spot_img
दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, वह खुद बनिए. - महात्मा गांधी
Homeउत्तराखंडरवि पपने पर हमले के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय...

रवि पपने पर हमले के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय पर जताया आक्रोश

गुंडागर्दी पर पुलिस की चुप्पी से नाराज़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोषियों की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की उठाई जोरदार मांग।

काशीपुर। कांग्रेस नेता रवि पपनै पर हाल ही में हुई जानलेवा मारपीट की घटना ने काशीपुर की कानून व्यवस्था की हालत को उजागर कर दिया है। इस घटना ने केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता को निशाना नहीं बनाया, बल्कि शहर के आम नागरिक की सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारों पर गहरी चोट की है। रवि पपनै, जो एक पूर्व सैनिक भी रह चुके हैं और पर्वतीय समाज से आते हैं, पर बीती रात 10रू30 बजे खुलेआम हमला किया गया। हमलावरों ने इस हमले की वीडियो खुद बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, जो कानून व्यवस्था पर एक तरह का सीधा हमला था। इस गंभीर स्थिति के बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध जताया है और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि यह घटना केवल रवि के साथ नहीं, बल्कि पूरे काशीपुर के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है, और यदि इस समय आवाज नहीं उठाई गई, तो अगला निशाना कोई और बन सकता है।

घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा सड़कों पर साफ देखा गया जब वे एसपी कार्यालय पहुंचे और न्याय की मांग की। इस दौरान महानगर अध्यक्ष मुसर्रफ हुसैन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि रवि पर हुआ हमला कोई व्यक्तिगत रंजिश नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव पर एक सुनियोजित प्रहार है। उन्होंने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और असली दोषियों को पकड़कर जनता के सामने लाया जाए। मुसर्रफ हुसैन ने कहा कि रवि पपनै न केवल पार्टी के समर्पित पदाधिकारी हैं, बल्कि समाज में अपनी एक गरिमा और पहचान रखने वाले जिम्मेदार नागरिक भी हैं। उनका कहना है कि काशीपुर में इस समय भय और असुरक्षा का माहौल है, जहां व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन सब खामोशी ओढ़ने को मजबूर हैं। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि निर्दाेष लोगों को इस केस में फंसाया गया, तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी और सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगी।

कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि यह मामला अब किसी पार्टी, जाति या धर्म का नहीं रहा यह काशीपुर में बिगड़ती व्यवस्था और लोकतंत्र पर सीधा हमला है। जिस तरह कांग्रेस नेता रवि पपनै पर रात 10ः30 बजे सड़क पर खुलेआम हमला हुआ, वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाला गया, वह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, पूरे शहर की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। रवि केवल कांग्रेस का नेता नहीं, पर्वतीय समाज का बेटा है, एक पूर्व सैनिक है, जिसने वर्षों देश की सेवा की है। उन्होने कहा कि हमलावरों का ऐसा दुस्साहस प्रशासन और कानून व्यवस्था पर खुली चुनौती है। काशीपुर में भय का माहौल है व्यापारी, नागरिक, यहां तक कि मीडिया तक डरे हुए हैं। लोग सच बोलने से कतरा रहे हैं। जब कोई लोकतंत्र में अपनी बात नहीं कह सकता, तो वह लोकतंत्र नहीं, अघोषित तानाशाही होती है। अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि प्रशासन जनप्रतिनिधियों की कठपुतली बन गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह अधिकारियों का व्यवहार लोकतंत्र के लिए घातक संकेत है। हम विधायक सीमा साहब का आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने खुलकर गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाई। संदीप ने कहा कि ‘‘मैं काशीपुर की जनता से अपील करता हूंकृचुप मत रहिए। जो रवि के साथ हुआ, वह कल आपके साथ भी हो सकता है। मीडिया से भी आग्रह है कि इसे सिर्फ एक केस न समझें, यह शहर की नींव हिला रहा है।’’ पूर्व अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि हमारी मांग है कि दोषियों की पहचान कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए, और उनके संरक्षकों को भी बेनकाब किया जाए। यह सिर्फ जांच नहीं, न्याय की लड़ाई हैकृकाशीपुर के भविष्य की लड़ाई।

