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महापौर दीपक बाली की तत्परता से टली मंडी में मौत की दस्तक वाली बड़ी दुर्घटना

काशीपुर। नई सब्जी मंडी क्षेत्र में एक संभावित बड़ी दुर्घटना उस समय टल गई जब महापौर दीपक बाली की तत्परता और निर्णय क्षमता ने समय रहते स्थिति को संभाल लिया। इलाके में स्थित पानी की टंकी के पास एक विद्युत पोल कई महीनों से खस्ताहाल अवस्था में पड़ा था, जिसकी जर्जर स्थिति देखकर स्थानीय दुकानदारों और नागरिकों में भारी चिंता थी। यह पोल कभी भी गिर सकता था और उस स्थिति में किसी बड़े हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता था, क्योंकि यह इलाका बाजार क्षेत्र होने के कारण दिनभर लोगों की आवाजाही से गुलजार रहता है। हालांकि स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने कई बार इस समस्या को संबंधित विभाग और नेताओं के संज्ञान में लाने की कोशिश की, लेकिन उनकी शिकायतें अनसुनी रह गईं। जब हालात गंभीर होते चले गए और खतरा सिर पर मंडराने लगा, तब लोगों ने भाजपा नेता धीरज कुमार, मनोज पंडित जी, नीरज कुमार और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पार्षद राशिद फारुकी से गुहार लगाई, जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए पूरी स्थिति महापौर दीपक बाली के समक्ष रखी।

समस्या की जानकारी मिलते ही महापौर दीपक बाली ने बिना समय गंवाए तत्काल विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों से संपर्क साधा और उन्हें पूरे मामले की गंभीरता से अवगत कराया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पोल की जर्जर स्थिति को देखते हुए इसमें कोई भी लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए और जल्द से जल्द इसे बदला जाना चाहिए। महापौर के इस हस्तक्षेप का प्रभाव इतना तत्काल और निर्णायक रहा कि विभाग ने बिना किसी देरी के उक्त विद्युत पोल को बदल दिया। पोल बदले जाने की कार्रवाई के बाद क्षेत्र के नागरिकों ने राहत की सांस ली और सभी ने एक स्वर में महापौर का आभार प्रकट किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह पोल और कुछ दिन उसी हालत में खड़ा रहता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन दीपक बाली की सक्रियता और लोगों की पीड़ा को समझने की उनकी राजनीतिक संवेदनशीलता के चलते एक बड़ी अनहोनी टल गई।

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब नेतृत्व सजग और संवेदनशील हो, तो समस्याओं का समाधान न केवल त्वरित होता है बल्कि जनता का विश्वास भी दृढ़ होता है। नई सब्जी मंडी के दुकानदारों और आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि कई महीनों से यह विद्युत पोल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त था, लेकिन किसी भी अधिकारी या नेता ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उनके अनुसार, न जाने कितनी बार विभाग के कर्मचारियों से शिकायत की गई और कई बार नेताओं से भी गुहार लगाई गई, पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जब यह मुद्दा महापौर दीपक बाली तक पहुंचा तो उन्होंने न सिर्फ बात सुनी बल्कि तत्काल समाधान भी कराया। यही कारण है कि लोगों के बीच अब यह विश्वास पनप रहा है कि शहर का नेतृत्व सही हाथों में है। यह एक ऐसा उदाहरण बन गया है, जो दर्शाता है कि जनप्रतिनिधियों की सजगता कैसे सीधे जनता के जीवन को सुरक्षित और सुविधाजनक बना सकती है।

महापौर दीपक बाली ने भी इस कार्रवाई के सफल और शीघ्र संपन्न होने पर संतोष जताते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि नगर की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाना ही उनकी प्राथमिकता है और वे जनता की हर तकलीफ को अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। महापौर ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की किसी भी संभावित समस्या को लेकर नगर निगम पूरी सतर्कता के साथ काम करेगा ताकि किसी भी दुर्घटना की आशंका को पहले ही समाप्त किया जा सके। उनका यह बयान न केवल प्रशासनिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है बल्कि यह भी संकेत देता है कि नगर निगम अब जनहित को प्राथमिकता पर रखते हुए काम करने के लिए पूरी तरह तैयार है। जिस तरह उन्होंने एक गंभीर समस्या का समाधान केवल फोन कॉल पर करा दिया, उसने यह भी साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति और कार्य करने की भावना हो तो किसी भी समस्या को हल करने में ज्यादा समय नहीं लगता।

