हल्द्वानी(एस पी न्यूज़)। इंसपिरेशन कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन, बृजलाल अस्पताल के सामने, नैनीताल रोड पर एक वृहद रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रधान आयकर आयुक्त नरेन्द्र जंगपांगी ने किया। शिविर के दौरान लोगों में रक्तदान को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला, और लगभग 223 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। खास बात यह रही कि इस शिविर में न केवल पुरुषों बल्कि महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और रक्तदान किया।
रक्तदान को जीवनदान कहा जाता है, और इसी भावना को ध्यान में रखते हुए रामनगर टैक्स बार के अध्यक्ष पूरण चन्द्र पाण्डेय ने शिविर में मौजूद लोगों को रक्तदान के महत्व और उसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक यूनिट रक्त तीन लोगों की जान बचाने में सक्षम होता है। यह सिर्फ रक्तदान ही नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने और राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत करने का भी कार्य करता है। इस दौरान शिविर आयोजकों ने सभी रक्तदाताओं को उपहार स्वरूप भेंट भी दी, जिससे रक्तदाताओं के बीच और अधिक जागरूकता तथा प्रोत्साहन का माहौल बना।

इस दौरान अध्यक्ष पूरण चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि रक्तदान को लेकर समाज में कई भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। इस अवसर पर हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं नारी शक्ति एवं बाल विकास जन जागृति समिति, रामनगर के उपाध्यक्ष मनु अग्रवाल ने भी रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह शरीर को स्वस्थ बनाता है और इससे कमजोरी नहीं आती। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो रक्तदान के 24 घंटे के भीतर शरीर उतना ही रक्त पुनः बना लेता है, बशर्ते खानपान संतुलित और पौष्टिक हो।
प्रधान आयकर आयुक्त नरेन्द्र जंगपांगी ने रक्तदान शिविर में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रक्तदान वास्तव में महादान है, क्योंकि इससे अनगिनत लोगों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान केवल एक परोपकारी कार्य नहीं, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। आज की तेज़-रफ़्तार दुनिया में, लोग अक्सर अपने स्वास्थ्य और समाज के कल्याण को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन रक्तदान जैसे प्रयास हमें यह याद दिलाते हैं कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने बताया कि एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि रक्तदान से रक्तदाता का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होता, बल्कि यह शरीर में रक्त संचार को सुचारू बनाए रखने में सहायक होता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे रक्तदान को लेकर अपनी झिझक छोड़ें और नियमित रूप से इस महादान में भाग लें। जंगपांगी ने रक्तदाताओं की सराहना करते हुए आयोजकों को इस सफल शिविर के लिए बधाई दी और इसे समाज के लिए एक प्रेरणादायक पहल बताया।

रामनगर टैक्स बार के अध्यक्ष पूरण चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि शिविर के दौरान रक्तदाताओं की स्वास्थ्य जांच भी की गई, जिसमें प्रमुख रूप से एचआईवी, मलेरिया, पीलिया, हेपेटाइटिस ए तथा अन्य गुप्त रोगों की जांच शामिल थी। इससे न केवल रक्तदाताओं को उनकी सेहत की जानकारी मिलती है, बल्कि समय पर उपचार संभव हो पाता है। रक्तदान के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए, जिससे किसी भी जरूरतमंद मरीज को समय पर रक्त मिल सके और किसी की भी जान रक्त की कमी के कारण न जाए।
रामनगर टैक्स बार के अध्यक्ष पूरण चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि चंबर ऑफ कॉमर्स की युवा इकाई और इस आयोजन से जुड़े सभी संगठनों ने इस पहल को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। उन्होने कहा कि व्यापारियों से लेकर आम जनता तक, सभी को यह समझना आवश्यक है कि रक्तदान केवल एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सामाजिक कर्तव्य भी है। डॉक्टर जिज्ञासा ने इस अवसर पर कहा कि रक्तदान करने वाले व्यक्तियों को अपने आहार में हरी सब्जियां और फल शामिल करना चाहिए, जिससे शरीर में रक्त की पूर्ति तेजी से हो सके और स्वास्थ्य बना रहे।
नारी शक्ति एवं बाल विकास जन जागृति समिति, रामनगर के उपाध्यक्ष मनु अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि 18 से 60 वर्ष के बीच का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है और इसे लेकर संकोच करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होने कहा कि रक्तदान करने से न केवल दूसरों की मदद होती है, बल्कि यह रक्तदाता के स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो समाज में समर्पण और मानवता की भावना को प्रबल बनाती है।
शिविर के दौरान कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने विचार और समर्थन प्रस्तुत किए। इनमें गौरव गोला, बालम राणा, प्रबल बंसल, गगनमीत, भूपेंद्र मेहरा, पवन, रुचिन गुप्ता और विनय टंडन प्रमुख रूप से शामिल थे। उनके सहयोग और समर्थन से यह रक्तदान शिविर एक बड़ी सफलता बन पाया। आयोजकों और प्रतिभागियों ने इस शिविर को एक मिसाल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
रक्तदान केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक आंदोलन बनना चाहिए, जिसमें समाज के हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी। इस शिविर की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि जब लोग एक नेक उद्देश्य के लिए एकत्र होते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं होता।