रामनगर(एस पी न्यूज़)। उत्तराखंड निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 नगर निगमों में जीत दर्ज कर अपनी पकड़ को और मजबूत कर लिया है। प्रदेश की जनता ने एक बार फिर बीजेपी के पक्ष में भरोसा जताया, जिससे पार्टी के हौसले बुलंद हैं। वहीं, श्रीनगर नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी ने चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए बीजेपी को करारी शिकस्त दी और विजयश्री हासिल की। कांग्रेस के लिए यह चुनाव बेहद निराशाजनक रहा, क्योंकि पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
देहरादून नगर निगम में वोटों की गिनती काफी लंबी चली, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी सौरभ थपलियाल ने रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के वीरेंद्र पोखरियाल को 1,05,095 वोटों से हराया। यह देहरादून के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है। ऋषिकेश में बीजेपी ने हॉट सीट पर भी अपना कब्जा बरकरार रखा, जहां शंभू पासवान ने निर्दलीय मास्टर दिनेश चंद को 3,100 वोटों से मात दी। कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जाटव को इस सीट पर निराशा हाथ लगी। हरिद्वार नगर निगम में बीजेपी की किरण जैसल ने 72,741 वोट पाकर कांग्रेस की अमरेश देवी बालियान को 28,555 वोटों से हराया।

रुड़की नगर निगम में बीजेपी की जीत के साथ ही कांग्रेस को करारा झटका लगा। बीजेपी की अनीता देवी अग्रवाल ने निर्दलीय श्रेष्ठा राणा को 2,851 वोटों से हराकर अपनी जीत पक्की की, जबकि कांग्रेस को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। काशीपुर में दीपक वाली ने कांग्रेस के संदीप सहगल को 4,947 वोटों के अंतर से शिकस्त दी। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने जनता के हितों को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने की बात कही।
रुद्रपुर में बीजेपी प्रत्याशी विकास शर्मा ने 12,000 वोटों के अंतर से कांग्रेस के मोहन लाल खेड़ा को पराजित किया। यह बीजेपी की इस सीट पर लगातार तीसरी जीत रही। पार्टी कार्यकर्ता जीत की खुशी में झूम उठे। अल्मोड़ा में भी बीजेपी ने बाजी मारी, जहां अजय वर्मा ने कांग्रेस के भैरव गोस्वामी को 8,788 वोटों से हराया। निर्दलीय अमन अंसारी को केवल 221 वोट मिले, जबकि 114 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना।
पिथौरागढ़ नगर निगम में बीजेपी की कल्पना देवलाल ने जीत दर्ज की। हल्द्वानी में गजराज सिंह बिष्ट ने कांग्रेस के ललित जोशी को 3,894 वोटों से हराकर लगातार दूसरी बार मेयर पद पर कब्जा जमाया। उन्होंने 71,962 वोट प्राप्त किए, जबकि ललित जोशी को 68,068 वोटों से संतोष करना पड़ा। इस सीट पर बीजेपी की जीत पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
श्रीनगर में निर्दलीय आरती भंडारी ने 7,959 वोटों के साथ बीजेपी की आशा उपाध्याय को 1,639 वोटों से हराया। आरती भंडारी की जीत को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का गढ़ माना जाता है। आरती ने बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
कोटद्वार नगर निगम में भी बीजेपी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए शानदार जीत दर्ज की। बीजेपी प्रत्याशी शैलेंद्र रावत ने कांग्रेस उम्मीदवार को भारी अंतर से पराजित किया। इन चुनावों में बीजेपी की जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पार्टी की जड़ें प्रदेश में मजबूत हो रही हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस के लिए यह चुनाव परिणाम एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है, जिससे पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है।