इस पूरे घटनाक्रम में पीसीसी सदस्य अलका पाल ने भी प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह घटना महज एक नेता पर हमले की नहीं है, बल्कि शहर की गिरती हुई कानून व्यवस्था की पोल खोलती है। अलका पाल के अनुसार रवि पपनै एक समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए लंबे समय से कार्य किया है, और उन पर इस तरह का हमला यह दर्शाता है कि असामाजिक तत्व किस कदर बेलगाम हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कानून के रखवाले ही निष्क्रिय बने रहे, तो जनता का भरोसा पूरी तरह टूट जाएगा। अलका पाल ने दो टूक शब्दों में प्रशासन को चेताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी न्याय की मांग करते हैं और यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो यह आंदोलन एक बड़े जनांदोलन का रूप ले सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस किसी भी स्थिति में अन्याय को स्वीकार नहीं करेगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर डटेगी।

उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश सचिव जितेन्द्र सरस्वती ने रवि पपनै पर हुए हमले को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र, समाज और कानून व्यवस्था पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि जब एक पूर्व सैनिक, जिम्मेदार नागरिक और पार्टी पदाधिकारी को सरेआम सड़क पर पीटा जाता है और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाला जाता है, तो यह सिर्फ अपराध नहीं, बल्कि सत्ता और प्रशासन को खुली चुनौती है। जितेन्द्र सरस्वती ने सवाल उठाया कि अगर आज रवि के साथ ऐसा हो सकता है, तो कल किसी भी आम नागरिक के साथ यह दोहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि काशीपुर में अब अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें किसी का डर ही नहीं है। उन्होंने प्रशासन से स्पष्ट मांग की कि दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और पूरी जांच निष्पक्ष तरीके से हो। अगर न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।

इस दौरान महानगर अध्यक्ष पूजा सिंह ने भी बेहद सटीक और संवेदनशील टिप्पणी करते हुए कहा कि जब एक पूर्व सैनिक और जिम्मेदार पुरुष नेता भी शहर में सुरक्षित नहीं है, तो महिलाओं की सुरक्षा की कल्पना कैसे की जा सकती है। उन्होंने यह सवाल प्रशासन और शासन दोनों से किया कि अगर रात के समय किसी प्रमुख नेता के साथ इस प्रकार की घटना घट सकती है, तो आम नागरिक, विशेषकर महिलाएं, कैसे सुरक्षित महसूस करेंगी? पूजा सिंह ने इस स्थिति को भयावह और अराजक बताया और कहा कि यह न केवल एक सुरक्षा का संकट है, बल्कि एक सामाजिक आपातकाल जैसी स्थिति बन चुकी है। उनका कहना था कि हमलावरों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त हो सकता है और यही कारण है कि वे इतने साहस के साथ हमले को अंजाम दे रहे हैं और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने तक में नहीं हिचकिचा रहे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उनके पीछे खड़े संरक्षकों की पहचान कर उन्हें भी न्यायिक दायरे में लाया जाए।

इस बीच एसपी सिटी अभया सिंह ने मामले में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि कृष्णा अस्पताल के पीछे कुछ दिन पूर्व रवि पपनै पर हमला हुआ था। इस संबंध में पीड़ित पक्ष द्वारा तहरीर दी गई थी और उसी आधार पर चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अभया सिंह ने बताया कि पुलिस की टीमें इस मामले में तेजी से काम कर रही हैं और आरोपियों की पहचान की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही दोषियों की पहचान होती है, उन्हें गिरफ़्तार कर कानून के सामने लाया जाएगा। एसपी ने यह भी कहा कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, और काशीपुर में किसी तरह की अराजकता या गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जनता से भी अपील की कि यदि किसी के पास घटना से जुड़ी कोई भी सूचना हो, तो वह पुलिस को उपलब्ध कराएं ताकि जांच और अधिक सटीक और त्वरित हो सके।

अब यह मामला किसी एक पार्टी, जाति या समुदाय तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह पूरे शहर की अस्मिता, सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारों से जुड़ा हुआ मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस नेता रवि पपनै पर हुए हमले के बाद शहर में डर और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है। आम नागरिकों में गहरी चिंता है कि जब एक पूर्व सैनिक और सामाजिक कार्यकर्ता असुरक्षित है, तो आम जनता की स्थिति क्या होगी। कांग्रेस पार्टी का आक्रोश अब सड़कों पर नजर आने लगा है और यह आक्रोश प्रशासन को चेतावनी देने के लिए काफी है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित नहीं हुई, तो कांग्रेस जनसमर्थन के साथ बड़ा आंदोलन छेड़ेगी। अब पूरा दारोमदार शासन-प्रशासन पर है कि वह इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और पीड़ित को न्याय कब तक दिलाता है।

संबंधित ख़बरें
गणतंत्र दिवस की शुभकामना
75वां गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ

लेटेस्ट

ख़ास ख़बरें

error: Content is protected !!