इस पूरी घटना से एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि काशीपुर का नेतृत्व अब केवल कुर्सी तक सीमित नहीं है, बल्कि जमीनी हकीकतों से भी गहराई से जुड़ा है। नई सब्जी मंडी क्षेत्र के निवासियों ने साफ शब्दों में कहा कि अगर दीपक बाली समय पर हस्तक्षेप नहीं करते तो यह पोल कभी भी गिर सकता था और कोई जानलेवा हादसा हो सकता था। यह केवल एक पोल बदलने की घटना नहीं थी, बल्कि यह लोगों के जीवन से जुड़ी सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी का अहम उदाहरण बन गई। लोगों ने महापौर की कार्यशैली को ष्युवा नेतृत्व की ताकतष् बताते हुए उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी इसी तरह से शहर की अन्य समस्याओं का निस्तारण होता रहेगा। इस छोटे से मगर महत्वपूर्ण घटनाक्रम ने काशीपुर नगर निगम के भीतर एक नई ऊर्जा और विश्वास का संचार कर दिया है।

नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राशिद फारुकी ने भावुक और दमदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह सड़क सबसे व्यस्ततम मार्गों में से एक है, जहां अनेक रास्ते आकर मिलते हैं और सैकड़ों लोग रोज़ाना सब्ज़ी और अन्य ज़रूरतों के लिए आते हैं। यह इलाका काशीपुर की पहचान है, यहां के दुकानदार लंबे समय से उस जर्जर पोल को लेकर दहशत में थे। उन्होंने आगे कहा कि हमने धीरज जी और पंडित जी के माध्यम से लगातार इस मुद्दे को प्रशासन और विद्युत विभाग तक लिखित में पहुंचाया। यहां तक कि मेयर साहब को भी जानकारी दी गई। लेकिन जिस तरह से महापौर दीपक बाली ने उस सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एक्शन लिया, वह प्रशंसा के योग्य है। राशिद फारुकी ने बेहद मार्मिक अंदाज़ में कहा कि यह कोई छोटी घटना नहीं थी, यह एक बड़ा खतरा था जिससे ईश्वर की कृपा और प्रशासन की तत्परता से बचाव हुआ। कई जानें जा सकती थीं, मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो सकती थीं। लेकिन बाली जी ने अपने 42वें शादी कि सालगिराह के दिन जनता को जीवनरक्षक तोहफा देकर यह सिद्ध कर दिया कि उनके दिल में जनता की पीड़ा के लिए सच्चा भाव है। उन्होंने अपने पूरे वार्ड 20 और नई सब्जी मंडी क्षेत्र के तमाम दुकानदारों की ओर से महापौर दीपक बाली और उनकी धर्मपत्नी को 42 शादी कि सालगिराह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिस तरह से बाली जी ने इस गंभीर समस्या को केवल घंटों में सुलझाया, वह इस बात का प्रतीक है कि जब नेतृत्व संवेदनशील और सतर्क हो, तो महीनों और वर्षों की जटिलताएं भी चंद पलों में सुलझ सकती हैं। राशिद फारुकी ने अंत में यह भी कहा कि हम महापौर, विद्युत विभाग और पूरे प्रशासन का तह-ए-दिल से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने जनहित को सर्वाेपरि रखते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया। यह काशीपुर की जनता के लिए राहत की सांस है और सच्चे जनसेवा का प्रमाण भी।

