवसर पर रोडवेज के चालकों को गुलाब के फूलों से सम्मानित किया गया, जो न केवल उनका हौसला बढ़ाने के लिए था, बल्कि यह उनका आभार व्यक्त करने का एक अनोखा तरीका भी था।

चालक दिवस के इस आयोजन में एआरएम देशराज अंबेडकर ने चालकों की कड़ी मेहनत और संघर्ष को सराहा और कहा कि उनके बिना रोडवेज सेवा को सही तरीके से चलाना संभव नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि चालक न केवल यात्रियों को सुरक्षित और समय पर उनके गंतव्य तक पहुँचाते हैं, बल्कि उनका योगदान इस सेवा को बेहतर बनाने में बहुत अहम है। एआरएम ने कहा कि इस दिन को मनाना न केवल चालकों के लिए एक उत्सव है, बल्कि यह उनके समर्पण और कर्तव्य के प्रति हमारे सम्मान को दर्शाता है। चालक दिन-रात मेहनत करते हैं और सर्दी-गर्मी में यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, जिससे समाज में रोडवेज सेवा का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
देशराज अंबेडकर ने इस दिन की महत्ता को बताते हुए कहा कि सरकार ने रोडवेज के कर्मचारियों, खासकर चालकों, की मेहनत को मान्यता देने के लिए इस दिन को खास बनाया है। 24 जनवरी का दिन उनके योगदान के लिए सम्मान व्यक्त करने का दिन है। इस दिन, डिपो परिसर में कर्मचारियों की भागीदारी से यह आयोजन सफल हुआ, और इसने एक सकारात्मक संदेश दिया कि देश में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में लगे सभी कर्मियों का योगदान अहम है। उन्होंने कहा कि हमें चालकों की सुरक्षा, आराम और उनके कार्यक्षेत्र में उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए, ताकि वे अपनी सेवा को और बेहतर तरीके से प्रदान कर सकें।

इस अवसर पर रोडवेज के अन्य अधिकारियों ने भी इस आयोजन में हिस्सा लिया और चालक दिवस की महत्ता पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के दौरान सभी चालकों को सम्मानित किया गया, और साथ ही उन्हें उनके बेहतर कार्य के लिए प्रशंसा पत्र भी दिए गए। यह सब एक बड़ा कदम था ताकि चालक अपने कार्य में और भी मेहनत से लगे रहें। गुलाब के फूलों के साथ-साथ उन्हें अन्य सम्मान भी प्रदान किए गए, जिससे उनका हौसला और उत्साह और बढ़ा। कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि रोडवेज का मुख्य उद्देश्य न केवल यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करना है, बल्कि चालकों की मेहनत और समर्पण के बिना यह संभव नहीं हो सकता।

आखिरकार, इस दिन को सफल बनाने के लिए काशीपुर रोडवेज डिपो के कर्मचारियों और अधिकारियों ने मिलकर कार्य किया और यह साबित किया कि कोई भी सेवा बिना सही कर्मचारियों के संभव नहीं हो सकती। चालक दिवस के आयोजन ने रोडवेज सेवा के प्रति समाज के नजरिए को और सकारात्मक बनाया, और यह भी दर्शाया कि समाज में काम करने वाले सभी श्रमिकों की मेहनत और योगदान को उचित सम्मान मिलना चाहिए।