काशीपुर(एस पी न्यूज़)। नगर में पुलिस के नाम पर भय दिखाकर प्रॉपर्टी डीलर से मोटी रकम वसूलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रकरण में पत्रकार विकास गुप्ता और उनके साथी लवप्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद वादी मुकदमा सौरभ अग्रवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कई सनसनीखेज खुलासे किए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनकी जान-माल को गंभीर खतरा है और पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करनी चाहिए।
स्थानीय एक होटल में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सौरभ अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि इस पूरे मामले को गलत दिशा में मोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपी विकास गुप्ता अपनी दूषित मानसिकता के चलते काशीपुर मीडिया सेंटर के पत्रकारों और अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह सेठी का नाम घसीट रहे हैं, जबकि यह पूरा प्रकरण केवल उनके और लवप्रीत सिंह के बीच का है। उन्होंने बताया कि विकास गुप्ता द्वारा लगातार ब्लैकमेल किए जाने और धमकियां मिलने के बाद उन्होंने मजबूर होकर दिलप्रीत सिंह सेठी और अन्य पत्रकारों से संपर्क किया था। पत्रकारों ने उन्हें उच्चाधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार लगाने की सलाह दी थी। इस पर वे तमाम साक्ष्यों के साथ संबंधित अधिकारियों के पास गए और कानूनी कार्यवाही की मांग की। सौरभ अग्रवाल ने उत्तराखंड पुलिस और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने निष्पक्षता से कार्यवाही करते हुए मामला दर्ज किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विकास गुप्ता उनके एक पारिवारिक विवाद को लेकर मामले को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर विकास गुप्ता के काले कारनामों को उजागर किया है।
सौरभ अग्रवाल ने कहा कि विकास गुप्ता की यह दलील पूरी तरह गलत है कि उनका 25 वर्षों का पत्रकारिता करियर बेदाग है। उन्होंने वर्ष 2012 की एक घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि मौहल्ला लाहौरियान निवासी एक महिला ने 17 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए विकास गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, वह महिला बाद में रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गई। सौरभ ने कहा कि ऐसे तमाम लोग हैं जो विकास गुप्ता द्वारा सताए गए हैं लेकिन किसी न किसी डर की वजह से चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने इस मामले में केस दर्ज कराया है, तब से कई पीड़ित उनके पास फोन कर अपने साथ हुई ठगी की कहानी साझा कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें काशीपुर पुलिस की कार्यशैली पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा। इस दौरान उनके अधिवक्ता अमित चौहान ने भी कुछ महत्वपूर्ण बातें रखीं। उन्होंने विकास गुप्ता के साथी लवप्रीत सिंह के पिता द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर को गुमराह करने वाला बताया। अधिवक्ता चौहान ने कहा कि यह तहरीर पूरी तरह से पुलिस को भ्रमित करने के लिए तैयार की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति पर राजस्व विभाग की ओर से 75 लाख रुपये की रिकवरी चल रही हो, वह पहले अपने कर्ज का भुगतान करेगा या फिर जमीन खरीदेगा, यह सवाल गंभीर है। उन्होंने कहा कि विकास गुप्ता और लवप्रीत सिंह को फेसबुक पर लाइव आकर सफाई देने की बजाय जनता को यह बताना चाहिए कि आखिर इतनी बड़ी रकम का लेन-देन उन्होंने किस मद में किया।
इस पूरे मामले में अब जनता की निगाहें पुलिस पर टिकी हैं। क्योंकि मामला बेहद गंभीर है और इसमें बड़े स्तर पर धोखाधड़ी के संकेत मिल रहे हैं। सौरभ अग्रवाल ने कहा कि उन्हें डर है कि विकास गुप्ता और लवप्रीत सिंह उनके खिलाफ किसी भी तरह की साजिश रच सकते हैं, इसलिए उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी सलाखों के पीछे नहीं पहुंचते, तब तक उन्हें चौन नहीं मिलेगा।
काशीपुर में यह मामला इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि अगर पत्रकारिता की आड़ में इस तरह की घटनाएं होती रहीं तो आम जनता किस पर भरोसा करेगी। वहीं, पुलिस पर भी दबाव बढ़ गया है कि जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच कर सच्चाई को जनता के सामने लाया जाए। अब देखना यह होगा कि इस हाई-प्रोफाइल मामले में आगे क्या नया मोड़ आता है और क्या आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द हो पाती है या नहीं।