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महिला एकता मंच ने शराब दुकान फिर से खोलने पर आंदोलन की चेतावनी दी

शराब की दुकान को फिर से खोले जाने पर महिला एकता मंच ने आक्रोश जताया, आंदोलन तेज करने और जनता से समर्थन की अपील की।

रामनगर। मालधन क्षेत्र में एक शराब दुकान के पुनः खुलने की घटना ने महिला एकता मंच को गहरे आक्रोशित कर दिया है। मंच ने इस कदम को जनता के साथ धोखा बताते हुए अपने ‘नशा नहीं, इलाज दो’ अभियान को फिर से शुरू करने की धमकी दी है। महिला एकता मंच की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि जब 3 मई को रामनगर उप जिलाधिकारी ने शराब की दुकान को बंद करने का आदेश दिया था, तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि पुलिस कच्ची शराब पर अंकुश लगाएगी और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। लेकिन 5 मई को बिना किसी सूचना के शराब की दुकान को फिर से खोल दिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया। मंच ने इसे गैरकानूनी कदम करार देते हुए इसका कड़ा विरोध किया है।

महिला एकता मंच की संयोजिका विनीता टम्टा ने कहा कि उप जिलाधिकारी ने जब यह आश्वासन दिया था कि शराब की दुकान बंद कर दी जाएगी, तो क्षेत्रवासियों ने उस फैसले का स्वागत किया था और आंदोलन को स्थगित कर दिया था। लेकिन 5 मई की शाम को बिना किसी पूर्व सूचना के शराब की दुकान को फिर से खोल देना, उस विश्वास का उल्लंघन है जो जनता और प्रशासन के बीच बना था। उन्होंने इस कदम को बेहद निंदनीय बताया और कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से क्षेत्र की जनता का प्रशासन पर विश्वास कमजोर होता है। अब महिला एकता मंच इस पूरे मामले को लेकर फिर से अपने आंदोलन को तेज करने के लिए तैयार है और 7 मई को पंचायत घर मालधन नंबर दो में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाने का ऐलान किया गया है।

विनीता टम्टा ने आगे कहा कि महिला एकता मंच की प्रमुख मांग है कि शराब की दुकान को तुरंत बंद किया जाए और क्षेत्र में नशे की समस्या को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि शराब की दुकान खोलने से इलाके में स्वास्थ्य संकट और अपराध की स्थिति पैदा हो रही है, जो किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। मंच ने जनता से अपील की है कि वे आगामी बैठक में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों, ताकि इस मुद्दे को लेकर एक ठोस और प्रभावी रणनीति बनाई जा सके। मंच का यह मानना है कि अगर जनता और प्रशासन मिलकर काम करें, तो शराब की दुकान को फिर से बंद कराया जा सकता है और इस मुद्दे को सुलझाया जा सकता है।

महिला एकता मंच के इस आंदोलन की शुरुआत ‘नशा नहीं, इलाज दो’ अभियान के तहत हुई थी, जिसमें नशे की लत से जूझ रहे लोगों के लिए इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई थी। मंच ने यह भी आरोप लगाया कि शराब की दुकान खुलने से इलाके में नशे का कारोबार बढ़ेगा, जिससे लोगों की जिंदगी और परिवारों का भविष्य प्रभावित होगा। मंच ने सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है और कहा है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। महिला एकता मंच ने यह साफ किया है कि वे क्षेत्र को नशे से मुक्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

मालधन क्षेत्र में इस शराब दुकान के फिर से खोले जाने से नागरिकों में आक्रोश फैल चुका है और अब महिला एकता मंच ने इसे लेकर एक बड़ा आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। इस मुद्दे पर अधिक चर्चा और कार्रवाई के लिए पंचायत घर में आयोजित बैठक में महिला एकता मंच के सदस्य और स्थानीय लोग हिस्सा लेंगे। बैठक में रणनीतियों का निर्धारण किया जाएगा और इस संघर्ष को और तेज करने के लिए आगामी कदम तय किए जाएंगे। मंच ने इस बात की भी घोषणा की है कि अगर प्रशासन और सरकार ने इस मुद्दे पर उचित कदम नहीं उठाए, तो वे विरोध प्रदर्शन और अन्य कड़ी कार्रवाइयों की योजना बनाएंगे।

महिला एकता मंच का कहना है कि शराब की दुकान खोलने से केवल नशे की समस्या नहीं बढ़ेगी, बल्कि यह स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य स्थिति और जीवन को भी खतरे में डालेगा। मंच ने यह भी कहा कि उनकी प्रमुख प्राथमिकता अब इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है, और इसके लिए वे प्रशासन से भी सहयोग की अपेक्षा रखते हैं। इस मुद्दे को लेकर मंच द्वारा आयोजित बैठक आगामी दिनों में राजनीतिक और सामाजिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें इलाके के नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।

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