काशीपुर। सोमवार को नगर निगम बोर्ड की दूसरी बैठक एक ऐतिहासिक और रोमांचक माहौल में संपन्न हुई। महापौर श्री दीपक बाली की अध्यक्षता में नगर निगम सभागार में हुई इस बैठक में नगर आयुक्त, समस्त वार्ड पार्षद, निगम के अधिकारी और मीडिया कर्मी शामिल हुए। बैठक में शहर को सुंदर, स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए 17 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। पार्षदों ने महापौर की योजनाओं का समर्थन किया, और करीब छह घंटे तक चली इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। नगर निगम परिसर में एक मंदिर की स्थापना के साथ-साथ धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों के सामने कूड़ा पॉइंट न रखने का निर्णय लिया गया। पार्षदों के आवासों के सामने उनके नाम के बोर्ड लगाने की योजना बनी, जिस पर सफाई नायक और पर्यावरण मित्रों के संपर्क नंबर भी होंगे, ताकि जनता जरूरत पड़ने पर उनसे सीधा संवाद कर सके।
नगर निगम के मुख्य द्वार पर काशीपुर नगरपालिका के पहले चेयरमैन स्वर्गीय राजकुमार चौबे जी का नाम अंकित करने का प्रस्ताव पारित हुआ। टांडा उज्जैन के जर्जर शौचालयों के पुनर्निर्माण और दुकानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई। निगम के कार्यों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दिखाने के लिए सोशल मीडिया कंपनी को हायर करने का निर्णय लिया गया। शहर में वेनडिंग जोन बनाने और निगम की जमीन पर दुकानें स्थापित कर 1600 लोगों को रोजगार देने की योजना पर भी सहमति बनी। बैठक में यह तय किया गया कि अगली बार नगर निगम क्षेत्र के सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया जाएगा, ताकि शहर की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके। इसके अतिरिक्त, सिनेमाघरों पर बकाया टैक्स को तीन गुना बढ़ाकर 30 दिनों के भीतर वसूलने का निर्णय लिया गया। भविष्य में सिनेमाघरों पर कितना कर लगाया जाए, इस पर विचार करने के लिए निगम के पार्षदों की एक कमेटी गठित की जाएगी।

स्वर्ग वाहन की व्यवस्था को लेकर भी चर्चा हुई और शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए तीन समाजसेवियों को नगर निगम का ब्रांड एंबेसडर बनाने का फैसला लिया गया, जो निगम के साथ मिलकर काम करेंगे। निर्माण कार्यों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तय किया गया कि प्रत्येक निर्माण स्थल पर ठेकेदार द्वारा निर्माण मानकों की जानकारी दर्शाने वाला बोर्ड लगाया जाएगा। महापौर श्री दीपक बाली ने बोर्ड को जानकारी दी कि लगभग 135 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की योजना शासन को भेजी जा चुकी है और 112 करोड़ रुपये की एक और योजना भेजी जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 9 या 10 मार्च को काशीपुर नगर निगम का दौरा करेंगे, जिनके सामने शहर के विकास के लिए आर्थिक सहायता की मांग रखी जाएगी। महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी काशीपुर के विकास के प्रति विशेष रुचि रखते हैं और हमें उम्मीद है कि वे इस दिशा में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे।

बैठक के दौरान पार्षदों की बैठने की व्यवस्था को सीनियरिटी के आधार पर निर्धारित करने और पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बैठने की जगह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। शहर की सफाई व्यवस्था बैठक का सबसे प्रमुख मुद्दा रहा, जिस पर लगभग एक घंटे तक गहन चर्चा हुई। कूड़ा उठाने वाली कंपनी को सुधार के लिए 60 दिनों की मोहलत दी गई है, और यदि तय समय के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो कंपनी का 20 वर्षों के लिए दिया गया ठेका समाप्त करने पर विचार किया जाएगा। जल्द ही कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर पार्षदों के समक्ष चर्चा कराई जाएगी। नगर निगम के विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए लोक निर्माण विभाग की तर्ज पर कार्यप्रणाली अपनाने का निर्णय लिया गया, ताकि सभी ठेकेदारों को समान रूप से काम मिल सके। नगर निगम के गेस्ट हाउस का व्यावसायिक उपयोग करने और कूड़ा उठाने वाली कंपनी के लिए अलग से कार्यालय स्थापित करने की योजना पर भी चर्चा हुई। कूड़ा टंचिंग ग्राउंड पर डाला जा रहा है, जिसे पारदर्शी बनाने के लिए तीन कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह मुद्दा भी उठा कि महापौर के लिए इनोवा गाड़ी खरीदी जाए या नहीं। इस पर महापौर श्री बाली ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनके लिए गाड़ी खरीदने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि पार्षदों के कार्यालय को बेहतर बनाया जाए, और उसके बाद यदि बजट में गुंजाइश हो तो गाड़ी ली जा सकती है।

