काशीपुर(एस पी न्यूज़)। उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर दीपक बाली और 40 वार्डों के पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार, 7 फरवरी को संपन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने मेयर दीपक बाली को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद, मेयर ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए सभी 40 वार्डों के पार्षदों को भी शपथ ग्रहण करवाया। शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें नगर के विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
अपने कार्यकाल के पहले ही दिन, दीपक बाली ने जनता से किए गए वादों को निभाने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने अपने संकल्प पत्र में किए गए एक प्रमुख वादे को पूरा करते हुए दो प्रतिशत दाखिल-खारिज शुल्क समाप्त करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई। यह प्रस्ताव वार्ड पार्षद गुरविंदर सिंह चंडोक द्वारा प्रस्तुत किया गया था, जिसे बैठक में मौजूद सभी पार्षदों ने ध्वनि मत से पारित कर दिया। इस निर्णय के बाद अब जनता को इस शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ेगा, जिससे आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।
शपथ ग्रहण के दौरान दीपक बाली ने नगरवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका संकल्प पत्र केवल एक कागजी औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह काशीपुर के विकास की नींव है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे इस संकल्प पत्र को संभालकर रखें और यदि वह कभी अपने वादों को भूल जाएं तो उन्हें याद दिलाएं। साथ ही, यदि कोई संकल्प पूरा हो जाए, तो उनकी पीठ थपथपाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने इस मौके पर अपने स्वभाव के बारे में भी चर्चा की और स्पष्ट किया कि यदि कोई जनहित के खिलाफ काम करेगा या सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करेगा तो वह गुस्सा जरूर दिखाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई अधिकारी जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करेगा तो उनके तेवर सख्त होंगे।
इस अवसर पर उन्होंने अपनी पत्नी उर्वशी बाली द्वारा उन्हें गिफ्ट किए गए एक पेन का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि जब वे शपथ ग्रहण के लिए जा रहे थे तो उनकी पत्नी ने उन्हें एक पेन देते हुए कहा कि इस पेन से केवल काशीपुर के विकास की कहानी लिखें। इस पर उन्होंने अपनी पत्नी को आश्वासन दिया कि यह पेन सिर्फ और सिर्फ नगर के विकास और जनहित में लिए जाने वाले निर्णयों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता काशीपुर को एक सुव्यवस्थित, स्वच्छ और विकसित नगर बनाना है, और इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए वह किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने नगरवासियों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए दंडवत प्रणाम किया और जनता का आभार व्यक्त किया।

मेयर बनने के तुरंत बाद दीपक बाली ने निगम सभागार में अपनी नई पार्षद टीम के साथ पहली बैठक की। इस दौरान उन्होंने काशीपुर के समग्र विकास और नगरवासियों की समस्याओं के समाधान को लेकर पार्षदों के साथ विचार-विमर्श किया। नगर निगम की इस पहली बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिसमें सबसे बड़ा फैसला दो प्रतिशत दाखिल-खारिज शुल्क समाप्त करने का रहा। यह शुल्क जनता के लिए एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ था, जिसे समाप्त कर अब आम लोगों को राहत दी गई है। इस फैसले को लेकर पार्षदों ने खुशी जाहिर की और इसे नगर निगम की ओर से जनता के लिए एक बड़ा तोहफा बताया।
गौरतलब है कि दीपक बाली ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में यह वादा किया था कि वे दो प्रतिशत दाखिल-खारिज शुल्क को समाप्त करेंगे। उन्होंने इस फैसले को तुरंत लागू करके यह साबित कर दिया कि वह केवल घोषणाएं करने वाले नेता नहीं हैं, बल्कि अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए तत्पर रहते हैं। उनके इस कदम को जनता के बीच भी सराहा जा रहा है। नगर के विभिन्न क्षेत्रों में लोग इस निर्णय को सकारात्मक रूप में ले रहे हैं और इसे मेयर की जनहितैषी सोच का प्रतीक मान रहे हैं।

इस निर्णय के बाद नगर निगम प्रशासन अब अन्य विकास कार्यों को लेकर भी तत्पर है। आगामी बोर्ड बैठकों में काशीपुर के विकास को लेकर अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी, जिससे नगरवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि नए मेयर के नेतृत्व में निगम प्रशासन पूरी तरह सक्रिय रहेगा और शहर के समग्र विकास के लिए योजनाओं को तेजी से लागू किया जाएगा।
इस प्रकार, काशीपुर के नए मेयर दीपक बाली ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए जनता के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में वह अपने संकल्प पत्र के अन्य वादों को कैसे पूरा करते हैं और नगर के विकास के लिए किस तरह की रणनीतियां अपनाते हैं। फिलहाल, नगर निगम के इस ऐतिहासिक निर्णय ने काशीपुर के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है और जनता को भी उम्मीद बंधी है कि उनके हितों के लिए और भी महत्वपूर्ण फैसले जल्द लिए जाएंगे।