भाजपा नेता धीरज कुमार ने नई सब्जी मंडी में जर्जर विद्युत पोल और ट्रांसफॉर्मर की दुर्दशा को लेकर अपनी पीड़ा और गुस्सा बेहद प्रभावशाली अंदाज़ में मीडिया के सामने रखा। उन्होंने कहा कि मैंने महापौर दीपक बाली जी को इस गंभीर समस्या की लिखित जानकारी पहले ही दे दी थी कि यहां छह ट्रांसफॉर्मर लगे हैं, जिनकी हालत खस्ताहाल है। आए दिन चिंगारियां निकलती हैं, और इनकी कोई बैरिकेडिंग तक नहीं है। ऊपर लगा खंबा पूरी तरह से झुक चुका था। अगर यह किसी इमारत या दुकान पर गिरता, तो केवल बिजली की आपूर्ति ही नहीं जाती, बल्कि भारी जानमाल का नुकसान भी हो सकता था। धीरज कुमार ने साफ कहा कि मैं स्वयं विभाग के पास गया था, आग्रह किया था कि तुरंत नया खंबा लगाया जाए ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके। लेकिन अफसोस कि महीनेभर तक प्रशासन ने आंखें मूंदे रखीं। अब जब दीपक बाली जी को पूरी जानकारी भेजी गई, तब जाकर उन्होंने न सिर्फ तत्काल एक्शन लिया, बल्कि विभाग को सख्त निर्देश देकर पूरा काम फौरन करवा दिया। हम उनका दिल से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इतने बड़े खतरे को समय रहते टाल दिया।ष्

उन्होंने मंडी क्षेत्र की एक और विकराल समस्या की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां पेयजल की भी हालत चिंताजनक है। मंडी के दुकानदारों को पानी के लिए ब्लैकमेल किया जाता है-दस-दस रुपये में एक डिब्बा बेचा जा रहा है। यह स्थिति शर्मनाक है। पानी जैसी मूलभूत सुविधा को कोई कैसे ‘नकद’ बेच सकता है? लेकिन दीपक बाली जी ने इस मुद्दे को भी गंभीरता से लिया है और मुझे व्यक्तिगत रूप से आश्वासन दिया है कि पेयजल संकट का स्थायी समाधान निकाला जाएगा।

धीरज कुमार ने भावुक होकर कहा कि मैं एक खानदानी भाजपा कार्यकर्ता हूं, मेरे पिता और दादाजी पार्टी के पुराने सिपाही रहे हैं। लेकिन आज मैं यह कहता हूं कि यदि पार्षद हो, मेयर हो, विधायक हो या सांसद अगर जनता की असल समस्याओं की ओर नहीं देखेगा, तो उनकी कुर्सी का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। बीते 25 सालों में न तो कोई सांसद यहां झांकने आया, और न ही किसी विधायक ने सब्जी मंडी के दुकानदारों या ठेले वालों की पीड़ा को सुना। केवल दीपक बाली जी और पार्षद राशिद फारुकी जैसे ज़मीनी नेता ही हैं जो सच्चे मायनों में जनता की आवाज़ बनकर खड़े हुए हैं।

उन्होंने बेहद सटीक शब्दों में कहा कि यह खंबा पूरी तरह से जर्जर होकर झुक गया था, नींव तक से गल चुका था। विभाग ने मजबूरी में उसे वेल्डिंग कर खड़ा किया था, लेकिन जब तक ऊपर से संसाधन नहीं मिलते, नीचे का कर्मचारी क्या कर सकता है? ऐसे में अगर दीपक बाली जी ने तेजी से कार्यवाही न की होती तो दुर्घटना निश्चित थी। धीरज कुमार ने अंत में कहा कि मैं मीडिया से भी अनुरोध करता हूं कि जनता की असली समस्याओं को सामने लाएं-पेयजल, बिजली, सुरक्षा, ये जीवन की रीढ़ हैं। दीपक बाली जी, राशिद फारुकी जी, और हमारी टीम ने जो प्रयास किए, उसका उद्देश्य केवल राजनीति नहीं, बल्कि जनसेवा है। मैं नगर निगम, विद्युत विभाग और सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस खतरे को समय रहते निष्क्रिय कर दिया। मंडी की जनता की ओर से मैं सबका दिल से धन्यवाद करता हूं।

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