इस बोर्ड बैठक में जिस गरिमा और संयम का परिचय दिया गया, वह इसे मिनी विधानसभा के समान बना रहा था। महापौर श्री दीपक बाली ने बेहद सहजता और सम्मान के साथ सभी पार्षदों की बातें सुनीं और उनके समाधान का आश्वासन दिया। बैठक में केवल एक पार्षद अनुपस्थित रहा, जबकि शेष 39 पार्षदों ने इसमें भाग लिया। बैठक में पार्षद विजय बॉबी, राशिद फारुकी, संदीप सिंह मोनू, पुष्कर बिष्ट, हुस्न जहां, वैशाली गुप्ता, अनीता कांबोज, मनोज जग्गा, शाह आलम, अनिल कुमार, अंजना तबस्सुम, जीनत बानो, सुरेश सैनी, मयंक मेहता, गुरविंदर सिंह चंडोक, रवि प्रजापति, अशोक सैनी और अब्दुल कादिर समेत कई अन्य प्रमुख रहे। बोर्ड बैठक में शहर के भवन कर सर्वेक्षण को लेकर भी चर्चा हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि पूर्व में हुए सर्वेक्षण की पुनः समीक्षा की जाएगी। इसके लिए एक कमेटी गठित कर दोबारा सर्वेक्षण कराया जाएगा और उन लोगों की आर.सी. को फिलहाल रोका जाएगा, जिन्हें टैक्स न भरने पर नोटिस भेजा गया था। क्योंकि पूर्व सर्वेक्षण में अनियमितताओं की शिकायतें आ रही हैं, इसे दोबारा करवाने पर सहमति बनी। बैठक में नगर आयुक्त विवेक राय मौजूद रहे और उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर संतोषजनक उत्तर दिए। संचालन कार्यालय अधीक्षक विकास शर्मा द्वारा किया गया।
महापौर दीपक बाली ने इस दौरान मिडिया से बात करते हुये कहा कि नगर निगम की यह बैठक शहर के सुनियोजित विकास और नागरिकों के हितों को प्राथमिकता देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। हमारा उद्देश्य केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करना नहीं, बल्कि शहरवासियों को एक सुव्यवस्थित, रोजगारपरक और आधुनिक सुविधाओं से युक्त वातावरण प्रदान करना भी है। हमने इस बैठक में जो 21 महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए हैं, वे शहर की दिशा और दशा दोनों को बदलने की क्षमता रखते हैं। उन्होने कहा कि हमारा पहला उद्देश्य छोटे व्यापारियों को संगठित और संरक्षित करना है, इसलिए वेंडिंग ज़ोन का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है, जिससे फड़, ठेला और खोखा संचालकों को उचित स्थान और कानूनी पहचान मिलेगी। इससे जहां उनकी आजीविका सुरक्षित होगी, वहीं शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी सउवरचित होगी। इसके अलावा, नगर निगम परिसर में मंदिर निर्माण का निर्णय धार्मिक आस्था और समाज की भावनाओं का सम्मान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं होगा, बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी बनेगा। उन्होने कहा कि हमने 247 करोड़ की योजनाओं को सरकार को भेजने का निर्णय लिया है, जिससे शहर के 40 वार्डों में तीव्र गति से विकास कार्य किए जाएंगे। साथ ही, 1600 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम की खाली भूमि पर व्यावसायिक दुकानों का निर्माण किया जाएगा। उन्होने कहा कि हमारा प्रयास है कि हर नागरिक को एक बेहतर जीवन मिले, और हम इसे जल्द ही हकीकत में बदलने के लिए पूरी ऊर्जा से कार्य करेंगे।

नगर आयुक्त विवेक राय ने बताया कि समोवार को आयोजीत निगम कि दूसरी बोर्ड बैठक में नगर निगम शहर के समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है, और इस बैठक में लिए गए फैसले इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। हमारा लक्ष्य शहर को अधिक सुव्यवस्थित, सुविधाजनक और आधुनिक बनाना है, जिससे यहां के नागरिकों को अधिक लाभ मिल सके। उन्होने कहा कि वेंडिंग ज़ोन की स्थापना से शहर में ठेला, खोखा और फड़ संचालकों को एक स्थायी और व्यवस्थित स्थान मिलेगा। यह कदम न केवल छोटे व्यापारियों को सशक्त करेगा बल्कि सड़क किनारे अव्यवस्थित रूप से लगने वाली दुकानों की समस्या का भी समाधान करेगा। विवेक राय ने बताया कि शहर की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए नगर निगम प्रांगण में मंदिर निर्माण का निर्णय लिया गया है। यह न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करेगा बल्कि सामाजिक समरसता को भी मजबूत करेगा। आयाुक्त ने बताया कि बोर्ड कि बैठक में हमने 247 करोड़ रुपये की लागत वाली 40 वार्डों की विकास योजनाओं का प्रस्ताव सरकार को भेजने का निर्णय लिया है। इस फंड से सड़कों, सीवर व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट, पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे नागरिकों का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके। उन्होने कहा कि इसके अतिरिक्त, नगर निगम की खाली भूमि पर व्यावसायिक दुकानों के निर्माण का निर्णय लिया गया है, जिससे 1600 लोगों को रोजगार मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। आयुक्त विवेक रॉय ने बताया कि हम पूरी प्रतिबद्धता से इन योजनाओं को क्रियान्वित करेंगे ताकि शहर को एक नई पहचान मिल सके और नागरिकों को एक बेहतरीन जीवनशैली प्राप्त हो।
बैठक में भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष राहुल पैगिया, वरिष्ठ भाजपा नेता चौधरी समरपाल सिंह, पंकज टंडन सहित कई प्रमुख लोग भी उपस्थित रहे। यह बोर्ड बैठक नगर निगम के इतिहास में एक बड़ी और प्रभावी बैठक साबित हुई, जिसमें कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए।