रुड़की(सुरेन्द्र कुमार)। खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आगमन की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। शनिवार दोपहर को सूचना मिली कि टिकैत उमेश कुमार के कैम्प कार्यालय में पहुंचने वाले हैं। यह खबर पुलिस अधिकारियों तक जैसे ही पहुंची, तो फौरन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने के लिए पुलिस बल को भेजा और जल्द ही पूरे इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया। पुलिस ने विधायक के आवास के पास चारों ओर बैरिकेडिंग लगा दी और रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि कोई भी अज्ञात व्यक्ति या व्यक्ति बिना अनुमति के उस क्षेत्र में न पहुंच सके। पुलिस ने इस मामले में पूरी तरह से ऐतिहात बरती और कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने से पहले ही सभी सुरक्षा इंतजाम पूरे कर दिए थे। यह स्थिति पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई, खासकर जब राकेश टिकैत की सुलह कराने की पेशकश के बाद यह घटनाक्रम सामने आया।
दरअसल, इस घटना से पहले राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने खानपुर विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चौंपियन के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने की बात की थी। इस बयान में उन्होंने दोनों नेताओं के बीच शांति की अपील की थी और विवाद को समाप्त करने के लिए बीच-बचाव की पेशकश की थी। राकेश टिकैत का यह बयान इस मामले को एक नई दिशा में ले आया था, क्योंकि पहले इस विवाद को लेकर दोनों पक्षों में काफी तल्खी और बयानबाजी हो चुकी थी। टिकैत का बयान उस वक्त आया जब इस विवाद ने ज्यादा तूल पकड़ा था और राजनीतिक गलियारों में इसका असर महसूस होने लगा था। ऐसे में टिकैत का इस मामले में हस्तक्षेप करना बड़ी बात मानी जा रही थी।
इसी संदर्भ में, पुलिस को यह सूचना मिली कि राकेश टिकैत मंगलौर गुड मंडी में होने के बाद खानपुर विधायक उमेश कुमार के कैम्प कार्यालय पर आने वाले हैं। जैसे ही पुलिस को यह सूचना मिली, सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र बिष्ट और गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल सहित पुलिस टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए खानपुर विधायक के कैम्प कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस ने चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी और किसी भी बाहरी व्यक्ति को वहां से गुजरने नहीं दिया। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि कोई भी अप्रत्याशित घटना न हो और शांति व्यवस्था बनी रहे। हालांकि, पुलिस की तमाम तैयारियों के बावजूद राकेश टिकैत उस दिन वहां नहीं पहुंचे। जानकारी मिली है कि राकेश टिकैत हरिद्वार के डाम कोठी में गए थे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उनकी यात्रा में कोई बदलाव आया था।
इस घटना के बाद से इस क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पुलिस द्वारा किए गए सुरक्षा इंतजामों को लेकर स्थानीय लोगों और मीडिया में विभिन्न प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोगों का मानना था कि पुलिस ने सही कदम उठाया, जबकि कुछ अन्य ने इसे ज्यादा बड़ा मामला बनाने की कोशिश बताया। इसके बावजूद, पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित स्थिति को टालने के लिए कड़ी निगरानी बनाए रखी। इस दौरान, पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि इलाके में किसी प्रकार का अव्यवस्था न हो और सभी रास्ते सुरक्षित रहें।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में राजनीतिक विवादों और सार्वजनिक हस्तियों की यात्रा को लेकर पुलिस महकमे में किस तरह की तत्परता और सुरक्षा इंतजाम किए जाते हैं। खानपुर विधायक उमेश कुमार और राकेश टिकैत के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए इस तरह की गंभीरता से उठाए गए कदम निश्चित रूप से राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा माने जा रहे हैं। पुलिस का यह कदम न केवल सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस प्रकार से राज्य की प्रशासनिक मशीनरी किसी भी राजनीतिक हस्तक्षेप या विवाद को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहती है।